tag:blogger.com,1999:blog-6340570424549373370.post7124336601316064569..comments2024-03-27T14:44:27.129+05:30Comments on मेरे गीत !: गोपाल विनायक गोडसे( Gopal Vinayak Godse ) की कुछ यादें -सतीश सक्सेनाSatish Saxena http://www.blogger.com/profile/03993727586056700899noreply@blogger.comBlogger49125tag:blogger.com,1999:blog-6340570424549373370.post-33457788721584615552015-06-11T11:01:04.289+05:302015-06-11T11:01:04.289+05:30इतिहास को दुहराना गोडसे जी के साथ --पढ़ना अच्छा लगा...इतिहास को दुहराना गोडसे जी के साथ --पढ़ना अच्छा लगा। Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/08486476255134733859noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6340570424549373370.post-57396754283806372312012-06-11T08:05:12.084+05:302012-06-11T08:05:12.084+05:30Our history is fabricated .....पोस्ट के बहाने आपके...Our history is fabricated .....पोस्ट के बहाने आपके सारे लिंक्स पढ़ लिए! किताब तो हमने बहुत पहले पढ़ी थी पर गोपालजी गोडसे के बारे में हम जादा जान न पाए थे!बहुत उम्दा पोस्ट सादर !Coralhttps://www.blogger.com/profile/18360367288330292186noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6340570424549373370.post-9001354805919797522012-06-10T10:41:43.111+05:302012-06-10T10:41:43.111+05:30गोडसे जी का अद्भुत व्यक्तित्त्व प्रभावित करता है. ...गोडसे जी का अद्भुत व्यक्तित्त्व प्रभावित करता है. आपके साथ उनके संबंधों को पढकर अच्छा लगा. यह पुस्तक तो मैंने भी पढ़ी है.रचना दीक्षितhttps://www.blogger.com/profile/10298077073448653913noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6340570424549373370.post-19934613474917446802012-06-10T07:34:00.458+05:302012-06-10T07:34:00.458+05:30मैं तो भैया सौ कि सीधी एक बात जानता हूँ कि जिसने भ...मैं तो भैया सौ कि सीधी एक बात जानता हूँ कि जिसने भी बापू की हत्या करी वो अच्छा आदमी नहीं हो सकता। हत्यारे के विचारों का जो समर्थन करे वो भी अच्छा आदमी नहीं हो सकता। फिर चाहे लाख तर्क देकर कोई यह सिद्ध करना चाहे, मैं सुनना ही पसंद ना करूँ।देवेन्द्र पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/07466843806711544757noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6340570424549373370.post-31261973475628894752012-06-07T01:03:19.845+05:302012-06-07T01:03:19.845+05:30किसी ऐसे व्यक्तित्व का जिसका आप पर गहरा प्रभाव पड़...किसी ऐसे व्यक्तित्व का जिसका आप पर गहरा प्रभाव पड़ा हो और जिनके साथ वक्त बीता हो, अरसे बाद अचानक कुछ ऐसा मिल जाए जिससे अतीत की सभी बातें याद आ जाये, मन को बहुत खुशी देता है. पुरातत्वों के बारे में लोगों के अलग अलग विचार हैं, सत्यता का आधार भी मुझे प्रामाणिक नहीं लगा कभी. चाहे जिसने भी जो बनवाए वास्तुकला अद्भुत है. बहुत अच्छी जानकारी मिली. गोपाल गोडसे जी के बारे कुछ और भी जानकारी दें तो जानना अच्छा लगेगा, उनकी पुस्तक मैंने नहीं पढ़ी है अतः कुछ भी नहीं जानती. शुभकामनाएँ.डॉ. जेन्नी शबनमhttps://www.blogger.com/profile/11843520274673861886noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6340570424549373370.post-81542350229118345682012-06-03T00:20:13.841+05:302012-06-03T00:20:13.841+05:30Good to know about people and their view..Do share...Good to know about people and their view..Do share few more facts, Satish ji.Rahul Paliwalhttps://www.blogger.com/profile/10172932105201007746noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6340570424549373370.post-741404150391630252012-06-02T20:28:03.164+05:302012-06-02T20:28:03.164+05:30यह तो नहीं पर "गाँधी वध क्यों" नामक पुस्...