tag:blogger.com,1999:blog-6340570424549373370.post6132726423850581897..comments2024-03-27T14:44:27.129+05:30Comments on मेरे गीत !: कालिदास , रचते हैं गीत - सतीश सक्सेनाSatish Saxena http://www.blogger.com/profile/03993727586056700899noreply@blogger.comBlogger51125tag:blogger.com,1999:blog-6340570424549373370.post-36946228993173661862012-05-20T20:16:47.574+05:302012-05-20T20:16:47.574+05:30मेरे गीत के छपने पर आपको बहुत बधाई । वाकई बहुत सुं...मेरे गीत के छपने पर आपको बहुत बधाई । वाकई बहुत सुंदर और दिल को छू लेने वाले गीत लिखे हैं आपने ।Asha Joglekarhttps://www.blogger.com/profile/05351082141819705264noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6340570424549373370.post-21421021199953980432012-05-18T18:53:28.532+05:302012-05-18T18:53:28.532+05:30सतीश जी मेरे गीत के प्रकाशन पर बहुत बहुत बधाईयाँसतीश जी मेरे गीत के प्रकाशन पर बहुत बहुत बधाईयाँसंजय भास्कर https://www.blogger.com/profile/08195795661130888170noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6340570424549373370.post-68174357169080922552012-05-18T18:52:02.784+05:302012-05-18T18:52:02.784+05:30पुस्तक प्रकाशन की बधाई ...पुस्तक प्रकाशन की बधाई ...संजय भास्कर https://www.blogger.com/profile/08195795661130888170noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6340570424549373370.post-41035480447100069912012-05-16T10:20:09.097+05:302012-05-16T10:20:09.097+05:30Putak prakashit hone kee badhayi... Kavita ke maad...Putak prakashit hone kee badhayi... Kavita ke maadhyam se ek prabhaavi baat kah di aapne... par mere khyaal se aise dard bhi likhe jane chahiye jisse dure kuchh sikh le sakein...Crazy Codeshttps://www.blogger.com/profile/13403617601253452747noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6340570424549373370.post-46073322233184289352012-05-16T06:17:22.171+05:302012-05-16T06:17:22.171+05:30किताब छपने की बधाई! लोकार्पण के लिये मंगलकामनायें।...किताब छपने की बधाई! लोकार्पण के लिये मंगलकामनायें।अनूप शुक्लhttps://www.blogger.com/profile/07001026538357885879noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6340570424549373370.post-34316174168661056442012-05-15T21:52:33.625+05:302012-05-15T21:52:33.625+05:30gahari soch ke sath prabhavshali prastuti ....abh...gahari soch ke sath prabhavshali prastuti ....abhar ke sath hi badhaiNaveen Mani Tripathihttps://www.blogger.com/profile/12695495499891742635noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6340570424549373370.post-85883741594336485672012-05-15T20:35:25.707+05:302012-05-15T20:35:25.707+05:30पृथ्वी की गहराइयों से हैं हर रिश्ते ....इसका मान स...पृथ्वी की गहराइयों से हैं हर रिश्ते ....इसका मान सम्मान बनाये रखना हैं सबको <br /><br /><br />बहुत गहरी बाते लिखते हैं आप भाई जी ....आपके संग्रह के लिए दिल से मुबारकबाद और शुभकामनाएँAnju (Anu) Chaudharyhttps://www.blogger.com/profile/01082866815160186295noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6340570424549373370.post-20385654828281162962012-05-15T15:43:41.934+05:302012-05-15T15:43:41.934+05:30आपके गीत सार्थक अभिव्यक्ती हैं, आपकी उज्जवल भावनाओ...आपके गीत सार्थक अभिव्यक्ती हैं, आपकी उज्जवल भावनाओं की ...!<br />संग्रह छापने की बधाई एवं शुभकामनायें सतीश जी ...!!Anupama Tripathihttps://www.blogger.com/profile/06478292826729436760noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6340570424549373370.post-74655053585432577232012-05-15T13:41:37.692+05:302012-05-15T13:41:37.692+05:30शिमला में पहली बार "मेरे गीत" जनता के सा...शिमला में पहली बार "मेरे गीत" जनता के सामने है. कल हिंदी समकालीन कविता के स्तम्भ "मंगलेश डबराल" मेरे स्टाल पर आये थे और उनको यह प्रति भेंट की. एक गीत उन्होंने मेरे सामने ही पढ़े और प्रभावित हुए. गीतों पर उनकी विस्तृत टिप्पणी की प्रतीक्षा में हूं... विमोचन जून के प्रथम सप्ताह में रखने की सम्भावना है. सतीश जी आपको ढेरो शुभकामनाएं.अरुण चन्द्र रॉयhttps://www.blogger.com/profile/01508172003645967041noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6340570424549373370.post-75274030353201621702012-05-15T13:41:28.222+05:302012-05-15T13:41:28.222+05:30प्रभावशाली सुन्दर रचना। आभार!