tag:blogger.com,1999:blog-6340570424549373370.post6014523920326643584..comments2024-03-27T14:44:27.129+05:30Comments on मेरे गीत !: भाषा इन गूंगो की -सतीश सक्सेना Satish Saxena http://www.blogger.com/profile/03993727586056700899noreply@blogger.comBlogger56125tag:blogger.com,1999:blog-6340570424549373370.post-82534287540123592452013-02-12T19:13:40.018+05:302013-02-12T19:13:40.018+05:30मार्मिक घटना ....
कई घटनाएं ऐसी होती हैं पर हम जा...मार्मिक घटना ....<br /><br />कई घटनाएं ऐसी होती हैं पर हम जानवर समझ अनदेखा कर जाते हैं ...<br /><br />आपकी गोद में बड़ा प्यारा लग रहा है ....!!हरकीरत ' हीर'https://www.blogger.com/profile/09462263786489609976noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6340570424549373370.post-8380544476199259542013-02-02T09:06:03.812+05:302013-02-02T09:06:03.812+05:30ये बिना बोले ही अपने चेहरे के भाव से सब कुछ बता द...ये बिना बोले ही अपने चेहरे के भाव से सब कुछ बता देते हैं बस समझने वाला दिल चाहिए,ऐसा एक वाकया मेरे घर के पीछॆ हुआ एक ढ़की हुई नाली में एक खतरनाक सी कुतिया ने आठ बच्चों को जन्म दिया तीन चार दिन के ही हुए होंगे तैज़ बारिश से उनके उस गढ़े में पानी भार गया तो मेरी बिटिया जो उस वक़्त 10 में पढ़ रही थी ने जाकर बिना डरे आठों बच्चों को बाल्टी में भर कर मेरे सर्वेंट क्वातर में (जो उस वक्त खाली था )लाकर छोड़ दिया और लगभग दो महीने तक कोई सर्वेंट भी नही रखने दिया ,सबसे बड़ी बात ये हुई कि उस वक्त उस कुतिया ने कुछ भी नही कहा Rajesh Kumarihttps://www.blogger.com/profile/04052797854888522201noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6340570424549373370.post-64164569590615611052013-01-29T14:18:13.840+05:302013-01-29T14:18:13.840+05:30मानवीय संवेदना अब तो भाषा से परे हो गयी है .मानवीय संवेदना अब तो भाषा से परे हो गयी है .Amrita Tanmayhttps://www.blogger.com/profile/06785912345168519887noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6340570424549373370.post-74565993677979099602013-01-24T20:24:24.066+05:302013-01-24T20:24:24.066+05:30बहुत संवेदनशील प्रस्तुति...बहुत संवेदनशील प्रस्तुति...Kailash Sharmahttps://www.blogger.com/profile/12461785093868952476noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6340570424549373370.post-19924921158402020862013-01-24T18:14:16.812+05:302013-01-24T18:14:16.812+05:30जीव जगत से जुदा समाज आज भी जीव संवेदना को महसूस कर...जीव जगत से जुदा समाज आज भी जीव संवेदना को महसूस करता है .बड़ा मार्मिक प्रसंग आपने बुना है .virendra sharmahttps://www.blogger.com/profile/02192395730821008281noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6340570424549373370.post-82287014025003342602013-01-24T01:48:26.950+05:302013-01-24T01:48:26.950+05:30मन दुखी हुआ इस घटना को पढकर ...असंवेदनशीलता बढ़ रह...मन दुखी हुआ इस घटना को पढकर ...असंवेदनशीलता बढ़ रही है हम मनुष्यों में .Alpana Vermahttps://www.blogger.com/profile/08360043006024019346noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6340570424549373370.post-57263889593104293902013-01-23T22:36:34.397+05:302013-01-23T22:36:34.397+05:30 ये बेजुबान प्राणी जो हमारे इतने निकट होता है उसक... ये बेजुबान प्राणी जो हमारे इतने निकट होता है उसकी हम कब खबर लेते हैं? बहुत ही सुंदर और बेहद संवेदनशील पोस्ट। आभारsourabh sharmahttps://www.blogger.com/profile/11437187263808603551noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6340570424549373370.post-66393977584884868522013-01-23T10:48:42.461+05:302013-01-23T10:48:42.461+05:30बहुत संवेदनशील पोस्ट .... बहुत संवेदनशील पोस्ट .... संगीता स्वरुप ( गीत )https://www.blogger.com/profile/18232011429396479154noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6340570424549373370.post-71965545996853154402013-01-22T18:34:29.114+05:302013-01-22T18:34:29.114+05:30रफ्तार अगर तेज हो तो कोई न कोई कुचला ही जाता है। अ...रफ्तार अगर तेज हो तो कोई न कोई कुचला ही जाता है। अक्सर जानवर इस रफ्तार की भेंट चढ़ जाते हैं और कभी-कभी इनसान भी।Narendra Mouryahttps://www.blogger.com/profile/17137777410476127147noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6340570424549373370.post-77941427127855686632013-01-22T12:20:01.723+05:302013-01-22T12:20:01.723+05:30ऐसी घटनाएँ महसूस करने वाले ही कर सकते है |
