tag:blogger.com,1999:blog-6340570424549373370.post6172072673215237157..comments2024-03-27T14:44:27.129+05:30Comments on मेरे गीत !: हमको अपने से मनचाहे,लोग कहाँ मिल पाते हैं - सतीश सक्सेना Satish Saxena http://www.blogger.com/profile/03993727586056700899noreply@blogger.comBlogger24125tag:blogger.com,1999:blog-6340570424549373370.post-55268429842717566222015-08-01T21:38:30.195+05:302015-08-01T21:38:30.195+05:30दुनिया से जानेवाले कहाँ लौट के आते हैं ,जितना भी ब...दुनिया से जानेवाले कहाँ लौट के आते हैं ,जितना भी बुला लो ,यही सत्य को कोई न जान पाया ना ही झुठला सका। Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/08486476255134733859noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6340570424549373370.post-75791648945316296782014-09-22T15:06:37.654+05:302014-09-22T15:06:37.654+05:30दूर क्षितिज में जाने वाले, लोग कहाँ मिल पाते हैं !...दूर क्षितिज में जाने वाले, लोग कहाँ मिल पाते हैं !<br />यही तो जीवन का सबसे दुखद पहलू है :(niranjanhttps://www.blogger.com/profile/01063826975174672638noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6340570424549373370.post-12238335829270495842014-04-07T21:07:43.745+05:302014-04-07T21:07:43.745+05:30bahut hi achchhi lines,vry touchybahut hi achchhi lines,vry touchyAnonymoushttps://www.blogger.com/profile/07466772371467929478noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6340570424549373370.post-88038272901202114102014-01-27T21:06:47.824+05:302014-01-27T21:06:47.824+05:30bahut sundar!!!! bahut sundar!!!! How do we knowhttps://www.blogger.com/profile/10997565750098001380noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6340570424549373370.post-48559818388244985932013-12-13T14:56:05.604+05:302013-12-13T14:56:05.604+05:30बहुत अच्छा एक कमी सी लगी मुझे बेबाक कहूँ तो कई जगह...बहुत अच्छा एक कमी सी लगी मुझे बेबाक कहूँ तो कई जगह तुक के चक्कर में भाव गड़बड़ा गए हैं |इमरान अंसारी https://www.blogger.com/profile/01005182448449326178noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6340570424549373370.post-67084754360228832942013-12-13T06:57:46.218+05:302013-12-13T06:57:46.218+05:30लाजवाब-कुछ ऐसे भी हैं जो क्षितिज पर भी नहीं गए यह...लाजवाब-कुछ ऐसे भी हैं जो क्षितिज पर भी नहीं गए यही मुह फुलाये बैठे हैं :-( उनका क्या कीजै ?Arvind Mishrahttps://www.blogger.com/profile/02231261732951391013noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6340570424549373370.post-42930445254026687992013-12-12T21:22:42.694+05:302013-12-12T21:22:42.694+05:30मिल तो जाते हैं लेकिन एक दिन साथ छूट ही जाता है ! ...मिल तो जाते हैं लेकिन एक दिन साथ छूट ही जाता है ! डॉ टी एस दरालhttps://www.blogger.com/profile/16674553361981740487noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6340570424549373370.post-7813984713959852013-12-12T20:22:33.783+05:302013-12-12T20:22:33.783+05:30सुंदर !सुंदर !SANJAY TRIPATHIhttps://www.blogger.com/profile/11409479457211913450noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6340570424549373370.post-3017079325743768332013-12-12T12:31:59.667+05:302013-12-12T12:31:59.667+05:30बहुत सुन्दर रचना.... फूल तो मुश्किल से मिलते हैं.....बहुत सुन्दर रचना.... फूल तो मुश्किल से मिलते हैं..कांटो के साथ ही निबाह करके चलना होता है.ओंकारनाथ मिश्र https://www.blogger.com/profile/11671991647226475135noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6340570424549373370.post-15359661682366941612013-12-11T19:28:51.814+05:302013-12-11T19:28:51.814+05:30कैसे बाटूँ प्रेम असीमित,
सब के सब घट उल्टे ही हैं।...कैसे बाटूँ प्रेम असीमित,<br />सब के सब घट उल्टे ही हैं।प्रवीण पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/10471375466909386690noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6340570424549373370.post-8864420347095805432013-12-11T18:17:51.994+05:302013-12-11T18:17:51.994+05:30आशा से आकाश थमा है।आशा से आकाश थमा है।शकुन्तला शर्माhttps://www.blogger.com/profile/12432773005239217068noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6340570424549373370.post-65193478006238388362013-12-11T09:44:35.199+05:302013-12-11T09:44:35.199+05:30महज दिखावे के यह आंसू,आँख में भर के आये हैं ,
गैरो...महज दिखावे के यह आंसू,आँख में भर के आये हैं ,<br />गैरों के संग रोने वाले , लोग कहाँ मिल पाते हैं !<br />बहुत बढ़िया आदरणीय .. बहुत ही सुन्दर भावनाओं को गूंथा है .. Neeraj Neerhttps://www.blogger.com/profile/00038388358370500681noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6340570424549373370.post-20480630518210516462013-12-10T21:59:26.223+05:302013-12-10T21:59:26.223+05:30मनचाहे लोगों से मिलना अगर जो संभव हो पाता
मन भाग-भ...मनचाहे लोगों से मिलना अगर जो संभव हो पाता<br />मन भाग-भाग उनके पीछे उस पार ही साथ निकल जाता ....Archana Chaojihttps://www.blogger.com/profile/16725177194204665316noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6340570424549373370.post-78459863763132996222013-12-10T21:25:35.921+05:302013-12-10T21:25:35.921+05:30महज दिखावे के यह आंसू,आँख में भर के आये हैं ,
