tag:blogger.com,1999:blog-6340570424549373370.post5679146873949900314..comments2024-03-27T14:44:27.129+05:30Comments on मेरे गीत !: काऊ दिन उठ गयो मेरो हाथ, बलम तोय ऐसो मारूंगी -सतीश सक्सेनाSatish Saxena http://www.blogger.com/profile/03993727586056700899noreply@blogger.comBlogger37125tag:blogger.com,1999:blog-6340570424549373370.post-83738198156455749332020-09-01T23:43:57.968+05:302020-09-01T23:43:57.968+05:30 वाह ! वाह !रेणुhttps://www.blogger.com/profile/16292928872766304124noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6340570424549373370.post-65158812874853646282018-06-10T10:24:13.623+05:302018-06-10T10:24:13.623+05:30जिस दिन उठ गयो मेरो हाथ ,बलम तोहे मारूँगी ,
लेके च...जिस दिन उठ गयो मेरो हाथ ,बलम तोहे मारूँगी ,<br />लेके चिमटा बेलन साथ ,बलम तोहे मारूँगी .....<br />कभी तू बोले नमक है ज्यादा जो मैने दाल बनाई ,<br />कभी फेंक दी थाली भर तरकारी ,लाज ना तोहे आई ,<br />का है सौतन के मिल गयो साथ ,बलम तोहे मारूँगी ...<br />जिस दिन उठ गयो मेरो हाथ ,बलम तोहे मारूँगी ...<br />सासू हमारी रौब दिखावे ,फिर भी कुछ ना बोलू ,<br />खोद खोद के पूछे पडोसी फिर भी गांठ ना खोलू ,<br />ननदियो दिखाय रही है लात ,बलम तोहे मारूँगी ....<br />काम धामं तोहे कुछ ना करना बस घर मे रोब दिखाओ ,<br />अरे कही कमाओ करो नौकरी ,एक साड़ी ही खरीद के लाओ ,<br />तोरे कारन सुनू मैं कितनी बात ,बलम तोहे मारूँगी....<br />जिस दिन उठ गयो मेरो हाथ ,बलम तोहे मारूँगी ..<br />दिन भर करो तुम हँसी ठीठोली मोहे तनिक ना भाएे ,<br />चमकी के दुलहा सैइया खरीद के झुमका लाये ,<br />देखो चमकईहो ना अइसे दाँत बलम तोहे मारूँगी .....<br />जिस दिन उठ गयो मेरो हाथ ,बलम तोहे मारूँगी ...Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/02820614116563308326noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6340570424549373370.post-33650244860607272662018-06-10T10:22:24.420+05:302018-06-10T10:22:24.420+05:30मैंने इसे पूरा करने का प्रयास किया है
जिस दिन उ...मैंने इसे पूरा करने का प्रयास किया है<br /> जिस दिन उठ गयो मेरो हाथ ,बलम तोहे मारूँगी ,<br />लेके चिमटा बेलन साथ ,बलम तोहे मारूँगी .....<br />कभी तू बोले नमक है ज्यादा जो मैने दाल बनाई ,<br />कभी फेंक दी थाली भर तरकारी ,लाज ना तोहे आई ,<br />का है सौतन के मिल गयो साथ ,बलम तोहे मारूँगी ...<br />जिस दिन उठ गयो मेरो हाथ ,बलम तोहे मारूँगी ...<br />सासू हमारी रौब दिखावे ,फिर भी कुछ ना बोलू ,<br />खोद खोद के पूछे पडोसी फिर भी गांठ ना खोलू ,<br />ननदियो दिखाय रही है लात ,बलम तोहे मारूँगी ....<br />काम धामं तोहे कुछ ना करना बस घर मे रोब दिखाओ ,<br />अरे कही कमाओ करो नौकरी ,एक साड़ी ही खरीद के लाओ ,<br />तोरे कारन सुनू मैं कितनी बात ,बलम तोहे मारूँगी....<br />जिस दिन उठ गयो मेरो हाथ ,बलम तोहे मारूँगी ..<br />दिन भर करो तुम हँसी ठीठोली मोहे तनिक ना भाएे ,<br />चमकी के दुलहा सैइया खरीद के झुमका लाये ,<br />देखो चमकईहो ना अइसे दाँत बलम तोहे मारूँगी .....<br />जिस दिन उठ गयो मेरो हाथ ,बलम तोहे मारूँगी ...Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/02820614116563308326noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6340570424549373370.post-27314180073325927812016-12-18T07:14:16.192+05:302016-12-18T07:14:16.192+05:30Bahut sunderBahut sunderAnonymoushttps://www.blogger.com/profile/09712247532074548786noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6340570424549373370.post-61629730140088879532010-08-05T08:12:23.677+05:302010-08-05T08:12:23.677+05:30काहू दिन उठ गयो मेरो हाथ, बलम तोहे ऐसो मारूँगी ...काहू दिन उठ गयो मेरो हाथ, बलम तोहे ऐसो मारूँगी !...<br />ab pyaar kahan ? ab to kahu din kya , jab chaho uth gayo haathरश्मि प्रभा...https://www.blogger.com/profile/14755956306255938813noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6340570424549373370.post-42998452124860122962010-08-05T08:10:44.558+05:302010-08-05T08:10:44.558+05:30क्या मस्त पोस्ट तैयार किया रे बाबा...!
