tag:blogger.com,1999:blog-6340570424549373370.post7570536507947262181..comments2024-03-27T14:44:27.129+05:30Comments on मेरे गीत !: बस यही कहानी जीवन की -सतीश सक्सेनाSatish Saxena http://www.blogger.com/profile/03993727586056700899noreply@blogger.comBlogger65125tag:blogger.com,1999:blog-6340570424549373370.post-49339388509144905982013-04-02T17:43:23.358+05:302013-04-02T17:43:23.358+05:30तुम प्यार और स्नेह भरी, आँखों का अर्थ लगा लेना !
...तुम प्यार और स्नेह भरी, आँखों का अर्थ लगा लेना !<br /><br />" मेरी रचना के अर्थ बहुत से हैं...<br />जो भी तुमसे लग जाए, लगा लेना "Chegvewara Raghuvanshihttps://www.blogger.com/profile/04932593026864516732noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6340570424549373370.post-80234447878034436492013-04-02T17:42:36.310+05:302013-04-02T17:42:36.310+05:30तुम प्यार और स्नेह भरी, आँखों का अर्थ लगा लेना !
...तुम प्यार और स्नेह भरी, आँखों का अर्थ लगा लेना !<br /><br />" मेरी रचना के अर्थ बहुत से हैं...<br />जो भी तुमसे लग जाए, लगा लेना "Chegvewara Raghuvanshihttps://www.blogger.com/profile/04932593026864516732noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6340570424549373370.post-29790077490867258802012-01-27T15:22:14.991+05:302012-01-27T15:22:14.991+05:30आपके इस उत्कृष्ठ लेखन के लिए आभार ।आपके इस उत्कृष्ठ लेखन के लिए आभार ।सूत्रधारhttps://www.blogger.com/profile/05176837533222732473noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6340570424549373370.post-23174391137540351842012-01-05T00:09:46.693+05:302012-01-05T00:09:46.693+05:30जन्म दिन की हार्दिक बधाई,...भावपूर्ण रचना,..
"...जन्म दिन की हार्दिक बधाई,...भावपूर्ण रचना,..<br /><a href="http://dheerendra11.blogspot.com/2011/12/friends18.html#links" rel="nofollow">"काव्यान्जलि"</a>:धीरेन्द्र सिंह भदौरिया https://www.blogger.com/profile/09047336871751054497noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6340570424549373370.post-71351654753451603682012-01-03T22:28:10.091+05:302012-01-03T22:28:10.091+05:30Bahut Prabhavi Rachna...aur aapka intoduction padh...Bahut Prabhavi Rachna...aur aapka intoduction padhkar bhi bahut prabhavit huyi...sundar prastuti<br />welcome to <a href="http://monijain21dec.blogspot.com" rel="nofollow">मिश्री की डली ज़िंदगी हो चली </a>Monika Jainhttps://www.blogger.com/profile/18206634037142003083noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6340570424549373370.post-84631389760576752242011-12-22T11:24:22.499+05:302011-12-22T11:24:22.499+05:30असहाय,गरीबों, मूकों की
आवाज़ उठाना वाजिब है
मेरी ...असहाय,गरीबों, मूकों की <br />आवाज़ उठाना वाजिब है<br />मेरी रचना में दर्द छिपा,<br />मानव की ही करतूतों का<br />पाशविक प्रवृत्ति का नाश करे,मानवता हो मंगल कारी<br />इच्छा है, अपनी भूलों को, स्वीकार करे दुनिया सारी !<br />YE TUKDA KUCH JYADA HI PRABHAVIT KARTA HAI ,RACHNA MEIN SAMAHIT VICHAR ,DARSHAN OR MARM ABHIBHOOT KARTA HAI ..PURMANI OR PURKASHISH SARITA SI BAHTI IS RACHNA PAR AAPKO DHERON BADHAIनिर्झर'नीरhttps://www.blogger.com/profile/16846440327325263080noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6340570424549373370.post-40060871746318344102011-12-17T20:17:40.747+05:302011-12-17T20:17:40.747+05:30जीवन के सार को शब्दों का रूप दे दिया आपने .......जीवन के सार को शब्दों का रूप दे दिया आपने .......Anju (Anu) Chaudharyhttps://www.blogger.com/profile/01082866815160186295noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6340570424549373370.post-42408782373392697352011-12-17T19:20:22.948+05:302011-12-17T19:20:22.948+05:30कैसे जीवन को प्यार करें ?