गैरो...महज दिखावे के यह आंसू,आँख में भर के आये हैं ,<br />गैरों के संग रोने वाले , लोग कहाँ मिल पाते हैं !<br /><br />दिल को छू जाने वाली कविता,जीवन का सच ......<br />आखिर दो लाइन्स तो बहुत ही बढ़िया हैं .....Meenakshi Mishra Tiwarihttps://www.blogger.com/profile/03793674228491687368noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6340570424549373370.post-23000967948702646392013-12-10T15:11:43.860+05:302013-12-10T15:11:43.860+05:30अपने अपने सुख,दुःख लेकर इस दुनिया में आये हैं
केव...अपने अपने सुख,दुःख लेकर इस दुनिया में आये हैं <br />केवल सुख ही पाने वाले, लोग कहाँ मिल पाते हैं !<br />बहुत सुन्दर ! यही सच है !<br />नई पोस्ट <a href="http://kpk-vichar.blogspot.in/2013/12/blog-post_10.html#links" rel="nofollow"> भाव -मछलियाँ</a> <br />new post <a href="http://vichar-anubhuti.blogspot.in/2013/12/blog-post_9.html#links" rel="nofollow"> हाइगा -जानवर</a><br /><br /><br />कालीपद "प्रसाद"https://www.blogger.com/profile/09952043082177738277noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6340570424549373370.post-64110413238762116272013-12-10T15:06:43.758+05:302013-12-10T15:06:43.758+05:30महज दिखावे के यह आंसू,आँख में भर के आये हैं ,
गैरो...महज दिखावे के यह आंसू,आँख में भर के आये हैं ,<br />गैरों के संग रोने वाले , लोग कहाँ मिल पाते हैं ...<br /><br />सच में आज ऐसे लोग नहीं मिलते जो दूसरों के दुख में आंसू बहाते हैं ... दिगम्बर नासवाhttps://www.blogger.com/profile/11793607017463281505noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6340570424549373370.post-88350259233064314882013-12-10T14:47:25.556+05:302013-12-10T14:47:25.556+05:30अपने अपने सुख,दुःख लेकर इस दुनिया में आये हैं
केव...अपने अपने सुख,दुःख लेकर इस दुनिया में आये हैं <br />केवल सुख ही पाने वाले, लोग कहाँ मिल पाते हैं .....बहुत सही..............कौशल लालhttps://www.blogger.com/profile/04966246244750355871noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6340570424549373370.post-37386538872094550162013-12-10T13:54:33.232+05:302013-12-10T13:54:33.232+05:30बहुत सही कहा.
रामराम.बहुत सही कहा.<br /><br />रामराम.ताऊ रामपुरियाhttps://www.blogger.com/profile/12308265397988399067noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6340570424549373370.post-81360481376927045762013-12-10T13:14:46.507+05:302013-12-10T13:14:46.507+05:30अपने अपने सुख,दुःख लेकर इस दुनिया में आये हैं
केव...अपने अपने सुख,दुःख लेकर इस दुनिया में आये हैं <br />केवल सुख ही पाने वाले, लोग कहाँ मिल पाते हैं !<br />सुंदर रचना है |सुख दुख जीवन के दो पहलू ...साथ साथ चलते हैं ये बात तो सच है पर अभी भी दुनिया में अच्छे लोग ज़रूर हैं ...अनीता जी की बात से सहमत ....Anupama Tripathihttps://www.blogger.com/profile/06478292826729436760noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6340570424549373370.post-89948365903788290262013-12-10T10:43:54.009+05:302013-12-10T10:43:54.009+05:30क्या किया जा सकता है , जो मिला है, उसी में संतुष्ट...क्या किया जा सकता है , जो मिला है, उसी में संतुष्ट रहा जाए :)<br /><br />लिखते रहिये। Majaalhttps://www.blogger.com/profile/08748183678189221145noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6340570424549373370.post-13068105468446018032013-12-10T10:38:53.200+05:302013-12-10T10:38:53.200+05:30आज व्यथा और कल की कथा को उकेरते गीत
सच कहा आपने सु...आज व्यथा और कल की कथा को उकेरते गीत<br />सच कहा आपने सुप्रभात संग प्रणाम Ramakant Singhhttps://www.blogger.com/profile/06645825622839882435noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6340570424549373370.post-31228358940032809122013-12-10T10:37:51.799+05:302013-12-10T10:37:51.799+05:30हमको अपने से मनचाहे ,लोग कहाँ मिल पाते हैं !
सारे ...हमको अपने से मनचाहे ,लोग कहाँ मिल पाते हैं !<br />सारे जीवन साथ निभाने,लोग कहाँ मिल पाते हैं !<br />हर मनुष्य को जीवन का सफर अकेले ही तय करना होता है ! संगी, साथी सब मतलब के रिश्ते होते है, हाँ यदि मनचाहा साथ हो तो यह सफर थोडा आसानी से कट जाता है !Sumanhttps://www.blogger.com/profile/02336964774907278426noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6340570424549373370.post-3699401541633432262013-12-10T10:06:02.782+05:302013-12-10T10:06:02.782+05:30कहाँ हैं अब दूसरों के दुःख में दुखी होने वाले लोग....कहाँ हैं अब दूसरों के दुःख में दुखी होने वाले लोग...पर नहीं, अब भी हैं.. और उनसे ही सृष्टि सुंदर है..Anitahttps://www.blogger.com/profile/17316927028690066581noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6340570424549373370.post-10731688659598196602013-12-10T09:21:44.942+05:302013-12-10T09:21:44.942+05:30बढ़िया है आदरणीय-
शुभकामनायें -बढ़िया है आदरणीय-<br />शुभकामनायें -रविकर https://www.blogger.com/profile/00288028073010827898noreply@blogger.com