tag:blogger.com,1999:blog-6340570424549373370.post1693581145765872245..comments2024-03-27T14:44:27.129+05:30Comments on मेरे गीत !: कहाँ हैं आप सब ? समस्त बड़े छोटों से विनम्र अपील - सतीश सक्सेनाSatish Saxena http://www.blogger.com/profile/03993727586056700899noreply@blogger.comBlogger40125tag:blogger.com,1999:blog-6340570424549373370.post-16466989913436839392010-04-11T03:38:25.391+05:302010-04-11T03:38:25.391+05:30मजहब नही सिखाता आपस में बैर रखना
काश सच्चाई को हम ...मजहब नही सिखाता आपस में बैर रखना<br />काश सच्चाई को हम समझ पायें और यह वैमनस्य खत्म हो जाये.M VERMAhttps://www.blogger.com/profile/10122855925525653850noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6340570424549373370.post-78238818571866625042010-04-09T15:19:50.807+05:302010-04-09T15:19:50.807+05:30सतीश भाई, मैं मुस्लिम हूँ, और हर धर्म और हर अच्छाई...सतीश भाई, मैं मुस्लिम हूँ, और हर धर्म और हर अच्छाई का सम्मान करता हूँ, यही मेरा धर्म भी सिखाता है. अगर कोई मेरे धर्म पर कोई सवाल करता है तो शांतिपूर्ण ढंग से उसका जवाब देने में विश्वास करता हूँ. मेरे विचार में स्वस्थ बहस किसी भी क्षेत्र में हो सकती है जैसे की विज्ञान के क्षेत्र में होती है. हाँ उकसाने वाली भाषा, आरोप, प्रत्यारोप निहायत गलत है.zeashan haider zaidihttps://www.blogger.com/profile/16283045525932472056noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6340570424549373370.post-73949645019280846422010-04-09T08:17:13.285+05:302010-04-09T08:17:13.285+05:30@ डॉ अयाज अहमद ,
डॉ साहब , सब लोग अपने नज़रिए से ह...@ डॉ अयाज अहमद ,<br />डॉ साहब , सब लोग अपने नज़रिए से ही मामला देखते और सुनते हैं ..अगर हम अपने नज़रिए से देखेंगे तो एक तरफा न्याय होगा ! मैंने डॉ अनवर जमाल में बिना कोई कमी ढूंढे सिर्फ उन्हें सम्मान देते हुए उनका दर्द समझाने की कोशिश की है जिसका नतीजा यह लेख हैं ! अगर मैं उनकी पोस्ट पढना शुरू करता तो शायद यह विश्वास कभी नहीं पैदा होता जो उन्होंने मुझ पर किया है ! जब भी आप व्यक्तिगत कारण जाने बिना उंगली उठाएंगे तो बदले में तिरस्कार मिलने की उम्मीद अधिक होती है !<br />आदर सहित <br /><br />@ डॉ अमर कुमार ,<br />आपका आभारी हूँ की आप भी यहाँ तक पहुँच गए , आपको मैं यहाँ ईमानदार लोगों में से एक मानता हूँ , कृपया मार्गदर्शन करें बहुत मुश्किल रास्ता है ....<br /><br />@ डॉ अनवर जमाल ,<br />मुझे कल ही खुशदीप भाई से पता लगा कि लोग मुझे ब्लागवाणी पर नगेटिव वोट दे रहे हैं...