क्यों हम ऐसा व्यापार कर...कैसे जीवन को प्यार करें ? <br />क्यों हम ऐसा व्यापार करें<br />अपमान जानकी का करते <br />आंसू की कीमत भूल गए ? <br />भरपूर प्यार पाने वाले , अंदाज़ तुम्हारा क्या जाने <br />वे नम स्नेही ऑंखें ही , कह रही कहानी जीवन की !<br /><br /><br />kya baat hei ..yah bhi jivan ka sach hei ..दर्शन कौर धनोयhttps://www.blogger.com/profile/06042751859429906396noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6340570424549373370.post-83349458462726921312011-12-17T11:01:44.238+05:302011-12-17T11:01:44.238+05:30जन्मदिन की बहुत-बहुत बधाई!जन्मदिन की बहुत-बहुत बधाई!अनूप शुक्लhttp://hindini.com/fursatiyanoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6340570424549373370.post-3359986080736941812011-12-17T07:31:35.799+05:302011-12-17T07:31:35.799+05:30ब्लॉगर इमानदार हो या बेइमान, समय के साथ सब के अनुभ...ब्लॉगर इमानदार हो या बेइमान, समय के साथ सब के अनुभव और विचार बदलते हैं. कुछ अपने लिए लिखते हैं कुछ दूसरों को भी सरोकार मानते हैं. दिल दुखाने वाले भी हैं और संभालने वाले भी. आपकी एक बात सनातन सत्य है-<br /><br />इन दोनों पाटों में पिसकर,<br />जीवन का अर्थ समझ लेना <br />स्नेह,प्यार,ममता खोजे,<br />बस यही कहानी जीवन की !Bharat Bhushanhttps://www.blogger.com/profile/10407764714563263985noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6340570424549373370.post-16818613480473327242011-12-16T21:51:26.942+05:302011-12-16T21:51:26.942+05:30लेखक की कथनी और करनी में उस समय अंतर होता है जव वह...लेखक की कथनी और करनी में उस समय अंतर होता है जव वह कल्पना के घोडे दौडाता है॥चंद्रमौलेश्वर प्रसादhttps://www.blogger.com/profile/08384457680652627343noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6340570424549373370.post-11652697641432728162011-12-16T21:44:40.276+05:302011-12-16T21:44:40.276+05:30सच कहा शतीश जी जो भी लेकख लिखता है वो उसकी मन स्ति...सच कहा शतीश जी जो भी लेकख लिखता है वो उसकी मन स्तिथि को दर्शा देता है ..सबका अपना अपना नजरिया है लिखने का भी और समझने का भी .सार्थक लेख के लिए आभारMamta Bajpaihttps://www.blogger.com/profile/00085992274136542865noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6340570424549373370.post-87265796534534048272011-12-16T17:28:16.301+05:302011-12-16T17:28:16.301+05:30आज आपका जन्म दिन है पहले जन्मदिन पर बहुत बधाई और श...आज आपका जन्म दिन है पहले जन्मदिन पर बहुत बधाई और शुभकामनाएँ.<br />रचना बेहतरीन भावों को लिए हुए है,बहुत सुंदर.डॉ. मनोज मिश्रhttps://www.blogger.com/profile/07989374080125146202noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6340570424549373370.post-91246410550010637852011-12-16T16:38:13.729+05:302011-12-16T16:38:13.729+05:30तुम भी कुछ भूल गए हमको
हम भी कुछ थके , इरादों में...तुम भी कुछ भूल गए हमको <br />हम भी कुछ थके , इरादों में <br />फिर भी तेरी इस नगरी में, <br />हँसते हँसते ,दुःख भूल गए !<br /><br />Happy Birthdayयादें !https://www.blogger.com/profile/05464215087858847039noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6340570424549373370.post-83874963087865572872011-12-16T16:27:20.826+05:302011-12-16T16:27:20.826+05:30तुम भी कुछ भूल गए हमको
हम भी कुछ थके , इरादों में...तुम भी कुछ भूल गए हमको <br />हम भी कुछ थके , इरादों में <br />फिर भी तेरी इस नगरी में, <br />हँसते हँसते ,दुःख भूल गए !<br /><br />Happy Birthdayयादें !https://www.blogger.com/profile/05464215087858847039noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6340570424549373370.post-44219883392798438282011-12-16T14:26:28.956+05:302011-12-16T14:26:28.956+05:30" मेरी रचना के अर्थ बहुत से हैं...