यह तो नहीं पर "गाँधी वध क्यों" नामक पुस्तक है मेरे पास, यदि आप चाहें तो स्कैन करके भेज सकता हूँ .<br />गोडसे ने गांधी वध के 150 कारण न्यायालय के सामने बताये थे , जिन्हें " गांधी वध क्यों " पुस्तक में पढा जा सकता है .<br />नाथूराम गोडसे ने कहा था कि " मेरी अस्थियाँ पवित्र सिन्धू नदी में ही उस समय प्रवाहित करना जब सिन्धू नदी एक स्वतंत्र नदी के रूप में भारत के झंडे तले बहने लगे, भले ही इसमें कितने भी वर्ष लग जाये, कितनी भी पीढियाँ जन्म ले, लेकिन तब तक मेरी अस्थियाँ विसर्जित न करना. " आज भी गोडसे का अस्थिकलश पुणे में उनके निवास पर उनकी अंतिम इच्छा पूरी होने की प्रतिक्षा में रखा हुआ है.Amit Sharmahttps://www.blogger.com/profile/15265175549736056144noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6340570424549373370.post-37190565031142739702012-06-02T20:20:02.926+05:302012-06-02T20:20:02.926+05:30नमन उन विभूति को ! और अभिनन्दन आपका जो ऐसी शख्शियत...नमन उन विभूति को ! और अभिनन्दन आपका जो ऐसी शख्शियत के साथ आपका जुड़ाव रहा !<br /><br />@ वे आगरा एवं दिल्ली के पुराने भवनों में ,पुरातन भारतीय स्थापत्य कला के चिन्ह पाकर उत्साहित होते थे !<br /><br /> यही तो दुर्भाग्य है :( सच्चाई को ढंकने का प्रयास किया गया हमें नपुंसक और आत्मगौरव हीन बनाने के लिए, और हम बड़े आसानी से बनते गए ............................ जो कोई पुरातन के वैभव का उदघाटन करे वह जाहिल और जो पुरावैभव गान का गला घोंटे वह महान बुद्धिजीवी ................................. वैसे ज्ञानवंत होने की सिद्धि तो सिर्फ वामाचारियों (वामपंथी) के लिए ही सुरक्षित है .................................. चाहे जितना अपने अंतर में सत्य स्वीकार करता हो पर बाहर अपने अकादमिक होने के प्रदर्शन के लिए भारत-वैभव को गरियाना लतियाना आवश्यक है .......... खुद ना कर पायें तो समर्थन ही करना आवश्यक है .Amit Sharmahttps://www.blogger.com/profile/15265175549736056144noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6340570424549373370.post-34458220382200336762012-06-02T19:59:38.238+05:302012-06-02T19:59:38.238+05:30गोडसे को फांसी देने वाली खंडपीठ मे शामिल जसटिस खोस...गोडसे को फांसी देने वाली खंडपीठ मे शामिल जसटिस खोसला का कहना था-"नथूराम का वक्तव्य न्यायालय मे उपसिथित लोगों के लिये एक आकरषक वस्तु थी!खचाखच भरा न्यायालय इतना भावाकुल हुआ था कि उनकी आंहें और सिसकियां सुनने मे आती थी और उनके गीली-गीली आंखों से गिरने वाले आंसू साफ़ दिखाई देते थे! न्यायालय मे उपस्थित लोगों को यदि न्यायदान करने दिया जाता तो मुझे तनिक भी संदेह नहीं है कि उन्होने अधिक से अधिक संख्या में कहा होता कि नथूराम निरदोष है!<br />(गांधी-वध क्यों?,page no.48)Amit Sharmahttps://www.blogger.com/profile/15265175549736056144noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6340570424549373370.post-34034320520266895542012-05-31T19:10:16.368+05:302012-05-31T19:10:16.368+05:30कमाल है महाराष्ट्र की बेटी को इस बारे में कोई जानक...कमाल है महाराष्ट्र की बेटी को इस बारे में कोई जानकारी नहीं ...<br />:)Satish Saxena https://www.blogger.com/profile/03993727586056700899noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6340570424549373370.post-35015759455878677012012-05-31T19:05:18.621+05:302012-05-31T19:05:18.621+05:30यह आवश्यक भी है प्रज्ञा ...