प्रभावशाली सुन्दर रचना। आभार!Dr.Dayaram Aalokhttps://www.blogger.com/profile/08414316322585557847noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6340570424549373370.post-28147250248157099132012-05-15T08:54:37.917+05:302012-05-15T08:54:37.917+05:30आपकी इस उत्कृष्ठ प्रविष्टि की चर्चा मंगल वार १...आपकी इस उत्कृष्ठ प्रविष्टि की चर्चा मंगल वार १५ /५/१२ को राजेश कुमारी द्वारा चर्चा मंच पर की गई हैRajesh Kumarihttps://www.blogger.com/profile/04052797854888522201noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6340570424549373370.post-11025676200402725142012-05-15T08:01:53.841+05:302012-05-15T08:01:53.841+05:30दर्द या ख़ुशी जानबूझकर कविताओं में व्यक्त नहीं की ...दर्द या ख़ुशी जानबूझकर कविताओं में व्यक्त नहीं की जाती , स्वतः स्फूर्त ही होते हैं तभी कविता स्वाभाविक भी !<br />संग्रह छपने की बहुत शुभकामनायें !वाणी गीतhttps://www.blogger.com/profile/01846470925557893834noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6340570424549373370.post-9229802853455758772012-05-15T00:11:41.437+05:302012-05-15T00:11:41.437+05:30पुस्कत प्रकाशन पर बहुत -बहुत बधाई !
कल्याणकारी संद...पुस्कत प्रकाशन पर बहुत -बहुत बधाई !<br />कल्याणकारी संदेश देती कविता .प्रतिभा सक्सेनाhttps://www.blogger.com/profile/12407536342735912225noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6340570424549373370.post-40660105046885062422012-05-14T21:13:17.616+05:302012-05-14T21:13:17.616+05:30सुन्दर गम्भीर रचना...बहुत बहुत बधाई...सुन्दर गम्भीर रचना...बहुत बहुत बधाई...प्रसन्नवदन चतुर्वेदी 'अनघ' https://www.blogger.com/profile/03784076664306549913noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6340570424549373370.post-3831085337353354582012-05-14T15:02:08.169+05:302012-05-14T15:02:08.169+05:30अपना दर्द किसे दिखलाते ?
सब हंसकर आनंद उठाते !
दर...अपना दर्द किसे दिखलाते ?<br />सब हंसकर आनंद उठाते !<br />दर्द, वहीँ जाकर के बोलो ,<br />भूले जिनको,कसम उठाके !<br />स्वाभिमान का नाम न देना,बस अभिमान सिखाती रीत ,<br />अपना दर्द, उजागर करते , मूरख बनते मेरे गीत !<br /><br />प्रिय सतीश जी सुन्दर सन्देश देती रचना ..लेकिन कहते हैं की कभी कभी बोल देने से मन का बोझ हल्का हो जाता है ये चिट्ठे सारे गुबार निकाल डालते हैं -भ्रमर ५SURENDRA KUMAR SHUKLA BHRAMAR5https://www.blogger.com/profile/11163697127232399998noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6340570424549373370.post-55710463125950702412012-05-14T10:04:19.006+05:302012-05-14T10:04:19.006+05:30सुंदर रचा सुंदर कहा
सुंदर इक संदेश दिया
हँसता गाता...सुंदर रचा सुंदर कहा<br />सुंदर इक संदेश दिया<br />हँसता गाता जीवन हो<br />बहती कलकल नदियाँ हों<br />काँटों पर चलकर फूल चुने,बनाएँ जीवन की यह रीत<br />अपना मन भी शीतल होगा,थिरक उठेंगे गीत ही गीत|<br /><br />पुस्तक प्रकाशन के लिए बधाई!!!ऋता शेखर 'मधु'https://www.blogger.com/profile/00472342261746574536noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6340570424549373370.post-65043988320759434182012-05-14T00:20:26.976+05:302012-05-14T00:20:26.976+05:30सामाजिक सरोकारों से संवाद करतें हैं ये गीत ,म...सामाजिक सरोकारों से संवाद करतें हैं ये गीत ,मेरे गीत बधाईvirendra sharmahttps://www.blogger.com/profile/02192395730821008281noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6340570424549373370.post-34113088071008368012012-05-13T22:47:47.352+05:302012-05-13T22:47:47.352+05:30पुस्तक प्रकाशन पर बहुत-बहुत बधाई .....पुस्तक प्रकाशन पर बहुत-बहुत बधाई .....निवेदिता श्रीवास्तवhttps://www.blogger.com/profile/17624652603897289696noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6340570424549373370.post-23502682345524353052012-05-13T19:06:23.408+05:302012-05-13T19:06:23.408+05:30पुस्तक छपने पर बधाई।पुस्तक छपने पर बधाई।मनोज कुमारhttps://www.blogger.com/profile/08566976083330111264noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6340570424549373370.post-59014277999799459662012-05-13T18:30:50.122+05:302012-05-13T18:30:50.122+05:30पुस्तक के प्रकाशन पर आपको बहुत बधाई.