जो भी तुमस..." मेरी रचना के अर्थ बहुत से हैं...<br />जो भी तुमसे लग जाए, लगा लेना " बहुत खूब.. जन्मदिन की हार्दिक बधाई।Maheshwari kanerihttps://www.blogger.com/profile/07497968987033633340noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6340570424549373370.post-89672562828844421992011-12-16T14:17:13.434+05:302011-12-16T14:17:13.434+05:30फिर भी तेरी इस नगरी में,
हँसते हँसते ,दुःख भूल ग...फिर भी तेरी इस नगरी में, <br />हँसते हँसते ,दुःख भूल गए !<br /><br />- ब्लागों का भी एक निराला संसार है -अपनी पूरी भिन्नताओं को साथ !<br />जन्म-दिवस की हार्दिक शुभ-कामनाएँ !प्रतिभा सक्सेनाhttps://www.blogger.com/profile/12407536342735912225noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6340570424549373370.post-12857422728498010672011-12-16T11:40:56.373+05:302011-12-16T11:40:56.373+05:30जन्मदिन की बधाई! सुंदर कविता के लिये भी साधुवाद!जन्मदिन की बधाई! सुंदर कविता के लिये भी साधुवाद!Anitahttps://www.blogger.com/profile/17316927028690066581noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6340570424549373370.post-47810274830343445462011-12-16T11:33:38.528+05:302011-12-16T11:33:38.528+05:30जन्म दिन की बधाई तो हमने आपको दे ही दी थी पर कुछ ख...जन्म दिन की बधाई तो हमने आपको दे ही दी थी पर कुछ खास वज़ह से दोबारा दे रहे हैं...<br /><br />ईश्वर का लाख लाख धन्यवाद , जो बंदे सदैव असहमत बने रहने के लिए जन्मे हैं आज वे भी आपसे सहमत हुए :) अस्तु जन्म दिन की हार्दिक शुभकामनायें :)<br /><br />अनेकों अच्छी टिप्पणियों में से दिनेश राय जी और प्रवीण शाह जी की टिप्पणियां खास पसंद आईं ! और आपकी पोस्ट तो बेहतरीन है ही !<br /><br />अब एक ख्याल ये भी कि कई बार उड़ते परिंदे को भी कहां पता होता है कि उसकी बीट से किसी भले मानस को मार्मिक चोट पहुंच सकती है उसका काम तो फकत उड़ना होता है और वहीं , सुदूर ऊंचाई से विसर्जन ! उड़ना 'करनी' है तो विसर्जन अंदर से बाहर की ओर 'कथनी' परिंदे को स्वयं अन्तर कैसे पता चलेगा वो तो भला मानस ही जानेगा जो इसे भुगतेगा :)<br /><br />अंतरजाल भी ऊंची उड़ान के लिए आकाश जैसा परिंदों से भरा पड़ा है और यहां आप जैसे भले मानस भी हैं जिन्हें अपने विवेक से काम लेना है :)उम्मतेंhttps://www.blogger.com/profile/11664798385096309812noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6340570424549373370.post-78076757474732990422011-12-16T10:40:38.633+05:302011-12-16T10:40:38.633+05:30पहले तो जन्मदिन की बहुत बहुत शुभकामनायें !
