एक मशहूर डांस रियलिटी शो "धूम मचा दे धूम" में, शिंजिनी सेनगुप्ता, १६ वर्ष , क्लास XI स्टुडेंट, बाल कलाकार के रूप में भाग ले रही थी, बताया जाता है कि एक जज ने उसे काफी डांट लगाई, और शो से बाहर कर दिया, यह बच्ची वह अपमान न सह सकी तथा इस सदमे के फलस्वरूप अपनी आवाज खो बैठी, इस समय वह, इस पैरालैटिकल अटैक के इलाज के लिए नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ मेंटल हैल्थ एंड साइंस (निमहंस ) बंगलौर, में भरती है !
१६ वर्षीय बच्ची शिंजिनी सेनगुप्ता एक रियलिटी डांस शो में इस लिए शामिल हुई थी कि उसकी प्रतिभा का सम्मान होगा ! पर इस बच्ची को मिला, सबके मध्य जज द्वारा अपमान, जिस को वह झेल न सकी ! कैमरों के सामने, स्टेज शो में, हर कोई अपने आप को सबसे आगे लाना चाहता है, और पैसा बरसने की जगह पर, अगर यह मौका जज साहब को मिले तो सामने कोई मासूम बच्ची ही क्यों न हो , अपनी बुद्धिमत्ता के प्रदर्शन का मौका, अनजाने में शिकार होती एक मासूम बच्ची और चैनल के सामने बैठे हुए इस देश के करोडो दर्शक !
Show must go on !
मगर क्या यह मशहूर लाइन, जो सर्वथा जीवंत सत्य है, शिंजिनी केस में आप स्वीकार करेंगे ? क्या यह शो किसी कला का प्रतिनिधित्व कर पा रहे हैं या सिर्फ़ पैसा कमाने का सर्वश्रेष्ठ मौका दे रहे हैं !
१६ वर्षीय बच्ची शिंजिनी सेनगुप्ता एक रियलिटी डांस शो में इस लिए शामिल हुई थी कि उसकी प्रतिभा का सम्मान होगा ! पर इस बच्ची को मिला, सबके मध्य जज द्वारा अपमान, जिस को वह झेल न सकी ! कैमरों के सामने, स्टेज शो में, हर कोई अपने आप को सबसे आगे लाना चाहता है, और पैसा बरसने की जगह पर, अगर यह मौका जज साहब को मिले तो सामने कोई मासूम बच्ची ही क्यों न हो , अपनी बुद्धिमत्ता के प्रदर्शन का मौका, अनजाने में शिकार होती एक मासूम बच्ची और चैनल के सामने बैठे हुए इस देश के करोडो दर्शक !
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मगर क्या यह मशहूर लाइन, जो सर्वथा जीवंत सत्य है, शिंजिनी केस में आप स्वीकार करेंगे ? क्या यह शो किसी कला का प्रतिनिधित्व कर पा रहे हैं या सिर्फ़ पैसा कमाने का सर्वश्रेष्ठ मौका दे रहे हैं !