tag:blogger.com,1999:blog-6340570424549373370.post6710033826722615258..comments2024-03-27T14:44:27.129+05:30Comments on मेरे गीत !: इस तरफ आदमी, उधर कुत्ता ! बोलिए, किस को सावधान करें !Satish Saxena http://www.blogger.com/profile/03993727586056700899noreply@blogger.comBlogger19125tag:blogger.com,1999:blog-6340570424549373370.post-84848916516388755302010-01-21T15:12:57.810+05:302010-01-21T15:12:57.810+05:30प्रिय सतीश मेरा ईमेल है Thesis_brij@yahoo .co.inप्रिय सतीश मेरा ईमेल है Thesis_brij@yahoo .co.inBrijmohanShrivastavahttps://www.blogger.com/profile/04869873931974295648noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6340570424549373370.post-34581438313221052322010-01-21T10:19:03.057+05:302010-01-21T10:19:03.057+05:30दुबारा आ गया हूँ, वसंत पंचमी की मुबारकबाद देने-एक ...दुबारा आ गया हूँ, वसंत पंचमी की मुबारकबाद देने-एक दिन बाद. हम भारतीय विलम्ब से काम करने में माहिर हैं.<br />एक जरूरी बात कहनी थी, बुरा न मानियेगा, क्या किसी साउथ इंडियन फिल्म में खलनायक की भूमिका मिल गयी है? नई फोटो से ऐसा ही लगा. अगर मिल गयी है शुभकामना-बधाई और अगर ऐसा नहीं है तो फिर... काहे को डराते हो भाई? <br />कल शाम मेरे एक गैर साहित्यिक मित्र मेरे ब्लॉग की छानबीन कर रहे थे. कमेन्ट बॉक्स में आपका चित्र देखते ही बोले, "अबे, तू अब बहुत बहुत आगे निकल गया. इसे जानता है? मैं जानता हूँ, ये साउथ इंडियन फिल्मों में विलेन के रोल करता है. आज मालूम पड़ा, इसका नाम सतीश सक्सेना है".सर्वत एम०https://www.blogger.com/profile/15168187397740783566noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6340570424549373370.post-66228254444842446592010-01-20T13:23:24.180+05:302010-01-20T13:23:24.180+05:30सर्वत साहब की ग़ज़ल तो माशा अल्लाह...
कुत्ते की व...सर्वत साहब की ग़ज़ल तो माशा अल्लाह...<br /><br />कुत्ते की वफादारी पर हम जो भी बोले कम होगी... आखिर अब तक उसी ने तो निभायी है... हम इंसान सिर्फ प्रेरणा लेते हैं और भूल जाते हैं.<br /><br />आप को वसंत पंचमी की अनेक शुभकामनाएं!!Sulabh Jaiswal "सुलभ"https://www.blogger.com/profile/11845899435736520995noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6340570424549373370.post-17634669889926466132010-01-20T00:21:35.839+05:302010-01-20T00:21:35.839+05:30कुत्तों की बराबरी कोई नहीं कर सकता!
घुघूती बासूतीकुत्तों की बराबरी कोई नहीं कर सकता!<br />घुघूती बासूतीghughutibasutihttps://www.blogger.com/profile/06098260346298529829noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6340570424549373370.post-84000297448345656012010-01-15T09:21:37.019+05:302010-01-15T09:21:37.019+05:30बहुत ही सही कहा !! कुते से पालतू कुछ नहीं एक बार अ...बहुत ही सही कहा !! कुते से पालतू कुछ नहीं एक बार अगर प्यार से पुच्ज्कार लो तो उम्र भर नहीं भूलता फिर चाहे आप उसे जितना दुत्कारो!!!खुला सांडhttps://www.blogger.com/profile/12966838728570505280noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6340570424549373370.post-90589684715938249912010-01-14T12:35:15.421+05:302010-01-14T12:35:15.421+05:30जी हां सतीश जी, कुत्ता तो पालतू है तो प्यारा है, व...जी हां सतीश जी, कुत्ता तो पालतू है तो प्यारा है, वरना आवारा है. त्रासदी है उसकी ये.वन्दना अवस्थी दुबेhttps://www.blogger.com/profile/13048830323802336861noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6340570424549373370.post-14926166963734594342010-01-13T17:10:43.586+05:302010-01-13T17:10:43.586+05:30फिर वही फ़ोन्ट की दिक्कत हुई , कुछ भी पढने मे नही आ...फिर वही फ़ोन्ट की दिक्कत हुई , कुछ भी पढने मे नही आया (.......).