tag:blogger.com,1999:blog-6340570424549373370.post2335091626711253186..comments2024-03-27T14:44:27.129+05:30Comments on मेरे गीत !: रिटायर होते, आपके घर के यह मुखिया - सतीश सक्सेनाSatish Saxena http://www.blogger.com/profile/03993727586056700899noreply@blogger.comBlogger18125tag:blogger.com,1999:blog-6340570424549373370.post-4915707132552571782014-05-11T10:15:11.907+05:302014-05-11T10:15:11.907+05:30संसार कितना सुन्र हो जाएगा ! संसार कितना सुन्र हो जाएगा ! प्रतिभा सक्सेनाhttps://www.blogger.com/profile/12407536342735912225noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6340570424549373370.post-55927392356756520432010-07-01T16:18:17.954+05:302010-07-01T16:18:17.954+05:30जो कहना था दराल सर ने कह दिया.. मैं दोहरा भर देता ...जो कहना था दराल सर ने कह दिया.. मैं दोहरा भर देता हूँ.. प्रवीण जी का मैं भी प्रशंसक हूँ..दीपक 'मशाल'https://www.blogger.com/profile/00942644736827727003noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6340570424549373370.post-72499592927645092972010-07-01T13:37:59.764+05:302010-07-01T13:37:59.764+05:30प्रवीण जी के बहाने से दी गई ये शिक्षाप्रद पंक्तिया...प्रवीण जी के बहाने से दी गई ये शिक्षाप्रद पंक्तियां मैं भी हमेशा याद रखूंगा जी <br /><br />प्रणाम स्वीकार करेंअन्तर सोहिलhttps://www.blogger.com/profile/06744973625395179353noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6340570424549373370.post-31215337431466332742010-07-01T12:47:07.264+05:302010-07-01T12:47:07.264+05:30बहुत ही मानवीय विचार प्रस्तुत किए हैं आपने। सोच मे...बहुत ही मानवीय विचार प्रस्तुत किए हैं आपने। सोच में पड़ गया हूं। संवेदनशीलता का होना सबसे ज्यादा जरूरी है।राजकुमार सोनीhttps://www.blogger.com/profile/07846559374575071494noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6340570424549373370.post-80999515251165011122010-07-01T11:30:10.994+05:302010-07-01T11:30:10.994+05:30बहुत सही लिखा है आपने . आपकी और प्रवीण जी की इस प्...बहुत सही लिखा है आपने . आपकी और प्रवीण जी की इस प्रेरणा दायक सोच के लिए आपको और प्रवीण जी दोनों को साधुवाद ..स्वातिhttps://www.blogger.com/profile/06459978590118769827noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6340570424549373370.post-11290487337819564812010-07-01T07:44:45.367+05:302010-07-01T07:44:45.367+05:30Satish ji ,
Bahut sahi baat kahi aapne. Maan se b...Satish ji ,<br /><br />Bahut sahi baat kahi aapne. Maan se badhkar kaun hai. Aaj hum jo bhi hain unhi ke mehnat ka parinaam hain. Dhanya hain wo suputr aur suputriyan jo maan ka samman karte hain.ZEALhttps://www.blogger.com/profile/04046257625059781313noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6340570424549373370.post-50523169480355629032010-07-01T03:13:22.451+05:302010-07-01T03:13:22.451+05:30सतीश भाई हम तो यही कहेंगे...