मैंने उनसे ही कहा है कि वे मालूम कर लें कि मामला क्या है... <br />मुझे इसके बारे में कुछ नहीं मालूम और न ही अपनी लोकप्रियता की दिलचस्पी है मुझे मालूम है कि जो काम मैंने शुरू करने का प्रयत्न किया है उसमें मुझे कष्ट तो मिलने ही हैं , मगर भावुक आदमी होने के कारण पता नहीं कब तक कोशिश कर पाऊंगा ! आज मुहम्मद उमर कैरानवी भी एक गर्वीली बात कह गए जो अच्छी नहीं लगी .... मैं जिन्हें विद्वान् समझाता हूँ वे अगर ऐसा कह रहे हैं तो यकीनन वे अपना सम्मान नष्ट कर रहे हैं और मुझे यह अहसास दिला रहे हैं कि मैं कहीं गलत तो नहीं कर रहा !Satish Saxena https://www.blogger.com/profile/03993727586056700899noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6340570424549373370.post-91661203744620500062010-04-09T07:56:48.513+05:302010-04-09T07:56:48.513+05:30This comment has been removed by the author.Satish Saxena https://www.blogger.com/profile/03993727586056700899noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6340570424549373370.post-38853340934234165012010-04-09T06:21:31.936+05:302010-04-09T06:21:31.936+05:30Sateesh sir kareeb 1-1 1/2 mahine pahle man bahut ...Sateesh sir kareeb 1-1 1/2 mahine pahle man bahut khinn ho gaya tha is tarah ke dono taraf se chalne wale teer-talwaron se aur is sab par ek shrankhla nikalne ka hi soch baitha tha kafi kuchh likh bhi rakha hai, lekin kai senior logon ne samjhaya ki in sab baton par dhyan mat do ye raah ki badhayen hain dhyaan na dene par apne aap hi hat jayengeen(mera bhi yahi manna hai ki jaise ishwar prapti ke marg me kai bhoot-pishach darane ka kaam karte hain ye sab wahi hain). bas isliye ab apnee dono aankhon par taange wale ghode ki tarah chamda laga kar chalta hoon.दीपक 'मशाल'https://www.blogger.com/profile/00942644736827727003noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6340570424549373370.post-66123704759089041152010-04-09T01:08:52.346+05:302010-04-09T01:08:52.346+05:30.
....<br /><br /><br /><br /><br /><br /><br /><br /><br /><br /><br /><br /><br /><br /><br /><br /><br /><br /><br /><br /><br /><br /><br /><br /><br /><br /><br /><br /><br /><br /><br /><br /><br /><br /><br /><br /><br /><br /><br /><br /><br /><br /><br /><br /><br /><br /><br /><br /><br /><br /><br /><br /><br /><br /><br /><br /><br /><br /><br /><i><b><br />इस पोस्ट को मेरा मौन समर्थन !</b><br />( जहाँ मर्डरेशन की कोई गुँज़ाइश ही नहीं.. है ना बँधु ? )</i>डा० अमर कुमारhttps://www.blogger.com/profile/09556018337158653778noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6340570424549373370.post-31977972527546310722010-04-08T23:06:38.363+05:302010-04-08T23:06:38.363+05:30मैं आपके साथ हूँ, सहमत हूँ.
hindu tigers और संगीत...मैं आपके साथ हूँ, सहमत हूँ.<br />hindu tigers और संगीता पुरी जी की टिप्पणियाँ ध्यातव्य हैं.Rajeev Nandan Dwivedi kahdojihttps://www.blogger.com/profile/13483194695860448024noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6340570424549373370.post-60646176959242014512010-04-08T22:56:17.418+05:302010-04-08T22:56:17.418+05:30बाक़ी हैं कुछ सज़ाएं सज़ाओं के बाद भी
