tag:blogger.com,1999:blog-6340570424549373370.post3685226370666980813..comments2024-03-27T14:44:27.129+05:30Comments on मेरे गीत !: इस्लाम की छाती पे , ये निशान रहेंगे - सतीश सक्सेना Satish Saxena http://www.blogger.com/profile/03993727586056700899noreply@blogger.comBlogger21125tag:blogger.com,1999:blog-6340570424549373370.post-40787247634508603122015-04-06T07:17:06.668+05:302015-04-06T07:17:06.668+05:30यही पहचान बनती जा रही है !
यही पहचान बनती जा रही है !<br />प्रतिभा सक्सेनाhttps://www.blogger.com/profile/12407536342735912225noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6340570424549373370.post-68196320256548951472015-04-05T20:13:47.168+05:302015-04-05T20:13:47.168+05:30दुनियां का धर्म पर से,भरोसा चला गया !
इन दूध मुंहो...दुनियां का धर्म पर से,भरोसा चला गया !<br />इन दूध मुंहों के रक्त से , संवाद रखेंगे --दिल के दर्द को सार्थक शब्दों में व्यक्त कियें पर इन कातिलों को किसी धर्म से क्या। <br />Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/08486476255134733859noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6340570424549373370.post-8625050529379051542015-04-05T13:52:13.921+05:302015-04-05T13:52:13.921+05:30कविता का मुखड़ा बड़ा प्रभावित है,अंतिम छन्द जो कदाप...कविता का मुखड़ा बड़ा प्रभावित है,अंतिम छन्द जो कदापि भुलाया नहीं जा सकता। सुन्दर रचना।Harivansh sharmahttps://www.blogger.com/profile/14038836218649982465noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6340570424549373370.post-8377786484882617592015-04-05T13:24:38.763+05:302015-04-05T13:24:38.763+05:30बहुत खूब भाई साहब इस पीड़ा को आपके कलम की प्रतीक्षा...बहुत खूब भाई साहब इस पीड़ा को आपके कलम की प्रतीक्षा थी P.N. Subramanianhttps://www.blogger.com/profile/01420464521174227821noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6340570424549373370.post-45577689887691438792014-12-23T04:16:53.921+05:302014-12-23T04:16:53.921+05:30दुनियां का धरम पर से ,भरोसा चला गया !
इन दुधमुंहो...दुनियां का धरम पर से ,भरोसा चला गया !<br />इन दुधमुंहों के रक्त को , हम याद रखेंगे !<br /><br />महसूद, ओसामा के नाम,अमिट हो गए <br />ये ज़ुल्म ऐ तालिबान , लोग याद रखेंगे ....manvta ko jhakjhorti...marmik..rachna..Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/16867190029207537453noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6340570424549373370.post-28614899794675638172014-12-22T13:35:52.067+05:302014-12-22T13:35:52.067+05:30दुनियां का धरम पर से ,भरोसा चला गया !
इन दुधमुंहो...दुनियां का धरम पर से ,भरोसा चला गया !<br />इन दुधमुंहों के रक्त को , हम याद रखेंगे !<br /><br />सचमुच इस मार्मिक और हृदय विदारक घटना को कोई भुला नहीं सकता Anitahttps://www.blogger.com/profile/17316927028690066581noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6340570424549373370.post-33911767235928844112014-12-20T22:26:53.224+05:302014-12-20T22:26:53.224+05:30दुनियां का धरम पर से ,भरोसा चला गया !
इन दुधमुंहो...दुनियां का धरम पर से ,भरोसा चला गया !<br />इन दुधमुंहों के रक्त को , हम याद रखेंगे ....वाकई...हम याद रखेंगे। बहुत बढ़िया रश्मि शर्माhttps://www.blogger.com/profile/04434992559047189301noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6340570424549373370.post-91292151683560151072014-12-20T16:45:33.412+05:302014-12-20T16:45:33.412+05:30बहुत सुन्दर प्रस्तुतिबहुत सुन्दर प्रस्तुतिOnkarhttps://www.blogger.com/profile/15549012098621516316noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6340570424549373370.post-15434297758126240742014-12-20T14:02:54.227+05:302014-12-20T14:02:54.227+05:30बहुत सुंदर एवं सामयिक ॥ बहुत सुंदर एवं सामयिक ॥ Neeraj Neerhttps://www.blogger.com/profile/00038388358370500681noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6340570424549373370.post-30688717098544861722014-12-20T07:46:08.019+05:302014-12-20T07:46:08.019+05:30 अक्षम्य अपराध । अक्षम्य अपराध ।शकुन्तला शर्माhttps://www.blogger.com/profile/12432773005239217068noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6340570424549373370.post-43332660928977203742014-12-19T16:54:18.924+05:302014-12-19T16:54:18.924+05:30सचमुच... :(सचमुच... :(वन्दना अवस्थी दुबेhttps://www.blogger.com/profile/13048830323802336861noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6340570424549373370.post-41361078530005667672014-12-19T14:51:52.690+05:302014-12-19T14:51:52.690+05:30 इंसानियत पर यह घटना बदनुमा दाग छोड़ गई है जिसे कभ... इंसानियत पर यह घटना बदनुमा दाग छोड़ गई है जिसे कभी भी नहीं छुड़ाया जा सकेगा।sourabh sharmahttps://www.blogger.com/profile/11437187263808603551noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6340570424549373370.post-74533092300902169122014-12-19T10:26:57.939+05:302014-12-19T10:26:57.939+05:30संवेदनशील रचना !संवेदनशील रचना !Sumanhttps://www.blogger.com/profile/02336964774907278426noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6340570424549373370.post-17135633494076439632014-12-19T00:58:30.008+05:302014-12-19T00:58:30.008+05:30.
