कुछ दोस्त , रिश्तेदारों से भी बढ़कर होते हैं , जिनसे आप अपना कोई भी खुशी और दुख बाँट सकते हैं , इन मित्रों के लिए एक बार लिखा यह गीत याद आ गया !
धोखे की इस दुनियां में ,
कुछ प्यारे बन्दे रहते हैं !
ऊपर से साधारण लगते
कुछ दिलवाले रहते हैं !
दोनों हाथ सहारा देते , जब भी ज़ख़्मी देखे गीत !
अगर न ऐसे कंधे मिलते,कहाँ सिसकते मेरे गीत !
हरिदास परिवार, मेरे जीवन के संकलित मोतियों में से एक हैं , जिन्हें मैं बहुत प्यार करता हूँ ! बहुत बुरे समय में, जो मित्र मुझे घेरे रहे उनमें हरिदास और गीता भाभी हमेशा साथ रहे ! कैबिनेट सचिवालय में वरिष्ठ अधिकारी, पोस्ट पर कार्यरत हरिदास से जब मैं पहली बार मिला था तो वे एक टफ व्यक्तित्व लगे थे , मगर थोड़े समय में ही इनकी सौम्यता और सरल स्वभाव ने दिल जीत लिया ! 30 मई 2012 को हरिदास, सक्रिय सेवा से रिटायर होकर अपने सरकारी मकान को छोड़ने की तैयारी ही कर रहे थे कि 7जून को गीता भाभी के ब्रेस्ट बायोप्सी टेस्ट में कैंसर की पुष्टि हुई है ! उस दिन पहली बार मैंने हरिदास की मज़बूत आवाज में कंपन महसूस किया था !
उसके बाद शुरू हुआ , मित्रों की सहानुभूति और अस्पतालों की दौड़धूप करते हरिदास अपना खाना पीना तक भूल गए ! अकेले में जब भी वे मेरे साथ होते, उनके आँखों की कोरों में आंसू साफ़ नज़र आते थे मगर गीता भाभी के चेहरे पर तनाव कभी नहीं देखा ! हरिदास के कष्ट में चिंतित रहती वे, अपने भरपूर आत्मविश्वास के साथ कहती थी कि मुझे कुछ नहीं होगा !
२५ जून २०१२ को , मैक्स हॉस्पिटल, साकेत में डॉ हरित चतुर्वेदी और डॉ गीता कदायाप्रथ की अनुभवी टीम द्वारा, ५ घंटे तक चले सफल आपरेशन के बाद, जब मैंने अस्पताल पंहुचकर उनके ठन्डे हाथ पकडे, तब भी उनकी आँखों में वही मुस्कान देखी, जैसा उन्होंने मुझे वायदा किया था ! उनको हमेशा हिम्मत बंधाने वाला मैं, अपने आपको कमजोर पा रहा था मगर इस महिला ने बहादुरी की, जो मिसाल कायम की, वह अद्वितीय थी !
इस ऑपरेशन में हरिदास परिवार का भरोसा, आपरेशन के समय , डॉ गीता (कैंसर कंसल्टेंट ) की उपस्थिति पर था ! बेहद प्रभावशाली व्यक्तित्व की मालकिन डॉ गीता, लेडी हार्डिंग मेडिकल कालेज से एम् बी बी एस , एम् एस एवं ग्लासगो (यू के) से एफ आर सी एस , यह कैंसर स्पेशलिस्ट डॉक्टर, राजीव गाँधी कैंसर अस्पताल दिल्ली, में कैंसर कंसल्टेंट रह चुकी हैं और ब्रेस्ट आपरेशन में सिद्धहस्त हैं !
मधुर मुस्कान के साथ अपने बीमार को हौसला देती यह लेडी डाक्टर इस सफल ऑपरेशन की निश्चित हकदार हैं !
महिलाओं में समस्त कैंसरों में, लगभग 30 % कैंसर, ब्रेस्ट से सम्बंधित होते हैं ! ४० वर्ष या उससे ऊपर की महिलाओं में बगल अथवा स्तन में गांठ या सूजन जैसे लक्षणों पर तत्काल टेस्ट करवाना चाहिए, अफ़सोस है कि अक्सर महिलायें, यह कदम बहुत देर होने पर उठाती हैं !
कल जब उनसे मिलने गया तो मैंने उनसे कहा कि मैं आपके साथ एक फोटो खिंचाना चाहता हूँ ताकि अपने पाठकों को आपसे परिचय करा सकूं , मगर उसके लिए बैठना पड़ेगा , चूंकि यह मेरे साथ आपकी पहली फोटो होगी अतः हँसते हुए खिंचवानी होगी ! दर्द में कराहते हुए, ऊपर उठाये दोनों हाथ , घायल सीने और बगल के साथ, उन्होंने जो फोटो खिंचवाई इसे मैं अपनी अब तक खींची गयी , सबसे यादगार फोटो मानता हूँ !