अधिकतर...पहले तो जन्मदिन की बहुत बहुत शुभकामनायें !<br />अधिकतर ईमानदार लेखकों के विचार समय अनुसार बदलते नहीं हैं , अगर एक लेखक , विषय विशेष से परहेज करते हुए पाठकों की नज़र से,कुछ छिपाना चाहता है तो सतत लेखन फलस्वरूप, कभी न कभी, आवेग में वह,उन्हें व्यक्त कर ही देगा !<br /><br />बिलकुल सही बात कही है आपने ! अच्छी पोस्ट पसंद आई आभार !Sumanhttps://www.blogger.com/profile/02336964774907278426noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6340570424549373370.post-44304015288368269512011-12-16T09:06:16.603+05:302011-12-16T09:06:16.603+05:30अगर लेखक की कथनी और करनी में फर्क नहीं है तो वह क...अगर लेखक की कथनी और करनी में फर्क नहीं है तो वह किसी भी काल में रचना करे , रचना के मूल सन्देश में फर्क नहीं होगा ! उसकी रचनाएँ उसके चरित्र और व्यवहार का आइना है , जिन्हें पढ़कर लेखक को आसानी से समझा जा सकता है ! अधिकतर ईमानदार लेखकों के विचार समय अनुसार बदलते नहीं हैं , अगर एक लेखक , विषय विशेष से परहेज करते हुए पाठकों की नज़र से,कुछ छिपाना चाहता है तो सतत लेखन फलस्वरूप, कभी न कभी, आवेग में वह,उन्हें व्यक्त कर ही देगा ! <br /><br /><br />true <br />happy birthdayरचनाhttps://www.blogger.com/profile/03821156352572929481noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6340570424549373370.post-20373330231861124212011-12-16T07:59:36.336+05:302011-12-16T07:59:36.336+05:30मैने तो मन की लिख डाली,
अब शब्दों की जिम्मेदारी।
...मैने तो मन की लिख डाली,<br />अब शब्दों की जिम्मेदारी।<br /><br />जन्मदिन की अतिशय शुभकामनायें।प्रवीण पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/10471375466909386690noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6340570424549373370.post-12179048796621657092011-12-16T03:14:15.613+05:302011-12-16T03:14:15.613+05:30जन्मदिन की हार्दिक शुभकामनाएँ!
" मेरी रचना के...जन्मदिन की हार्दिक शुभकामनाएँ!<br />" मेरी रचना के अर्थ बहुत से हैं...<br />जो भी तुमसे लग जाए, लगा लेना "<br />पूरी कविता बहुत अच्छी है,ये पंक्तियाँ सार हैं|<br />बहुत बहुत बधाई|ऋता शेखर 'मधु'https://www.blogger.com/profile/00472342261746574536noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6340570424549373370.post-42338782591350382692011-12-15T23:26:23.757+05:302011-12-15T23:26:23.757+05:30आपकी रचना का मूल संदेश समझने की कोशिश की कुछ समझ भ...आपकी रचना का मूल संदेश समझने की कोशिश की कुछ समझ भी आया.... <br />"यही कहानी जीवन की " जन्मदिन की बधाई ..Archana Chaojihttps://www.blogger.com/profile/16725177194204665316noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6340570424549373370.post-5241502392096918562011-12-15T23:25:25.938+05:302011-12-15T23:25:25.938+05:30लेखन परिवेश से निश्चित रूप से प्रभावित होता है.......लेखन परिवेश से निश्चित रूप से प्रभावित होता है....... पर पढने वाले की समझ और सोच भी उसमे नए आयाम जोड़ती है ..... बहुत सार्थक विवेचन किया आपने .... जन्मदिन की शुभकामनायें स्वीकारें डॉ. मोनिका शर्मा https://www.blogger.com/profile/02358462052477907071noreply@blogger.com