tag:blogger.com,1999:blog-6340570424549373370.post8255762342977291274..comments2024-03-27T14:44:27.129+05:30Comments on मेरे गीत !: मेरे मरने के बाद ...- सतीश सक्सेनाSatish Saxena http://www.blogger.com/profile/03993727586056700899noreply@blogger.comBlogger43125tag:blogger.com,1999:blog-6340570424549373370.post-13000516108197848182011-09-28T21:49:37.498+05:302011-09-28T21:49:37.498+05:30कल्पना की उडान बहुत ही मनमोहक होती है।कल्पना की उडान बहुत ही मनमोहक होती है।Dr.NISHA MAHARANAhttps://www.blogger.com/profile/16006676794344187761noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6340570424549373370.post-4883405288545268992011-05-07T12:17:18.944+05:302011-05-07T12:17:18.944+05:30Sateesh ji, aapki rachnaao par najar daalte hue is...Sateesh ji, aapki rachnaao par najar daalte hue is article par ruk gai.aapki soch ,vichaaron ko main salute karti hoon.esi sooch vaalo ki chaap to jeete ji hi dilon me ghar kar jaati hai baad ke to kya kahne.bahut achcha likhte hain aap...abhar.Rajesh Kumarihttps://www.blogger.com/profile/04052797854888522201noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6340570424549373370.post-38183520685516470072011-03-18T14:55:23.061+05:302011-03-18T14:55:23.061+05:30रचना पर प्रयोग पसंद आया, आप से काफी कुछ सीखना है ...रचना पर प्रयोग पसंद आया, आप से काफी कुछ सीखना है :) तो कृपया कुछ साल और मुझ जैसे पाठकों को झेलने के लिए ऐसा विचार त्याग दीजिये! आप को अभी नहीं जाने देंगे...<br /><br />शुभकामनायें!Kavita Prasadhttps://www.blogger.com/profile/15387681420571525202noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6340570424549373370.post-61652131205106448962011-01-20T00:35:22.009+05:302011-01-20T00:35:22.009+05:30आदरणीय सतीश जी
चरण स्पर्श !
प्रतिभाज...<b><i>आदरणीय सतीश जी </i></b> <br />चरण स्पर्श ! <br /><b> </b> <br /><b>प्रतिभाजी, दराल साहब, ख़ुशदीप जी, कैलाश जी </b> का कहा ही मेरा भी कहा मानें । <br /><br /><b> किसी भी स्थिति में सूरज को अपने सूरज होने का अलग से प्रमाण कभी नहीं देना पड़ता… </b> <br /><br /><b>~*~आप जैसे प्यारे इंसान के लिए हृदय से मेरी सदैव मंगलकामनाएं हैं !~*~</b> <br /> आपसे हुई एक बार की बातचीत मेरे मन पर अंकित हो'कर रह गई है ।<br /> <br />शुभकामनाओं सहित<br />- राजेन्द्र स्वर्णकारRajendra Swarnkar : राजेन्द्र स्वर्णकारhttps://www.blogger.com/profile/18171190884124808971noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6340570424549373370.post-10412127294314071732011-01-17T14:29:25.839+05:302011-01-17T14:29:25.839+05:30अभी नही सतीश जी ... अभी तो और मिलना है आपसे और और ...अभी नही सतीश जी ... अभी तो और मिलना है आपसे और और पढ़ना है ... अभी से ऐसी बाते न करें ...दिगम्बर नासवाhttps://www.blogger.com/profile/11793607017463281505noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6340570424549373370.post-39218953488550313432011-01-17T13:20:48.386+05:302011-01-17T13:20:48.386+05:30यह क्या सोचना शुरू कर दिया? आपने बच्चों को जो कुछ ...यह क्या सोचना शुरू कर दिया? आपने बच्चों को जो कुछ दिया है वे यह कभी नहीं भूलेंगे..अभी तो आपकी बहुत रचनाएँ पढनी हैं..आभारKailash Sharmahttps://www.blogger.com/profile/12461785093868952476noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6340570424549373370.post-30816687440582840712011-01-17T11:50:16.146+05:302011-01-17T11:50:16.146+05:30ये भावनायें व्यक्त करने में आप बहुत-बहुत-बहुत ज्या...ये भावनायें व्यक्त करने में आप बहुत-बहुत-बहुत ज्यादा जल्दबाजी कर रहे हैं जी<br /><br />प्रणामअन्तर सोहिलhttps://www.blogger.com/profile/06744973625395179353noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6340570424549373370.post-19220511361041622672011-01-17T11:38:08.643+05:302011-01-17T11:38:08.643+05:30जीवन को बहुत व्यवहारिक रूप में लेती हु उस लिहाज से...जीवन को बहुत व्यवहारिक रूप में लेती हु उस लिहाज से आप का ये दस्तावेज जरुरी है | अपनो के साथ ही इसे बाहर कहने से ये फायदा है की जिसने इस बारे में नहीं सोचा है है या काम नहीं किया है उसे कुछ इस तरह का सोचने और करने की प्रेरणा या आइडिया ले |anshumalahttps://www.blogger.com/profile/17980751422312173574noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6340570424549373370.post-8380112086439518302011-01-17T09:40:10.635+05:302011-01-17T09:40:10.635+05:30राजेश उत्साही जी की बात से सहमत ...भावनाएं ऐसा सोच...राजेश उत्साही जी की बात से सहमत ...भावनाएं ऐसा सोचने पर मजबूर करती हैं ....