आदरणीय
अच्छी रचना है मानवीय संवेदना से पूर्ण !
स....<br />आदरणीय<br />अच्छी रचना है मानवीय संवेदना से पूर्ण !<br />साधुवाद !<br /><br />हम मानवता और संस्कार वाले हैं <br />इसलिए ऐसे अमानवीय कृत्य की भर्त्सना के साथ-साथ <br />दुखी परिवारों के साथ गहरी संवेदना और सहानुभूति रखते हैं...<br />और आगे भी रखते रहेंगे... <br />इस आशा में कि अब इनमें नये आतंकवादी ज़ेहादी नहीं जन्मेंगे...<br /><br /># बच्चे की जान ली जाए या बड़े की दर्द एक-सा ही होता है<br /># आतंकवादी ज़ेहादी मुसलमान को मौत के घाट उतारे या यज़ीदी को <br />...या हिंदू को <br />इंसानियत के प्रति गुनाह ही है ! गुनाह ही है ! गुनाह ही है ! <br /><br />ये इंसान दिखते हैं तो इंसान बनें.. !!Rajendra Swarnkar : राजेन्द्र स्वर्णकारhttps://www.blogger.com/profile/18171190884124808971noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6340570424549373370.post-85000657735066819192014-12-18T20:37:21.417+05:302014-12-18T20:37:21.417+05:30इंतहा है
खुद के पाले हुऐ
साँपों का जहर
खुद के ल...इंतहा है <br />खुद के पाले हुऐ <br />साँपों का जहर <br />खुद के लिये <br />जहर भरा हुआ <br />कैसे निकला है :( <br />सुशील कुमार जोशीhttps://www.blogger.com/profile/09743123028689531714noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6340570424549373370.post-11980627953100417902014-12-18T20:10:26.930+05:302014-12-18T20:10:26.930+05:30जब भी निशान ऐ खून, तुम्हे याद आयेंगे
इंसानियत के ...जब भी निशान ऐ खून, तुम्हे याद आयेंगे<br />इंसानियत के अश्क़ भी सोने नहीं देंगे ! <br />..खून के आंसू रुलायेंगे ऐसी हैवानों को ....<br />संवेदनशील रचना कविता रावत https://www.blogger.com/profile/17910538120058683581noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6340570424549373370.post-66642115464198140362014-12-18T19:46:07.896+05:302014-12-18T19:46:07.896+05:30कातिल मनाएं जश्न,भले अपनी जीत का
इस्लाम की छाती ...कातिल मनाएं जश्न,भले अपनी जीत का <br />इस्लाम की छाती पे , ये निशान रहेंगे !.....sach me !!nayee duniahttps://www.blogger.com/profile/12166123843123960109noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6340570424549373370.post-58919748820976529322014-12-18T16:46:09.412+05:302014-12-18T16:46:09.412+05:30कातिल क्या समझेंगे इंसानियत की भाषा, अश्क का दर्द ...कातिल क्या समझेंगे इंसानियत की भाषा, अश्क का दर्द --दिल की गहराइयों तक उतरती आपकी अभिव्यक्ति Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/08486476255134733859noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6340570424549373370.post-87089648411608291632014-12-18T15:32:13.422+05:302014-12-18T15:32:13.422+05:30दुनियां का धरम पर से ,भरोसा चला गया !
इन दुधमुंहो...दुनियां का धरम पर से ,भरोसा चला गया !<br />इन दुधमुंहों के रक्त को , हम याद रखेंगे ..<br />हर छंद धधकता हुआ ... जुल्म की इन्तेहा है ... मानव तो नहीं हो सकते ऐसे लोग ...दिगम्बर नासवाhttps://www.blogger.com/profile/11793607017463281505noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6340570424549373370.post-36465719157877125212014-12-18T13:57:03.036+05:302014-12-18T13:57:03.036+05:30दिन गुजरते जाएँगे, निशान पर धूल जमती जाएगी,
वो कहा...दिन गुजरते जाएँगे, निशान पर धूल जमती जाएगी,<br />वो कहाँ भूलेंगे इस निशान को जिनके घर के चिराग बुझ गए ।Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/15887434836336535723noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6340570424549373370.post-70778747481180966112014-12-18T13:20:14.495+05:302014-12-18T13:20:14.495+05:30इंसानियत के दुश्मन कभी विजयी नहीं हो सकते,वे तो का...इंसानियत के दुश्मन कभी विजयी नहीं हो सकते,वे तो काफ़िर निकले. राजीव कुमार झा https://www.blogger.com/profile/13424070936743610342noreply@blogger.com