नित्य रोज घ...पुस्तक के प्रकाशन पर आपको बहुत बधाई. <br /><br />नित्य रोज घर उजड़े देखें , तड़प तड़प रह जाएँ गीत !<br />इतना दर्द सुनाऊं किसको , कौन समझता मेरे गीत !<br /><br />अनुभव में डूबी और शिद्दत से कही गई निजी अनुभूतियाँ आपके गीतों को नयापन देती हैं.Bharat Bhushanhttps://www.blogger.com/profile/10407764714563263985noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6340570424549373370.post-53875038169413146482012-05-13T14:08:26.612+05:302012-05-13T14:08:26.612+05:30किताब के प्रकाशन पर लख लख बधाईयां...
लेक...किताब के प्रकाशन पर लख लख बधाईयां...<br /><br />लेकिन सिर्फ सूचना देना ही काफ़ी नहीं है, महाजश्न की तैयारियां शुरू की जाएं...<br /><br />हमें भी गाने का मौका मिले...<br /><br />आज भंगडा़ पौन दा जी करदा है...बकरे बणौन दा जी करदा...<br /><br />जय हिंद...<br />Khushdeep Sehgalhttps://www.blogger.com/profile/14584664575155747243noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6340570424549373370.post-32409667343274339492012-05-13T11:53:37.904+05:302012-05-13T11:53:37.904+05:30सतीश जी बहुत बहुत बधाईयाँ मेरे गीत के प्रकाशन पर. ...सतीश जी बहुत बहुत बधाईयाँ मेरे गीत के प्रकाशन पर. कल अरुण जी की पोस्ट से पता चला था इस प्रकाशन के बारे में. सुनकर बहुत अच्छा लगा. प्रस्तुत गीत बहुत सुंदर सन्देश लिये हुए है. बधाई.रचना दीक्षितhttps://www.blogger.com/profile/10298077073448653913noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6340570424549373370.post-69634170604990633472012-05-13T06:57:54.173+05:302012-05-13T06:57:54.173+05:30jo pahle kaha vahi khna chahti hu.....badhai ke sa...jo pahle kaha vahi khna chahti hu.....badhai ke saath ...<br /><br />कितने सहज, कितने सरल, कितने मीठे तेरे गीत<br />राह सुझाते, राह दिखाते, दिल बहलाते तेरे गीत....Archana Chaojihttps://www.blogger.com/profile/16725177194204665316noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6340570424549373370.post-73846215489324594542012-05-12T22:22:35.680+05:302012-05-12T22:22:35.680+05:30पहला पैरा सोचने को मजबूर करता है, मैं तो कई जगह कम...पहला पैरा सोचने को मजबूर करता है, मैं तो कई जगह कमेंट्स में भी अपनी ये दुविधा बता चुका हूँ, लेखक या लेखिका की दर्द भरी रचना को सिर्फ पढ़कर वाह, बहुत सुन्दर कह बैठते हम कहीं भूलवश या असावधानीवश उसके दुःख को एंजाय तो नहीं करते दीखते? बहरहाल 'मेरे गीत' सबके गीत बनकर हर दिल को गुलज़ार करें, शुभकामनाएं स्वीकारें सतीश भाईजी|संजय @ मो सम कौन...https://www.blogger.com/profile/14228941174553930859noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6340570424549373370.post-18523513093965977792012-05-12T19:54:05.986+05:302012-05-12T19:54:05.986+05:30सुन्दर सार्थक संदेश देता गीत ...
पुस्तक प्रकाशन क...सुन्दर सार्थक संदेश देता गीत ...<br />पुस्तक प्रकाशन की बहुत-बहुत बधाई ...संध्या शर्माhttps://www.blogger.com/profile/06398860525249236121noreply@blogger.com