मुझे थकने नही देता ज़...<b>सतीश भाई हम तो यही कहेंगे...<br />मुझे थकने नही देता ज़रूरतो का पहाड़<br />मेरे बच्चे मुझे बूडा नही होने देते</b>सहसपुरियाhttps://www.blogger.com/profile/09067316996435869621noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6340570424549373370.post-70180745572146548022010-07-01T00:32:41.584+05:302010-07-01T00:32:41.584+05:30गुरूजी, माता जी रिटायर नहीं होतीं... माएँ रिटायर ह...गुरूजी, माता जी रिटायर नहीं होतीं... माएँ रिटायर हो गईं तो देश समाप्त हो जाएगा… ऊ एगो कहावत है न कि जऊन हाथ पलना झुलाता है, ओही हाथ राज भी करता है... माँ तुझे सलाम!!!चला बिहारी ब्लॉगर बननेhttps://www.blogger.com/profile/05849469885059634620noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6340570424549373370.post-6217419941619129602010-07-01T00:04:22.304+05:302010-07-01T00:04:22.304+05:30मैंने अपनी भावनाएं उसी पोस्ट पर अंकित की हैं।मैंने अपनी भावनाएं उसी पोस्ट पर अंकित की हैं।अजित गुप्ता का कोनाhttps://www.blogger.com/profile/02729879703297154634noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6340570424549373370.post-39369222126941592282010-06-30T23:20:28.911+05:302010-06-30T23:20:28.911+05:30बहुत सुंदर लगी आप की बातेबहुत सुंदर लगी आप की बातेराज भाटिय़ाhttps://www.blogger.com/profile/10550068457332160511noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6340570424549373370.post-73567751637022039862010-06-30T23:05:25.082+05:302010-06-30T23:05:25.082+05:30आपकी हर पोस्ट की तरह यह पोस्ट भी अति सुंदरआपकी हर पोस्ट की तरह यह पोस्ट भी अति सुंदरAyaz ahmadhttps://www.blogger.com/profile/09126296717424072173noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6340570424549373370.post-62784030364965572312010-06-30T21:26:33.933+05:302010-06-30T21:26:33.933+05:30आपने बहुत उपयुक्त सलाह दी ....और प्रवीण जी भी विवे...आपने बहुत उपयुक्त सलाह दी ....और प्रवीण जी भी विवेकशील हैं ...Arvind Mishrahttps://www.blogger.com/profile/02231261732951391013noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6340570424549373370.post-63004665798511349172010-06-30T19:51:37.731+05:302010-06-30T19:51:37.731+05:30अभिव्यक्ति के माध्यम से आपने बहुत ही प्रेरणास्पद ...अभिव्यक्ति के माध्यम से आपने बहुत ही प्रेरणास्पद सन्देश दिया है .....आभार भाईसमयचक्रhttps://www.blogger.com/profile/05186719974225650425noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6340570424549373370.post-15928581786036571582010-06-30T19:24:20.436+05:302010-06-30T19:24:20.436+05:30आपके द्वारा बताये सारे संकल्प शिरोधार्य । आपने सीम...आपके द्वारा बताये सारे संकल्प शिरोधार्य । आपने सीमायें निर्धारित की हैं, पालन करना हमारा सौभाग्य है । <br />रिटायर होने पर दिनचर्या में आया एकान्त भरना परिवारवालों का कार्य है और यह उनसे अधिक बातचीत कर के भरा जा सकता है ।<br />एक और एकान्त आता है आत्मसम्मान का । कार्यक्षेत्र में पद और सम्मान की ऊँचाईयों के बाद घर में इसको भी भरना आवश्यक है जिसे हम अपने स्नेह और आदर से भर सकते हैं ।प्रवीण पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/10471375466909386690noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6340570424549373370.post-45369249994503537652010-06-30T19:01:54.833+05:302010-06-30T19:01:54.833+05:30सतीश जी
प्रवीण जी की भी भावुकता देखी
आपकी भी भावु...सतीश जी <br />प्रवीण जी की भी भावुकता देखी<br />आपकी भी भावुकता देख रहा हूँ<br />और फिर आप दोनों की पोस्ट ने हमें भी तो भावुक बना ही दियाM VERMAhttps://www.blogger.com/profile/10122855925525653850noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6340570424549373370.post-7934392824205978622010-06-30T18:02:57.905+05:302010-06-30T18:02:57.905+05:30बहुत ही सुन्दर.बहुत ही सुन्दर.P.N. Subramanianhttps://www.blogger.com/profile/01420464521174227821noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6340570424549373370.post-41616828249592157592010-06-30T18:02:57.906+05:302010-06-30T18:02:57.906+05:30बहुत नेक विचार व्यक्त किये हैं आपने ।
...बहुत नेक विचार व्यक्त किये हैं आपने । <br />सेवा निवृत होने के साथ सिर्क काम का क्षेत्र बदल जाता है , काम नहीं । आपका अनुभव अब घर , समाज और देश के लिए काम आता है ।<br />और अनुभव की हमारे समाज में कद्र की जाती है ।डॉ टी एस दरालhttps://www.blogger.com/profile/16674553361981740487noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6340570424549373370.post-7304995408033300072010-06-30T17:51:36.075+05:302010-06-30T17:51:36.075+05:30meree bhavnao ko bhee aapne represent kar diya ......meree bhavnao ko bhee aapne represent kar diya ........<br />aabharApanatvahttps://www.blogger.com/profile/07788229863280826201noreply@blogger.com