जर्मनी में जन्मी चार वर्षीय मीरा , अपने एक हाथ पर मेहंदी से अपना नाम लिखवाते हुए अपनी बुआ से कह रही थी कि बुई , मेरे दूसरे हाथ पर बाबा का नाम लिख देना सतीश सक्सेना !
शायद यह दुनियाँ की पहली लड़की होगी जो अपने बाबा का नाम अपने हाथ पर लिखवाना चाहती है , बाबा के प्रति मासूम प्यार का इससे अच्छा इज़हार और क्या होगा ?
इसके जन्म पर मैंने लिखा था
नन्हें क़दमों की आहट से, दर्द न जाने कहाँ गए ,
नानी ,दादी ,बुआ बजायें ढोल , मंगलाचार के !