हर इंसान के अपनी विशेष...यह आवश्यक भी है प्रज्ञा ...<br />हर इंसान के अपनी विशेषताएं होती है बशर्ते हम पूर्वाग्रहों से मुक्त हों, बेहतर रहेगा अगर हम किसी की भी सब विशेषताएं देखने का प्रयत्न तो करें !Satish Saxena https://www.blogger.com/profile/03993727586056700899noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6340570424549373370.post-51621412877506815732012-05-31T18:52:26.260+05:302012-05-31T18:52:26.260+05:30इस बारे में कोई जानकारी नहीं :}इस बारे में कोई जानकारी नहीं :}Sumanhttps://www.blogger.com/profile/02336964774907278426noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6340570424549373370.post-11073018328416400572012-05-31T16:00:28.875+05:302012-05-31T16:00:28.875+05:30मैंने भी पढ़ी थी ये पुस्तक।मैंने भी पढ़ी थी ये पुस्तक।nilesh mathurhttps://www.blogger.com/profile/15049539649156739254noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6340570424549373370.post-87715401261217195222012-05-31T14:35:00.495+05:302012-05-31T14:35:00.495+05:30गोडसे को गाँधी के अतिरिक्त आज पहली बार देखा....गोडसे को गाँधी के अतिरिक्त आज पहली बार देखा....pragyahttps://www.blogger.com/profile/04688591710560146525noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6340570424549373370.post-11325134970222661402012-05-30T19:13:15.210+05:302012-05-30T19:13:15.210+05:30interesting thoughtful postinteresting thoughtful postsmhttp://realityviews.blogspot.com/noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6340570424549373370.post-5646043380709017082012-05-30T15:41:01.197+05:302012-05-30T15:41:01.197+05:30सतीश जी में आपके विचारों से सहमत हूँ क्या गोपाल ...सतीश जी में आपके विचारों से सहमत हूँ क्या गोपाल विनायक गोडसे की पुस्तक क्या इन्टरनेट पर उपलब्ध है.NIRANJAN JAINhttps://www.blogger.com/profile/12051981865495991065noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6340570424549373370.post-29238950398091396252012-05-29T19:02:45.170+05:302012-05-29T19:02:45.170+05:30bahut hee gyanvardhk jankaree ke liye abhar..bahut hee gyanvardhk jankaree ke liye abhar..VIJAY KUMAR VERMAhttps://www.blogger.com/profile/06898153601484427791noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6340570424549373370.post-73318623729845514022012-05-28T10:08:31.360+05:302012-05-28T10:08:31.360+05:30बहुत ही दुर्लभ पोस्ट सर । संग्रहणीय और सहेजने लायक...बहुत ही दुर्लभ पोस्ट सर । संग्रहणीय और सहेजने लायक ।अजय कुमार झाhttps://www.blogger.com/profile/16451273945870935357noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6340570424549373370.post-28108834047032707202012-05-27T18:36:24.020+05:302012-05-27T18:36:24.020+05:30बहुत ही बेहतरीन और प्रशंसनीय प्रस्तुति। मेरे नए पो...बहुत ही बेहतरीन और प्रशंसनीय प्रस्तुति। मेरे नए पोस्ट "कबीर" पर आपका स्वागत है । धन्यवाद।प्रेम सरोवरhttps://www.blogger.com/profile/17150324912108117630noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6340570424549373370.post-6236688123103999292012-05-27T18:35:34.347+05:302012-05-27T18:35:34.347+05:30गोडसे जी के पत्र से इतिहास को एक नये प्रकाश में दे...गोडसे जी के पत्र से इतिहास को एक नये प्रकाश में देखने की दृष्टि मिलती है ।Asha Joglekarhttps://www.blogger.com/profile/05351082141819705264noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6340570424549373370.post-78598921103142485792012-05-27T08:39:33.133+05:302012-05-27T08:39:33.133+05:30यादों के झरोखों पर बैठ कर अतीत को देखना बहुत सुखद ...यादों के झरोखों पर बैठ कर अतीत को देखना बहुत सुखद लगता है. शुभकामनाएँ भाई.Bharat Bhushanhttps://www.blogger.com/profile/10407764714563263985noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6340570424549373370.post-76286817516705147352012-05-27T07:07:34.069+05:302012-05-27T07:07:34.069+05:30सतीश जी, बधाइयाँ...इस पोस्ट के लिए...ये संयोग आपको...सतीश जी, बधाइयाँ...इस पोस्ट के लिए...ये संयोग आपको मिला...मुझे लगता है...अगर विचारों का आदान-प्रदान और दूसरों के विचारों के प्रति सम्मान हो...तो चरम बिंदु नहीं आता...Vaanbhatthttps://www.blogger.com/profile/12696036905764868427noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6340570424549373370.post-69089247945743495282012-05-27T00:07:16.363+05:302012-05-27T00:07:16.363+05:30गोपाल गोडसे जी को मेरा नमन !
इस पोस्ट के लिए आपका...गोपाल गोडसे जी को मेरा नमन !<br /><br /><a href="http://bulletinofblog.blogspot.in/2012/05/blog-post_26.html" rel="nofollow">इस पोस्ट के लिए आपका बहुत बहुत आभार - आपकी पोस्ट को शामिल किया गया है 'ब्लॉग बुलेटिन' पर - पधारें - और डालें एक नज़र - माँ की सलाह याद रखना या फिर यह ब्लॉग बुलेटिन पढ़ लेना </a>शिवम् मिश्राhttps://www.blogger.com/profile/07241309587790633372noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6340570424549373370.post-834780749873377132012-05-26T23:51:15.875+05:302012-05-26T23:51:15.875+05:30BEAUTIFUL INTERESTING.SO NICE POST.BEAUTIFUL INTERESTING.SO NICE POST.Ramakant Singhhttps://www.blogger.com/profile/06645825622839882435noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6340570424549373370.post-79528880174917776842012-05-26T20:39:00.066+05:302012-05-26T20:39:00.066+05:30आक्रमणकारियों के लिये यह सदा आसान रहता है कि मामूल...आक्रमणकारियों के लिये यह सदा आसान रहता है कि मामूली परिवर्तन कर अपना ठप्पा लगा दें।प्रवीण पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/10471375466909386690noreply@blogger.com