हम वफ़ा कर ...बाक़ी हैं कुछ सज़ाएं सज़ाओं के बाद भी <br />हम वफ़ा कर रहे हैं उनकी जफ़ाओं के बाद भी <br />मुनसिफ़ से जा के पूछ लो 'अनवर' ये राज़ भी <br />वो बे खता है कैसे , ख़ताओं के बाद भी .<br />आदरणीय , ज़्यादातर लोग कह रहे हैं कि वो आपके साथ हैं लेकिन समर्थन में १ और नापसंद में ६ वोट क्यूँ दिखाई दे रहे हैं ?<br />दूसरा वोट मैं दे रहा हूँ .DR. ANWER JAMALhttps://www.blogger.com/profile/06580908383235507512noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6340570424549373370.post-71344331006797137942010-04-08T22:32:26.843+05:302010-04-08T22:32:26.843+05:30@ अमित शर्मा ,
आपका आचरण और समझ अनुकरणीय है, मेर...@ अमित शर्मा ,<br /> आपका आचरण और समझ अनुकरणीय है, मेरी हार्दिक शुभकामनायें !<br />@अरविन्द मिश्र ,<br />आपके इस वाक्य में सब कुछ निहित है !<br />@गिरीश बिल्लोरे,<br />शुक्रिया गिरीश जी, आपने सब कुछ दे दिया <br />@तारकेश्वर गिरी ,<br />अफ़सोस जनक यही है , और बदकिस्मती से यह दोनों तरफ से ही हो रहा है , उम्मीद करते हैं की डॉ अनवर जमाल पहल करेंगे ! <br />@अनिल पुसाद्कर,<br />आपका बहुत बहुत आभारी हूँ !<br />@अजय झा ,<br />धर्म जैसे विषयों पर मैं कभी नहीं लिखता , मेरा विषय आने वाली पीढ़ियों के सामने बिखेरे कांटे साफ़ करने का है , आपके विचारों से सहमत हूँ !Satish Saxena https://www.blogger.com/profile/03993727586056700899noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6340570424549373370.post-58859824398592686812010-04-08T22:17:01.154+05:302010-04-08T22:17:01.154+05:30प्रिय सतीश जी आपकी सोच बहुत अच्छी है आपने हमेशा की...प्रिय सतीश जी आपकी सोच बहुत अच्छी है आपने हमेशा की आज भी अच्छा लिखा है पर आप ब्लागजगत मे देखेँ अनवर भाई तो अभी आए है यहाँ तो हिन्दु टाइगर और गिरी जैसे लोग पहले ही बकवास कर रहे थे अनवर जी ने यहाँ का नज़ारा देखा तो उन्हे जवाब देने के लिए मजबूर होना पड़ा नही तो हमारा मिशन तो विशव शान्ति का हैAyaz ahmadhttps://www.blogger.com/profile/09126296717424072173noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6340570424549373370.post-41775757772776718492010-04-08T20:55:48.022+05:302010-04-08T20:55:48.022+05:30प्रिय सतीश आपके ब्लॉग पर टिप्पणी देने के जो निर्...प्रिय सतीश आपके ब्लॉग पर टिप्पणी देने के जो निर्देश है उस वाबत पिछले माह की पाखी पत्रिका में पढ़ कर बहुत खुशी हुई आपने पत्रिका तो देख ही ली होगी | आज का लेख समयानुकूल है आपको पढ़ा साथ ही सारी टिप्पनिया भी पढी उसी में आप का जवाब भी देखा |आजकल आवश्यकता है इस प्रकार के लेखों कीBrijmohanShrivastavahttps://www.blogger.com/profile/04869873931974295648noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6340570424549373370.post-53155350396313067152010-04-08T20:36:30.111+05:302010-04-08T20:36:30.111+05:30क्या कहूँ सतीश जी?