इस पोस्ट को लिखने का उद्देश्य गीता भाभी की निडरता के साथ, एक पति हरिदास की तकलीफ से, पाठकों का परिचय करना था !
सीधा साधा यह जोड़ा जुग जुग जिए यही मंगल कामना है !
धोखे की इस दुनियां में ,
कुछ प्यारे बन्दे रहते हैं !
ऊपर से साधारण लगते
कुछ दिलवाले रहते हैं !
दोनों हाथ सहारा देते , जब भी ज़ख़्मी देखे गीत !
अगर न ऐसे कंधे मिलते,कहाँ सिसकते मेरे गीत !
हरिदास परिवार, मेरे जीवन के संकलित मोतियों में से एक हैं , जिन्हें मैं बहुत प्यार करता हूँ ! बहुत बुरे समय में, जो मित्र मुझे घेरे रहे उनमें हरिदास और गीता भाभी हमेशा साथ रहे ! कैबिनेट सचिवालय में वरिष्ठ अधिकारी, पोस्ट पर कार्यरत हरिदास से जब मैं पहली बार मिला था तो वे एक टफ व्यक्तित्व लगे थे , मगर थोड़े समय में ही इनकी सौम्यता और सरल स्वभाव ने दिल जीत लिया ! 30 मई 2012 को हरिदास, सक्रिय सेवा से रिटायर होकर अपने सरकारी मकान को छोड़ने की तैयारी ही कर रहे थे कि 7जून को गीता भाभी के ब्रेस्ट बायोप्सी टेस्ट में कैंसर की पुष्टि हुई है ! उस दिन पहली बार मैंने हरिदास की मज़बूत आवाज में कंपन महसूस किया था !
Dr Geeta Kadayaprath 9810169286 |
२५ जून २०१२ को , मैक्स हॉस्पिटल, साकेत में डॉ हरित चतुर्वेदी और डॉ गीता कदायाप्रथ की अनुभवी टीम द्वारा, ५ घंटे तक चले सफल आपरेशन के बाद, जब मैंने अस्पताल पंहुचकर उनके ठन्डे हाथ पकडे, तब भी उनकी आँखों में वही मुस्कान देखी, जैसा उन्होंने मुझे वायदा किया था ! उनको हमेशा हिम्मत बंधाने वाला मैं, अपने आपको कमजोर पा रहा था मगर इस महिला ने बहादुरी की, जो मिसाल कायम की, वह अद्वितीय थी !
इस ऑपरेशन में हरिदास परिवार का भरोसा, आपरेशन के समय , डॉ गीता (कैंसर कंसल्टेंट ) की उपस्थिति पर था ! बेहद प्रभावशाली व्यक्तित्व की मालकिन डॉ गीता, लेडी हार्डिंग मेडिकल कालेज से एम् बी बी एस , एम् एस एवं ग्लासगो (यू के) से एफ आर सी एस , यह कैंसर स्पेशलिस्ट डॉक्टर, राजीव गाँधी कैंसर अस्पताल दिल्ली, में कैंसर कंसल्टेंट रह चुकी हैं और ब्रेस्ट आपरेशन में सिद्धहस्त हैं !
मधुर मुस्कान के साथ अपने बीमार को हौसला देती यह लेडी डाक्टर इस सफल ऑपरेशन की निश्चित हकदार हैं !
महिलाओं में समस्त कैंसरों में, लगभग 30 % कैंसर, ब्रेस्ट से सम्बंधित होते हैं ! ४० वर्ष या उससे ऊपर की महिलाओं में बगल अथवा स्तन में गांठ या सूजन जैसे लक्षणों पर तत्काल टेस्ट करवाना चाहिए, अफ़सोस है कि अक्सर महिलायें, यह कदम बहुत देर होने पर उठाती हैं !
कल जब उनसे मिलने गया तो मैंने उनसे कहा कि मैं आपके साथ एक फोटो खिंचाना चाहता हूँ ताकि अपने पाठकों को आपसे परिचय करा सकूं , मगर उसके लिए बैठना पड़ेगा , चूंकि यह मेरे साथ आपकी पहली फोटो होगी अतः हँसते हुए खिंचवानी होगी ! दर्द में कराहते हुए, ऊपर उठाये दोनों हाथ , घायल सीने और बगल के साथ, उन्होंने जो फोटो खिंचवाई इसे मैं अपनी अब तक खींची गयी , सबसे यादगार फोटो मानता हूँ !
इस पोस्ट को लिखने का उद्देश्य गीता भाभी की निडरता के साथ, एक पति हरिदास की तकलीफ से, पाठकों का परिचय करना था !
सीधा साधा यह जोड़ा जुग जुग जिए यही मंगल कामना है !