सबका नंबर क्यू में लगा हुआ है ..कौन कहाँ खड़ा है यही नहीं मालूम ...संगीता स्वरुप ( गीत )https://www.blogger.com/profile/18232011429396479154noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6340570424549373370.post-30132722951962175732011-01-17T09:19:40.801+05:302011-01-17T09:19:40.801+05:30ऐसा कुछ लिख डालने के लिए कितनी हिम्मत जुटाना होगी,...ऐसा कुछ लिख डालने के लिए कितनी हिम्मत जुटाना होगी, नहीं मालूम...पर अलिखित इबारतें इससे मिलती जुलती ही लगीं.Udan Tashtarihttps://www.blogger.com/profile/06057252073193171933noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6340570424549373370.post-26365479527944180762011-01-17T08:55:08.921+05:302011-01-17T08:55:08.921+05:30यह दस्तावेज़ लिखने का समय अभी नहीं आया है . बहुत क...यह दस्तावेज़ लिखने का समय अभी नहीं आया है . बहुत कुछ करने को पड़ा है आपके लिए !संजय कुमार चौरसियाhttps://www.blogger.com/profile/06844178233743353853noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6340570424549373370.post-4595247505811871402011-01-17T06:09:49.906+05:302011-01-17T06:09:49.906+05:30बहुत ही सच्ची बात कही है |मन को छूती रचना |
आशाबहुत ही सच्ची बात कही है |मन को छूती रचना |<br />आशाAsha Lata Saxenahttps://www.blogger.com/profile/16407569651427462917noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6340570424549373370.post-30621471014965633362011-01-17T05:50:14.066+05:302011-01-17T05:50:14.066+05:30एक करीबी रिश्तेदार अस्पताल में जीवन -मृत्यु की जंग...एक करीबी रिश्तेदार अस्पताल में जीवन -मृत्यु की जंग लड़ रहे हैं ,ऐसे में इसे पढ़ना ..ओह!वाणी गीतhttps://www.blogger.com/profile/10839893825216031973noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6340570424549373370.post-17503259268215702762011-01-17T00:44:18.652+05:302011-01-17T00:44:18.652+05:30रुक जाना नहीं, तू कहीं हार के,
कांटों पे चलने से स...रुक जाना नहीं, तू कहीं हार के,<br />कांटों पे चलने से साये मिलेंगे बहार के...<br />ओ राही , ओ राही,<br />ओ राही, ओ राही...<br />सूरज देख रुक गया है,<br />तेरे आगे झुक गया है,<br />यूहीं चला चल...<br /><br />सतीश भाई, ये वक्त अभी तो मैं जवान हूं गाने का है,<br />न कि ये दुनिया ये महफिल मेरे काम की नहीं...<br /><br />कुछ तो अपने राजनेताओं से सीखते सतीश भाई, आपकी उम्र में तो उनकी मिनिस्टरी की प्राइमरी शुरू होती है...<br /><br />सौ बातों की एक बात...मरें आपके दुश्मन...<br /><br />जय हिंद...Khushdeep Sehgalhttps://www.blogger.com/profile/14584664575155747243noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6340570424549373370.post-89404171883779268222011-01-16T23:54:51.367+05:302011-01-16T23:54:51.367+05:30पता नहीं मैं इसे दस्तावेज कहूं या आपके अंतर्मन के ...पता नहीं मैं इसे दस्तावेज कहूं या आपके अंतर्मन के भाव ....... पढ़कर आँखें नम हों गयीं ...... डॉ. मोनिका शर्मा https://www.blogger.com/profile/02358462052477907071noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6340570424549373370.post-47354171259322315992011-01-16T23:43:50.666+05:302011-01-16T23:43:50.666+05:30सतीश जी आँखें नाम हो गईं थीं......उपयोगी पोस्ट के ...सतीश जी आँखें नाम हो गईं थीं......उपयोगी पोस्ट के लिये धन्यवाद।संजय भास्कर https://www.blogger.com/profile/08195795661130888170noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6340570424549373370.post-22730991608115320082011-01-16T22:51:39.134+05:302011-01-16T22:51:39.134+05:30सुबह से 10 बार आया इस पोस्ट पर, लेकिन क्या कहुं सु...सुबह से 10 बार आया इस पोस्ट पर, लेकिन क्या कहुं सुझ ही नहीं रहा?<br /><br />बस…………<br /><br />अतित व्यवस्थित बीता!!<br />वर्तमान से आप पूर्ण सन्तुष्ट है………<br />फ़िर भविष्य पर पूर्ण आस्था रखिए॥सुज्ञhttps://www.blogger.com/profile/04048005064130736717noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6340570424549373370.post-11096447874549978472011-01-16T22:11:59.739+05:302011-01-16T22:11:59.739+05:30Ye baat kuchh azm nahi hui... Aap jaise bindaas re...Ye baat kuchh azm nahi hui... Aap jaise bindaas rehne wale insaan iss tarah likhte hain.. hamara mood suba subah fuse ho gaya... Itna samay laga hamari bulb jalne mei.. Aapko hamari umar lag jaye... Khush rahiye hamesha ki tarah . Dubara rulana nahi...Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6340570424549373370.post-39667419210809285962011-01-16T20:47:57.465+05:302011-01-16T20:47:57.465+05:30आपकी पोस्ट अच्छी लगी ,राज जी से सहमत हूँ .