ब्लॉगिंग के प्रारंभिक काल में क...क्या कहूँ सतीश जी?<br />ब्लॉगिंग के प्रारंभिक काल में कुछ ऐसा हुआ कि अब धर्म व विवादास्पद राजनैतिक लेखों वाले ब्लॉग पर जाता ही नहीं। यदि कभी जाना हो भी जाए तो उद्देलित हो जाने के बावज़ूद बिना प्रतिक्रिया दिए वापस आ जाता हूँ<br /><br />आपके लेखों में भी बहुत कुछ कह सकता हूँ किन्तु अपने निर्णय पर अड़ा हूँ। बस।Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6340570424549373370.post-55965316999486069072010-04-08T20:26:38.888+05:302010-04-08T20:26:38.888+05:30मै एक हिन्दु हू और अपने को सच्चा हिन्दु मानता हू औ...मै एक हिन्दु हू और अपने को सच्चा हिन्दु मानता हू और एक सच्चे मुसलमान की क्द्र करता हूं. कुछ लोग इस्लाम की भावनाओ के साथ खुद ही मज़ाक कर रहे है मोहम्म्द साहब को कल्कि अवतार से जोडना उनका मान्सिक दिवलियापन ही है .और ब्लाग के यह मुस्लिम प्रचारक खुद ही इस्लाम को कठ्घरे मे खडा कर देते हैdhiru singh { धीरेन्द्र वीर सिंह }https://www.blogger.com/profile/06395171177281547201noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6340570424549373370.post-26042495065849653922010-04-08T19:35:30.431+05:302010-04-08T19:35:30.431+05:30मैं इन संकीर्ण मुद्दों पर ज्यादा कमेन्ट करना नहीं ...मैं इन संकीर्ण मुद्दों पर ज्यादा कमेन्ट करना नहीं चाहता हूँ...आधे-अधूरे कमेन्ट के बजाय मैं अपने विचार अपने पोस्ट के माध्यम से रखना पसंद करता हूँ...<br />.<br />.जब एक हिन्दू माँ अपने बच्चे को नमाज़ के समय मस्जिद भेज देती...( भाग-एक )<br />http://laddoospeaks.blogspot.com/2010/04/blog-post_07.html<br />....विश्वास , अन्धविश्वास और कट्टरता में जो अंतर है...अगले पोस्ट में....कृष्ण मुरारी प्रसादhttps://www.blogger.com/profile/00230450232864627081noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6340570424549373370.post-6868297281742498482010-04-08T19:28:03.813+05:302010-04-08T19:28:03.813+05:30आदरणीय सतीश जी ,
उसूलन अब धर्म जाति जैसे विषयों प...<i> <b> आदरणीय सतीश जी , <br />उसूलन अब धर्म जाति जैसे विषयों पर लिखने पढने का मन नहीं करता है इसलिए शायद यहां भी पढ के निकल जाता , मगर आपने बात ही कुछ ऐसी कह दी और सभी से रूबरू हुए तो ठहर के बिना कुछ कहे निकल जाने को मन गंवारा नहीं हुआ । <br /><br />सच कहूं तो अब लगता है कि बस अब समय आ गया कि कि धर्म और जाति शब्दों को समय के गर्त में गाड देना चाहिए क्योंकि ये सब इंसान से उसकी इंसानियत की पहचान छीन कर उसे नया ही रंग रूप दे रहे हैं । यहां ब्लोगजगत में जो कुछ भी हो रहा है उस पर कोई टीका टिप्पणी नहीं करूंगा और अब तो ये कहने का मन भी नहीं करता कि ये करन चाहिए वो करना चाहिए । कोई भी बडी आसानी से समझ सकता है कि ये सब किसी न किसी खास एजेंडे ...आप लाख तर्क दे दें मैं नहीं मानूंगा कि इससे अलग कुछ भी है ....के तहत किया जा रहा है । <br /><br />मेरा इस संबंध में सीधा और स्पष्ट सा मत है , यदि संकलक ऐसे कट्टर विचारधाराओं , चाहे वो हिंदू हो या मुस्लिम ..या कोई और ही ..ब्लोग्स को पूर्णतया बैन नहीं भी करना चाहते तो कम से कम उन पोस्टों ,को जरूर ही प्रकाशित करने से रोक दिया जाना चाहिए जो माहौल दूषित करते हैं ...वैसे देर सवेर ये करना ही पडेगा और ये होगा ही ..