ऐसी घटनाएँ महसूस करने वाले ही कर सकते है |<br />Gyan Darpanhttps://www.blogger.com/profile/01835516927366814316noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6340570424549373370.post-48718836313708867972013-01-21T20:33:39.291+05:302013-01-21T20:33:39.291+05:30जहाँ मानवीय संवेदनाएँ प्रति दिन कम होती जा रही है ...जहाँ मानवीय संवेदनाएँ प्रति दिन कम होती जा रही है <br />वहां यह घटना सबके लिए मामूली हो सकती है पर संवेदनशील मन के लिए <br />बहुत बड़ी दुखद घटना है यह ....!Sumanhttps://www.blogger.com/profile/02336964774907278426noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6340570424549373370.post-87859203623907348862013-01-21T16:59:55.114+05:302013-01-21T16:59:55.114+05:30भैया आपकी संवेदना स्तुत्य है ... काश प्रकृति सभी म...भैया आपकी संवेदना स्तुत्य है ... काश प्रकृति सभी में यही भाव भार पाती !<br /> आनंदhttps://www.blogger.com/profile/06563691497895539693noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6340570424549373370.post-85689535976050197352013-01-21T13:19:11.709+05:302013-01-21T13:19:11.709+05:30भईय, इस घटना ने मुझे भी कुछ याद दिला दिया...यू पी ...भईय, इस घटना ने मुझे भी कुछ याद दिला दिया...यू पी एस सी की मुख्या परीक्षा होनेवाली थी..बगल के स्टोर रूम में बिल्ली बच्चे को जन्म देकर छोड़कर चली गयी...बच्चा रात भर रोता रहा...सुबह उस अधमरे बच्चे को मैंने और माँ ने पुचकारा ..बड़ी मुश्किल से रूई के फाहे से दूध पिलाया ..ठण्ड थी अतः स्वेटर में लपेटकर अपने पास रखा...जान बच गयी...दो-चार दिनों में वह ठीक हो गया...हमसे खूब हिल-मिल गया था...उछल-कूद करने लगा था...एक दिन वह दूसरे कमरे में सो रहा था ...मै पढ़ रही थी कि अचानक हलकी सी आवाज़ आयी...लगा कि कुनमुना रहा है...थोड़ी देर बाद धम्म से आवाज़ आई जाकर देखा तो खून पसरा था...खिड़की खुली थी ...किसी जानवर ने उसे खा लिया था ....बहुत बुरा लगा था..और आज आपकी यह पोस्ट...मन विचलित हो गया ... स्वयम्बराhttps://www.blogger.com/profile/07253617711811976030noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6340570424549373370.post-82699593830849499412013-01-21T11:10:43.698+05:302013-01-21T11:10:43.698+05:30आज जब इंसान ,इंसान के प्रति संवेदनाहीन हो गया है ,...आज जब इंसान ,इंसान के प्रति संवेदनाहीन हो गया है ,क्रूरतम व्यवहार के उदाहरण रोज़<br />सुनाई देते हैं ,तब सड़स के इन निरीह जीवों की बात करनेवाले कुछ बिरले लोग ही दिखाई देते हैं! प्रतिभा सक्सेनाhttps://www.blogger.com/profile/12407536342735912225noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6340570424549373370.post-43187032269834447302013-01-21T03:00:12.905+05:302013-01-21T03:00:12.905+05:30बड़े भाई, आपके इस दर्द में शामिल हैं ... बड़े भाई, आपके इस दर्द में शामिल हैं ... Smart Indianhttps://www.blogger.com/profile/11400222466406727149noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6340570424549373370.post-46570661049651920282013-01-20T19:10:18.634+05:302013-01-20T19:10:18.634+05:30दिल्ली जैसे महानगरों में तो तेज रफ्तार कारों से ...दिल्ली जैसे महानगरों में तो तेज रफ्तार कारों से न जाने कितने मासूम कुचल जाते हैं।अजित गुप्ता का कोनाhttps://www.blogger.com/profile/02729879703297154634noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6340570424549373370.post-7944121130414147402013-01-20T16:35:50.768+05:302013-01-20T16:35:50.768+05:30दिल बहुत खराब होता है ये सब देख के ... पर कई बार ब...दिल बहुत खराब होता है ये सब देख के ... पर कई बार बस नहीं होता ... दिगम्बर नासवाhttps://www.blogger.com/profile/11793607017463281505noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6340570424549373370.post-33514624029611641512013-01-20T14:07:35.463+05:302013-01-20T14:07:35.463+05:30भावनात्मक.