सुबह-सुबह म...क्या मस्त पोस्ट तैयार किया रे बाबा...!<br />सुबह-सुबह मन रंगीन हो गया.देवेन्द्र पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/07466843806711544757noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6340570424549373370.post-61900324360006642372010-08-05T05:31:03.585+05:302010-08-05T05:31:03.585+05:30बहुत अच्छी प्रस्तुति।
राजभाषा हिन्दी के प्रचार प्र...बहुत अच्छी प्रस्तुति।<br />राजभाषा हिन्दी के प्रचार प्रसार मे आपका योगदान सराहनीय है।राजभाषा हिंदीhttps://www.blogger.com/profile/17968288638263284368noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6340570424549373370.post-45600055329938854152010-08-05T02:57:04.447+05:302010-08-05T02:57:04.447+05:30वाह भई।
यहां तो लोकगीत व विवाह गीतो के रसिया भी है...वाह भई।<br />यहां तो लोकगीत व विवाह गीतो के रसिया भी है।<br />सक्सेना साहब सहित सभी का आभारसुज्ञhttps://www.blogger.com/profile/04048005064130736717noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6340570424549373370.post-77203278821558600602010-08-04T23:31:29.200+05:302010-08-04T23:31:29.200+05:30गुरुदेव,
आज त अजबे रंग में रंग दिए आप!!अभी तक मन भ...गुरुदेव,<br />आज त अजबे रंग में रंग दिए आप!!अभी तक मन भीजा हुआ है!!!चला बिहारी ब्लॉगर बननेhttps://www.blogger.com/profile/05849469885059634620noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6340570424549373370.post-26026093213138901182010-08-04T22:44:19.518+05:302010-08-04T22:44:19.518+05:30देखो बन्ने आया आज मेरे द्वार
बन्नी जो मेरी, महलों ...<i><br />देखो बन्ने आया आज मेरे द्वार<br />बन्नी जो मेरी, महलों की रानी<br />बन्ना देखो लाग्ये असल चमार<br /><br />फिलहाल यही तीन लाइनें जाने दो,<br />यदि पूरी गारी सिरीज़ यहाँ दोहराऊँगा, तो तुम मॉडरेट कर दोगे ।<br /></i>डा० अमर कुमारhttps://www.blogger.com/profile/09556018337158653778noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6340570424549373370.post-5667976954846211622010-08-04T22:36:28.926+05:302010-08-04T22:36:28.926+05:30अन्य तीन गीत तो सुने थे किन्तु शीर्षक गीत आपके सौज...अन्य तीन गीत तो सुने थे किन्तु शीर्षक गीत आपके सौजन्य से पहली बार सुना और देखा. आभार.hem pandeyhttps://www.blogger.com/profile/08880733877178535586noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6340570424549373370.post-60540022711682850862010-08-04T22:33:29.861+05:302010-08-04T22:33:29.861+05:30बहुत प्यारी पोस्ट है ...इन लोकगीतों में जितना अपनत...बहुत प्यारी पोस्ट है ...इन लोकगीतों में जितना अपनत्व झलकता है वो रिश्तों को और करीब लेन में सहायक होता है ..शायद इसीलिए उत्सवों पर इन्हें गाने का रिवाज़ है.shikha varshneyhttps://www.blogger.com/profile/07611846269234719146noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6340570424549373370.post-57220611610288995752010-08-04T20:31:31.073+05:302010-08-04T20:31:31.073+05:30बड़े भाई क्या याद दिलाई है आपने... जैसे ये गीत आपसे...बड़े भाई क्या याद दिलाई है आपने... जैसे ये गीत आपसे बिछड़ गया वैसे ही मेरा एक प्यारा गीत मुझसे बिछड़ा है..दरवाज़े पर बारात और दूल्हे के परिछन के लिए सासू का गीतः<br />पुरबा पछिमवा से अईलें सुंदर दुल्हा<br />जुड़ावे लगिलन हे! सासू अपने नयनवा!!