मुझे सिर्फ़ मानवता नाम का धर्म ही दिखाई, सुनाई देता है </b> </i><br /><a href="http://www.google.com/profiles/ajaykumarjha1973#about" rel="nofollow"> अजय कुमार झा </a>अजय कुमार झाhttps://www.blogger.com/profile/16451273945870935357noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6340570424549373370.post-50942366436122198072010-04-08T19:09:30.558+05:302010-04-08T19:09:30.558+05:30हम आपके साथ हैं.हम आपके साथ हैं.Anil Pusadkarhttps://www.blogger.com/profile/02001201296763365195noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6340570424549373370.post-18024373074194665072010-04-08T18:44:39.733+05:302010-04-08T18:44:39.733+05:30Samay mile to yah aalekh zaroor padhen:
"Pya...Samay mile to yah aalekh zaroor padhen:<br />"Pyarki Raah dikha duniyako"<br />Tatha:<br />"Meree aawaaz suno"<br />Link:<br /><br />http://lalitlekh.blogspot.com<br /><br />http://shamasansmaran.blogspot.com<br />Jo prayas aapka hai,vahi mera hai..kshamahttps://www.blogger.com/profile/14115656986166219821noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6340570424549373370.post-64621795280477408202010-04-08T18:18:09.079+05:302010-04-08T18:18:09.079+05:30मैं तो नास्तिक हूँ, और रिलिज़न की जगह सामाजिकता को...मैं तो नास्तिक हूँ, और रिलिज़न की जगह सामाजिकता को मनुष्य का नियामक समझती हूँ ..इसलिए चुप हूँL.Goswamihttps://www.blogger.com/profile/03365783238832526912noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6340570424549373370.post-2707856335296735912010-04-08T17:32:39.232+05:302010-04-08T17:32:39.232+05:30सतीश जी, यह मुद्दा दुनिया को अपने विचारों से रंगने...सतीश जी, यह मुद्दा दुनिया को अपने विचारों से रंगने का है। इसके पीछे सत्ता का नशा है। अब कठिनाई यह है कि एक सारी दुनिया पर राज करना चाहता है और दूसरा स्वयं को बचाना और अपने घर को सुरक्षित रखना चाहता है। अब आप दोनों को ही एक तराजू में तौल देंगे तो न्याय नहीं होगा। यह मुद्दा ब्लाग का भी नहीं है और जो भी इस मुद्दे पर लिख रहे है वे अपनी ऊर्जा नष्ट कर रहे हैं। दुनिया में जितने भी धर्माचार्य हैं वे इस मुद्दे को सुलझा सकते हैं इसके अतिरिक्त और कोई नहीं। वे जिस दिन अनुभव करेंगे कि हिंसा का वातावरण बढ़ता जा रहा है और दुनिया से हिंसा समाप्त होनी चाहिए तब कोई न कोई फैसला हो जाएगा। मैं भी इस मुद्दे पर अपनी टिप्पणी नहीं लिखती लेकिन आपने या किसी और ने लिखा कि महिलाओं की टिप्पणी नहीं आ रही है इसलिए लिख दिया। अब आपके हाथ में इसे प्रकाशित करना या नहीं करने का अधिकार है। महिला नहीं लिख रही इस कारण हमने तो अपना कर्तव्य पूरा किया अब देखते हैं कि यह प्रकाशित भी होती है या नहीं।अजित गुप्ता का कोनाhttps://www.blogger.com/profile/02729879703297154634noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6340570424549373370.post-75210171390380013952010-04-08T16:54:08.870+05:302010-04-08T16:54:08.870+05:30मुहम्मद उमर कैरानवी,