इस प्रकृति चक्र में सभी का अपना योगदा...भावनात्मक. <br /><br />इस प्रकृति चक्र में सभी का अपना योगदान है.रचना दीक्षितhttps://www.blogger.com/profile/10298077073448653913noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6340570424549373370.post-42606862329054449712013-01-20T12:35:27.899+05:302013-01-20T12:35:27.899+05:30bhawon ki gahrayee hai......udvelit karti hai........bhawon ki gahrayee hai......udvelit karti hai.....mridula pradhanhttps://www.blogger.com/profile/10665142276774311821noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6340570424549373370.post-51055826023751158022013-01-20T06:53:49.814+05:302013-01-20T06:53:49.814+05:30सतीश भाई! कुछ कहा नहीं जा रहा है। बस महसूस किया जा...सतीश भाई! कुछ कहा नहीं जा रहा है। बस महसूस किया जा सकता है। दिनेशराय द्विवेदीhttps://www.blogger.com/profile/00350808140545937113noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6340570424549373370.post-26831035276206819602013-01-20T01:09:02.400+05:302013-01-20T01:09:02.400+05:30बहुत भावनात्मक कलम आज भी उन्हीं की जय बोलेगी ...... बहुत भावनात्मक <a href="http://shalinikaushik2.blogspot.com" rel="nofollow"> कलम आज भी उन्हीं की जय बोलेगी ......</a> आप भी जाने <a href="http://shalinikaushikadvocate.blogspot.com" rel="nofollow"> कई ब्लोगर्स भी फंस सकते हैं मानहानि में ....... </a><br /><br />Shalini kaushikhttps://www.blogger.com/profile/10658173994055597441noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6340570424549373370.post-90011555052648777872013-01-20T00:02:30.485+05:302013-01-20T00:02:30.485+05:30ऑफ़िस से लौटते हुए बेटा घर पहुंचते -पहुंचते फोन पर ...ऑफ़िस से लौटते हुए बेटा घर पहुंचते -पहुंचते फोन पर बताता है .. कुछ दिनों से एक श्वान साहब इन्तजार करते हैं डिनर पर उनका ....अगर खुद घर न खाना हो तो ब्रेड लेकर आते हैं..उन्हें खिलाते हैं तब जाते है बाहर...और यहाँ मैं फोन पर सुनकर ही उन्हें जानने लगी हूँ ...बस थोड़ा स्नेह ही तो चाहिए और मन मिल ही जाता है ...<br />काश सब समझें ...देख कर चलें... :-(Archana Chaojihttps://www.blogger.com/profile/16725177194204665316noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6340570424549373370.post-83311214819445155222013-01-19T22:59:03.258+05:302013-01-19T22:59:03.258+05:30कल बाइक से सड़क के किनारे किनारे जा रहा था। एक कार ...कल बाइक से सड़क के किनारे किनारे जा रहा था। एक कार वाले भाई को जल्दी थी और खरोच मारते निकल गए। इश्वर की कृपा थी कि सलामत हूँ। असंवेदनशील है यह समय। जानवर के लिए क्या आदमी के लिए क्या। गीतों की द्रवित कर गई यह पोस्ट भी। संस्मरण में स्थान दीजियेगा इसे। अरुण चन्द्र रॉयhttps://www.blogger.com/profile/01508172003645967041noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6340570424549373370.post-82664221215470741622013-01-19T22:35:29.454+05:302013-01-19T22:35:29.454+05:30इस मामले में मैं भाग्यशाली हूँ.. कोलकाता में मैं ऑ...इस मामले में मैं भाग्यशाली हूँ.. कोलकाता में मैं ऑफिस जल्दी पहुंचता था.. रोज देखता कि एक बुज़ुर्ग महिला जो सामने जीवन बीमा निगम में काम करती थीं, फुटपाथ पर कुत्तों के बीच बैठकर उनको अपने हाथ से बिस्किट (बंगाल में बिस्कुट कहते हैं) खिलाती थीं.<br />और यहाँ गुजरात में तो मत पूछिए.. गायों को दूर दूर से लोग सुबह सुबह हरा चारा लाकर खिलाते हैं और कुत्तों को बिस्किट.. मेरे घर के सामने... देखकर बहुत सुकून हासिल होता है!!<br />दिल्ली/एं.सी.आर. में तो इंसानों को कुत्तों की तरह ट्रीट करते हैं तो फिर कुत्तों का क्या!!<br />आपकी ट्रेड मार्क पोस्ट!!चला बिहारी ब्लॉगर बननेhttps://www.blogger.com/profile/05849469885059634620noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6340570424549373370.post-54149017973959201932013-01-19T22:11:01.817+05:302013-01-19T22:11:01.817+05:30उफ़ ...:(उफ़ ...:(Anju (Anu) Chaudharyhttps://www.blogger.com/profile/01082866815160186295noreply@blogger.com