...कृप...आपकी पोस्ट अच्छी लगी ,राज जी से सहमत हूँ .<br /><br />...कृप्या छोटों को राह सीधी दिखाईये ।<br /><br />खुशी मिली तो खुशी में शरीक सबको किया<br /><br />मिले जो ग़म तो अकेले में जाके रोने लगे<br /><a href="http://pyarimaan.blogspot.com/2011/01/246701.html" rel="nofollow">http://pyarimaan.blogspot.com/2011/01/246701.html</a>DR. ANWER JAMALhttps://www.blogger.com/profile/06580908383235507512noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6340570424549373370.post-87825383193944641022011-01-16T19:57:15.174+05:302011-01-16T19:57:15.174+05:30apka snehil dastawez bhawnaon ka khazana hai.bemis...apka snehil dastawez bhawnaon ka khazana hai.bemisaal.mridula pradhanhttps://www.blogger.com/profile/10665142276774311821noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6340570424549373370.post-69605424036401725512011-01-16T19:13:24.523+05:302011-01-16T19:13:24.523+05:30सतीश जी
वास्तविकता तो है आपकी बातों में ...........सतीश जी <br /> वास्तविकता तो है आपकी बातों में ............पर जो सच है उससे क्या मोह रखना ..क्या उसके बारे में सोचना ...जिन चीजों पर हमारा वश नहीं ....उन पर हम क्या कह सकते हैं ..............अब कभी ऐसा मत लिखना .....आज आँखें नम हो गयी ...फिर आंसू आ जाएँगे ......सुबह पढ़ा था इस पोस्ट को लेकिन टिप्पणी के बारे में सोचा तो हाथ रुक गया ......अब और अधिक नहींकेवल रामhttps://www.blogger.com/profile/04943896768036367102noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6340570424549373370.post-7537064136745775542011-01-16T16:40:29.236+05:302011-01-16T16:40:29.236+05:30अजी हमारे मरने के बाद.... यह चिंता क्यो ? बच्चो को...अजी हमारे मरने के बाद.... यह चिंता क्यो ? बच्चो को अच्च्छी शिक्षा अच्छे संस्कार दे दो ओर उन्हे आजाद छोड दो, बाकी उन की अपनी जिन्दगी हे, हम क्यो उस मे दखल दे, ओर फ़िर मरने के बाद भी.... नही मै ऎसा कभी नही सोचता, जब मै करुंगा तो अगर बीबी जिन्दा रही या बच्चे चोट हे तो उन के गुजर बसर के लिये जरुर छोड जाऊंगा, अगर बच्चे बडे हे तो बीबी के लिये जरुर छोड जाऊंगा, ओर अगर बीबी पहले चली गई तो... बच्चे खुद कमायेगे, मै छोडी गई राशि उन के बच्चो मे या किसी गरीब को दे दुंगा, अगर हम सब ऎसा करे तो भ्रर्ष्टा चार खुद वा खुद खत्म हो जायेगाराज भाटिय़ाhttps://www.blogger.com/profile/10550068457332160511noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6340570424549373370.post-84693880652295347162011-01-16T16:13:49.913+05:302011-01-16T16:13:49.913+05:30मूड स्विंग? होता है होता है :)
लगता है फिर दिल्ली ...मूड स्विंग? होता है होता है :)<br />लगता है फिर दिल्ली आना पड़ेगा !Arvind Mishrahttps://www.blogger.com/profile/02231261732951391013noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6340570424549373370.post-7905549199020657282011-01-16T14:30:44.762+05:302011-01-16T14:30:44.762+05:30अरे आज ये क्या हो गया आपको ..इतने सुन्दर प्रणय गीत...अरे आज ये क्या हो गया आपको ..इतने सुन्दर प्रणय गीत लिखने वाला आज ये कैसी बातें कर रहा है ?<br />वैसे बच्चों के लिए आपका विश्वास देखकर बहुत अच्छा लगा.shikha varshneyhttps://www.blogger.com/profile/07611846269234719146noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6340570424549373370.post-48060458043787909902011-01-16T13:12:19.119+05:302011-01-16T13:12:19.119+05:30आप जैसा विश्वास और विचार, भगवान करे सबके हों।आप जैसा विश्वास और विचार, भगवान करे सबके हों।प्रवीण पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/10471375466909386690noreply@blogger.com