आपकी प्रतिक्रिया बेहद घटिया ...मुहम्मद उमर कैरानवी, <br />आपकी प्रतिक्रिया बेहद घटिया और और घमंडी है आप जैसे लोगों के कारण ही यह जहरीला विष लोगों के मस्तिष्क में भरा जा रहा है ! अगर मैं यह बहुसंख्यक लोगों से प्रार्थना कर रहा हूँ तो किसी भय से नहीं बल्कि स्नेह और प्यार के कारण कर रहा हूँ और मेरी यह मान्यता है कि मुस्लिम सम्प्रदाय में प्यार की कमी नहीं है ! दुःख सिर्फ आप जैसे लोगों को को है जिन्हें यह प्यार की भाषा नहीं अच्छी लगती ! भविष्य में आप इस ब्लाग पर न आयें और डॉ अनवर जमाल जैसे लोगों को भड़काने का प्रयत्न करते रहें जिससे मेरे किये हुए पर भी पानी फिरे !<br />इश्वर आप जैसों को सद्बुद्धि दे !Satish Saxena https://www.blogger.com/profile/03993727586056700899noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6340570424549373370.post-21810362217471523392010-04-08T16:17:42.697+05:302010-04-08T16:17:42.697+05:30PRNAAM SATISH JI MAI JAB SE AAP SE PAHLI BAAR MILA...PRNAAM SATISH JI MAI JAB SE AAP SE PAHLI BAAR MILA TAB SE HI BHUT PRBHBIT HUN ,, AUR AAP NE SAKARATMK KAARY PARARAMBH KAR DIYA HAI MAI YEK BAAR FIR NATMASTAK HUN <br />SAADAR<br />PRAVEEN PATHIK <br />9971969084प्रवीण शुक्ल (प्रार्थी)https://www.blogger.com/profile/01003828983693551057noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6340570424549373370.post-36356273912071310362010-04-08T16:11:36.104+05:302010-04-08T16:11:36.104+05:30This comment has been removed by a blog administrator.Mohammed Umar Kairanvihttps://www.blogger.com/profile/06899446414856525462noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6340570424549373370.post-77734394373196875742010-04-08T13:43:58.723+05:302010-04-08T13:43:58.723+05:30हिन्दू मुसलमान तो सदियों से साथ रहते आये है,ये सब ...हिन्दू मुसलमान तो सदियों से साथ रहते आये है,ये सब तो इन नेताओं का किया धरा है!इसलिए इन नेताओं को पहचान कर बहिष्कार करना होगा,तभी शन्ति हो पायेगी!आपने इतना बड़ा मुद्दा उठाया ,यही सोच इस देश के नेता रखते तो सब ठीक हो जाता!धर्म और राजनीती का घोलमाल करने वाले नेता ही सारे फसाद की जड़ है...RAJNISH PARIHARhttps://www.blogger.com/profile/07508458991873192568noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6340570424549373370.post-12985852735998206272010-04-08T13:03:00.381+05:302010-04-08T13:03:00.381+05:30मैं संगीता पूरी जी की बातो से सहमत हूँ। कि हैं तो ...मैं संगीता पूरी जी की बातो से सहमत हूँ। कि हैं तो सब भारतीय ही ना। लेकिन सक्सेना जी उनका क्या करे जो खड़े होकरके हमें ललकारते हैं। हमें मजबूर करते हैं कि हम उनके खिलाफ कुछ बोले।<br /><br /><br /><br />आखिर मुस्लमान इतने कट्टर क्यों होते हैं। हम सभी लोग एक दुसरे को समझा रहे हैं कि कभी भी गलत शब्दों का इस्तेमाल ना करे। लेकिन आप लोग उनके ब्लॉग पर जा कर के देखे कि डॉ अनवर को लोग कितनी शाबाशी दे रहे हैं।<br /><br />मैं तो खुद भी कहता हूँ कि इस्लाम मैं कोई भी कमी नहीं है। और न ही कभी एक हिन्दू एक मुस्लमान से लड़ता है , लड़ाई तो सिर्फ अरबियन सभ्यता और भारतीय सभ्यता के बीच मैं होती है।Taarkeshwar Girihttps://www.blogger.com/profile/06692811488153405861noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6340570424549373370.post-34079121406720856262010-04-08T11:12:48.179+05:302010-04-08T11:12:48.179+05:30सतीष जी
हम साथ हैं इसमे कोई शक न होसतीष जी <br />हम साथ हैं इसमे कोई शक न होबाल भवन जबलपुर https://www.blogger.com/profile/04796771677227862796noreply@blogger.com