इस प्रकार की लाइने दिखलाई दीं उन्हे सिलेक्ट किया और इस मैटर को बराह पैड पर ,कोपी करके ले गया तब पढने मे आया ।इसका शीर्षक पढ्ने मे आया ,टिप्प्णी पढने मे आई इसके पूर्व १९ दिसम्बर का लेख पढने मे आरहा है बस आज के इस ब्लोग मे अक्षर की जगह बिन्दिंयां दिखाई दे रही है ।<br />सहीहै इस जीव में आदमी के प्रति प्यार और ममता बहुत होती हैBrijmohanShrivastavahttps://www.blogger.com/profile/04869873931974295648noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6340570424549373370.post-11867893254761221702010-01-12T22:10:42.741+05:302010-01-12T22:10:42.741+05:30...वैसे लीक से हट के एक बात कह रहा हूं कुछ लोग नार......वैसे लीक से हट के एक बात कह रहा हूं कुछ लोग नाराज भी हो सकते हैं, ... इंसानों मे भी कुत्तों के कुछ गुण होते हैं उदाहरण के तौर पर .. जब किसी इंसान को किसी से कुछ मिलना होता है तो वह उसके सामने-आसपास दुम हिलाने लगता है ... जब इंसान को किसी से कुछ लेना होता है तो वह उसके तलवे चाटने लगता है ... जब किसी इंसान को कोई कमजोर आदमी दिखता है तो वह उसको भौंकने लगता है और जब और भी कमजोर आदमी मिलता है तो वह उसको काटने लगता है ... वगैरह-वगैरह .... !!!!कडुवासचhttps://www.blogger.com/profile/04229134308922311914noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6340570424549373370.post-8419631774466468382010-01-12T19:59:14.391+05:302010-01-12T19:59:14.391+05:30कुत्ते की वफ़ादारी के चर्चे तो खूब सुने पर आपका यह...कुत्ते की वफ़ादारी के चर्चे तो खूब सुने पर आपका यह पोस्ट खूबसूरत<br />और सवेंदनशील बनने की प्रेरणा देता है.देवेन्द्र पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/07466843806711544757noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6340570424549373370.post-13845589294410862852010-01-12T16:34:37.780+05:302010-01-12T16:34:37.780+05:30सचमुच आदमी से खतनाक जानवर दूसरा नहीं होता।
-------...सचमुच आदमी से खतनाक जानवर दूसरा नहीं होता।<br />--------<br /><a href="http://za.samwaad.com/" rel="nofollow">अपना ब्लॉग सबसे बढ़िया, बाकी चूल्हे-भाड़ में।</a><br /><a href="http://sb.samwaad.com/" rel="nofollow">ब्लॉगिंग की ताकत को Science Reporter ने भी स्वीकारा।</a>Dr. Zakir Ali Rajnishhttps://www.blogger.com/profile/03629318327237916782noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6340570424549373370.post-72087149342689512522010-01-12T11:53:17.403+05:302010-01-12T11:53:17.403+05:30वाह! वाह!! वाह!!! कमाल का लेख. आदमी और कुत्ते के ब...वाह! वाह!! वाह!!! कमाल का लेख. आदमी और कुत्ते के बीच का फर्क जिस तरह आपने बयान किया, उसकी प्रशंसा किन शब्दों में करूं, अब तक सोच नहीं पाया. मैं क्षमा चाहता हूँ, ३रोज़ बाद वापस लौटा हूँ और आने के बाद सीधे आपके यहाँ हाजिरी दी है. आपकी मुहब्बत, इनायत, ख़ुलूस है जो आपने इस शेर को बैनर बनाया, यकीन मानें, सच्चे दिल से कह रहा हूँ, शेर जितनी बढ़िया व्याख्या आपने की है, मुझे तो अपना शेर हल्का लगने लगा है. मैं तो दो पंक्तियाँ कह कर निकल गया, आपने तो इसे एक खूबसूरत फ्रेम में सजा दिया. कलम की इस रफ्तार के लिए मुबारकबाद.सर्वत एम०https://www.blogger.com/profile/15168187397740783566noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6340570424549373370.post-74043452204823053562010-01-12T10:43:39.855+05:302010-01-12T10:43:39.855+05:30Appne bahut accha likha & sahi likha. Dogs are...Appne bahut accha likha & sahi likha. Dogs are the most loyal & kind hearted pet. They are far far better than human being. They live only for us, whatever situations they come across .They never expect anything in return to what they do or give for us.They are never selfish like human being.<br />Very nice article uncle.I loved it.<br />Goofy ke saath mera pic kyon nahi lagate ho :(Appyhttps://www.blogger.com/profile/12694581165294676804noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6340570424549373370.post-33783540262826740542010-01-09T20:35:45.154+05:302010-01-09T20:35:45.154+05:30कभी कभी मैं भी सोचता हूँ की कितना अच्छा होता