<br />या फिर<br />चलनी के चालल दुल्हा, सूप के फटकारल हे!<br />कईसे मैं परिछूँ दमाद अलबेलवा हे!!<br />ख़ुद अब हमारे यहाँ की महिलाएँ भूल चुकी हैं ये गीत!!सम्वेदना के स्वरhttps://www.blogger.com/profile/12766553357942508996noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6340570424549373370.post-74757936935821589362010-08-04T20:21:45.053+05:302010-08-04T20:21:45.053+05:30भाई वाह क्या बात है, मजा आ गया।भाई वाह क्या बात है, मजा आ गया।Mithilesh dubeyhttps://www.blogger.com/profile/14946039933092627903noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6340570424549373370.post-91749792552651400702010-08-04T20:17:45.043+05:302010-08-04T20:17:45.043+05:30लोकगीतों का अपना अलग मज़ा है ...
आपका पोस्ट पढकर बह...लोकगीतों का अपना अलग मज़ा है ...<br />आपका पोस्ट पढकर बहुत अच्छा लगा ...Indranil Bhattacharjee ........."सैल"https://www.blogger.com/profile/01082708936301730526noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6340570424549373370.post-47423072137891419992010-08-04T19:40:07.774+05:302010-08-04T19:40:07.774+05:30आज तो सीधे आनंद द्वार पहुंचा दिया. इनके आडियो भी ल...आज तो सीधे आनंद द्वार पहुंचा दिया. इनके आडियो भी लगा देते तो फ़िर बात ही क्या थी? फ़िर भी याद दिला कर ही आपने आनंद रस से सराबोर कर दिया.<br /><br />रामरामताऊ रामपुरियाhttps://www.blogger.com/profile/12308265397988399067noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6340570424549373370.post-77229362325256368952010-08-04T19:09:41.637+05:302010-08-04T19:09:41.637+05:30बलम तोय ऐसो मारूंगी
कहू दिन उठ गयो मेरो हाथ
सजन त...बलम तोय ऐसो मारूंगी<br />कहू दिन उठ गयो मेरो हाथ <br />सजन तोय ऐसो मारूंगी ....<br />चिमटा मारूंगी, बलम <br />तोहे झाड़ू मारूंगी...<br />वाह! मज़ा आ गया पढकर, काश कोई मेरे लिए भी ये गीत गाये!nilesh mathurhttps://www.blogger.com/profile/15049539649156739254noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6340570424549373370.post-42033857661984927972010-08-04T18:41:08.144+05:302010-08-04T18:41:08.144+05:30बहुत बढ़िया , लोक गीत का अपना अलग ही मजा हैं, लेकि...बहुत बढ़िया , लोक गीत का अपना अलग ही मजा हैं, लेकिन बड़े भाई एक बात बताइए इसकी जरुरत अभी क्यों आन पड़ी, कंही भाभी जी से कुछ खटपट.................... न न ये तो चलता रहता हैं.Taarkeshwar Girihttps://www.blogger.com/profile/06692811488153405861noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6340570424549373370.post-29841323978392608862010-08-04T16:52:33.062+05:302010-08-04T16:52:33.062+05:30वाह सतीश जी । लोकगीतों के बारे में पढ़कर आनंद आ गय...वाह सतीश जी । लोकगीतों के बारे में पढ़कर आनंद आ गया । हमें तो --सास गारी देवे --सबसे बढ़िया लगता है ।डॉ टी एस दरालhttps://www.blogger.com/profile/16674553361981740487noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6340570424549373370.post-35893680321891833152010-08-04T16:27:32.783+05:302010-08-04T16:27:32.783+05:30बड़े सुन्दर सुन्दर गीतों में घुमा लाये आप।बड़े सुन्दर सुन्दर गीतों में घुमा लाये आप।प्रवीण पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/10471375466909386690noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6340570424549373370.post-43740081187949989642010-08-04T15:53:37.595+05:302010-08-04T15:53:37.595+05:30लोकगीतों में शादी व्याह में गाली की भी परम्परा भी...लोकगीतों में शादी व्याह में गाली की भी परम्परा भी है जिसे महिलायें बड़े मनोयोग से गाती हैं -कभी उस पर भी ..<br />झप झप बरसे बदरी ....दुल्हे का भाई छिनरा ...बहन **री ..अरहर के खेत में छितरी ....अरे यह मैं क्या लिख रहा हूँ -सभी समाज में तो निषेध है इसका !Arvind Mishrahttps://www.blogger.com/profile/02231261732951391013noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6340570424549373370.post-29106673967118184272010-08-04T15:17:02.496+05:302010-08-04T15:17:02.496+05:30सतीश भाई साहब,
बस थोडा सा इंतज़ार कर लीजिये ........सतीश भाई साहब, <br /><br />बस थोडा सा इंतज़ार कर लीजिये ..............कार्तिक के विवाह में आप सब को माथुर चतुर्वेदी समाज के बहुरंगी विवाह गीतों का वह आनंद मिलेगा कि आप भी क्या याद रखेंगे ! बस थोडा सा सब्र करें !शिवम् मिश्राhttps://www.blogger.com/profile/07241309587790633372noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6340570424549373370.post-2871535430031153582010-08-04T15:15:40.161+05:302010-08-04T15:15:40.161+05:30सतीश भाई साहब,
बस थोडा सा इंतज़ार कर लीजिये ........सतीश भाई साहब, <br /><br />बस थोडा सा इंतज़ार कर लीजिये ..............कार्तिक के विवाह में आप सब को माथुर चतुर्वेदी समाज के बहुरंगी विवाह गीतों का वह आनंद मिलेगा कि आप भी क्या याद रखेंगे ! बस थोडा सा सब्र करें !शिवम् मिश्राhttps://www.blogger.com/profile/07241309587790633372noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6340570424549373370.post-16195262915276128702010-08-04T15:13:22.066+05:302010-08-04T15:13:22.066+05:30लोकगीतों पर पोस्ट लिखकर लोक गीतों के लोक में पहुंच...लोकगीतों पर पोस्ट लिखकर लोक गीतों के लोक में पहुंचा दिया |जहाँ अपनापन है ,भावनाए है |समय कितनी तेजी से बदल रहा है फिल्मो का लोक जीवन पर गहरा असर है \अभी कुछ दिन पहले गाँव जाना हुआ था पडोस में सोहर के गीतों का कार्यक्रम था \मै ये सोचकर गई थी चलो पारम्परिक गीत सुनने को मिल जावेंगे |किन्तु सरे गीत फ़िल्मी गीतों की तर्ज पर थे |निराशा ही हाथ लगी |ऐसे ही अप्रेल के महीने में पहाड़ो पर जाना हुआ डराईवर से कहा आपके पास कोई पहाड़ी लोक गीतों की सी दी बजा दो तो उसने भी पहाड़ी बोली के फ़िल्मी तर्ज के गाने लगा दिए |खैर<br />अम्मा मेरे बाबा को भेजो री<br />के सावन आया ......<br />नन्ही नन्ही बूंदिया रे<br />सावन का मेरा झूलना.....<br />उठी तन मन में हर्ष हिलोर<br />रचाई मेहँदी हाथो में .......<br />ऐसे कई गीतों की याद दिला दी आपने \\<br />धन्यवाद |<br />और बड़ी होने के नाते धैर्य रखने आशीर्वाद आपके साथ है और साथ ही ढेर सारे आशीर्वाद और शुभकामनाये |शोभना चौरेhttps://www.blogger.com/profile/03043712108344046108noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6340570424549373370.post-33080752061463958722010-08-04T15:05:17.654+05:302010-08-04T15:05:17.654+05:30लोकगीतों की मिठास आज कहाँ………………आपने सही कहा बस अबत...लोकगीतों की मिठास आज कहाँ………………आपने सही कहा बस अबतो यादो मे ही बसते हैं।vandana guptahttps://www.blogger.com/profile/00019337362157598975noreply@blogger.com