यदि...कभी कभी मैं भी सोचता हूँ की कितना अच्छा होता <br />यदि आदमी आदमी न होकर कुत्ता होता । <br />तब न होती काम, क्रोध , मद , लोभ की बीमारी <br />और आदमी भी होता कुत्ते की तरह सदाचारी। <br /><br />आपसे पूर्णतय सहमत।डॉ टी एस दरालhttps://www.blogger.com/profile/16674553361981740487noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6340570424549373370.post-69226326265769363992010-01-09T18:50:45.543+05:302010-01-09T18:50:45.543+05:30क्या कहें? कुत्ते वफादार होते हैं। आदमियों में भी ...क्या कहें? कुत्ते वफादार होते हैं। आदमियों में भी कुत्ते और वफादार दोनों ही होते हैं।दिनेशराय द्विवेदीhttps://www.blogger.com/profile/00350808140545937113noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6340570424549373370.post-223911325288128412010-01-09T15:08:09.496+05:302010-01-09T15:08:09.496+05:30सच कहते हैं आप..इस मूक पशु का प्रेम अनुसरणीय है......सच कहते हैं आप..इस मूक पशु का प्रेम अनुसरणीय है...एक बार घर का सदस बन जाये तो मरते दम तक आप का वफादार बना रहता है...<br />नीरजनीरज गोस्वामीhttps://www.blogger.com/profile/07783169049273015154noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6340570424549373370.post-61633845346834434542010-01-09T14:58:50.874+05:302010-01-09T14:58:50.874+05:30आपका कहना बिल्कुल वाजिब है सतीश जी .......... इंसा...आपका कहना बिल्कुल वाजिब है सतीश जी .......... इंसान हर कदम पे गद्दारी करता है ......... अपने से प्यार करने वाले को भी इस्तेमाल करता है ......... जबकि निरीह जानवर ख़ास कर कुत्ता अपनी वफ़ादारी में जान देने से भी नही चूकता ......... बहुत अछा लिखा है .............दिगम्बर नासवाhttps://www.blogger.com/profile/11793607017463281505noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6340570424549373370.post-23424113322927342532010-01-09T14:40:48.114+05:302010-01-09T14:40:48.114+05:30सतीश जी, कुत्ते को भी बहुत प्यार मिलता है,लोग इसे ...सतीश जी, कुत्ते को भी बहुत प्यार मिलता है,लोग इसे भी अपने बच्चो की भान्न्ति ही पालते है, लेकिन फ़िर भी हम कुत्ते कि वफ़ा दारी के सामने नही टिक पाते, आप के लेख से सहमत हुंराज भाटिय़ाhttps://www.blogger.com/profile/10550068457332160511noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6340570424549373370.post-78425481125868225492010-01-09T13:52:00.045+05:302010-01-09T13:52:00.045+05:30सतीश जी आदमी कभी वफादार नहीं होता.. रिश्तों में नर...सतीश जी आदमी कभी वफादार नहीं होता.. रिश्तों में नर्मी और गर्मी दोनों उसी के बर्ताव पर टिके होते है... दो गज जमीन के लिए जो अपनों के खून से हाथ रंग लेता हो, उससे वफादारी की उम्मीद कैसी... लेकिन एक जानवर सिर्फ़ इसलिए आदमी से ज्यादा वफादार होता है क्योंकि उसे किसी चीज़ का लालच नहीं होता..अबयज़ ख़ानhttps://www.blogger.com/profile/06351699314075950295noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6340570424549373370.post-56189349269348610882010-01-09T13:48:13.466+05:302010-01-09T13:48:13.466+05:30हम आदमियों से ही पार न पाए
आप जानवरों की बात करते ...हम आदमियों से ही पार न पाए<br />आप जानवरों की बात करते हैं !गिरिजेश राव, Girijesh Raohttps://www.blogger.com/profile/16654262548719423445noreply@blogger.com