बिनी ,
अनु उनका सपना था , जब वह अनु के साथ चलती थी तब चेहरे पर शानदार चमक रहती थी रोज अपनी बहू को बैंक पहुँचाना और लाना नियमित था, लगता था जैसे वे सबसे खुशकिस्मत माँ हैं, अनु के कारण वे बहुत उत्साहित थी लगता था जीवन का एक सहारा मिल गया था !
http://www.indianexpress.com/news/banker-death-truck-was-at-speed-above-100-kmph/981710/
http://timesofindia.indiatimes.com/city/noida/Reacting-to-car-crash-cops-start-putting-traffic-in-order/articleshow/15286169.cms
http://timesofindia.indiatimes.com/city/noida/Noida-car-accident-Cops-await-drivers-release-from-hospital/articleshow/15284904.cms
http://timesofindia.indiatimes.com/city/noida/Noida-car-crash-The-couple-had-married-only-last-year/articleshow/15263286.cms
http://timesofindia.indiatimes.com/topic/Anupriya-Nagarajan/quotes
http://indiatoday.intoday.in/story/car-collision-in-noida-kills-pregnant-woman/1/210920.html
http://articles.timesofindia.indiatimes.com/2012-08-06/noida/33064238_1_noida-cops-raju-lnjpn
तुम्हारी भाभी अनुप्रिया नागराजन के बारे में, आज सारे अखबारों में छपीं खबरें, जिनके लिंक दे रहा हूँ, हमारे लिए बहुत मनहूस हैं , मगर पढ़ लो ताकि हमें याद रहे कि भगवान् हमें उतना प्यार नहीं करता जितना हम सोंचते हैं !
एक झटके में उसकी क्रूरता ने , हमारे परिवार की रौनक, हर समय मुस्कराती और भरपूर प्यार करती अनु, को हमसे छीन लिया !
स्ट्रेचर पर खून से लथपथ अनु के चेहरे को, दोनों हाथों में लिए, मैं बार बार रो रो कर, उस मनहूस रात उसे मनाता रहा !
उठ जाओ अनु बच्चा , मैं आ गया मेरा बेटा ...
पर वह रूठ गयी थी ...
हम सब उसे बहुत बहुत प्यार करते थे ...और वह हमें !
उसे हमसे छीन लिया गया और तब जब उसके पेट में एक मासूम जान और थी !
और हम उसे नहीं बचा पाया , न उसे.... न उसके अजन्मे बच्चे को....
हमें पहुँचने में बहुत देर हो गयी थी ..
उस रात पहली बार मैंने अप्पा जी को फूट फूट कर रोते देखा, लगता है अन्नू उनके दिल में भी, अपनी जगह बना चुकी थी .
और अम्मा का तो जैसे सब कुछ लुट गया बच्चे ....
अनु उनका सपना था , जब वह अनु के साथ चलती थी तब चेहरे पर शानदार चमक रहती थी रोज अपनी बहू को बैंक पहुँचाना और लाना नियमित था, लगता था जैसे वे सबसे खुशकिस्मत माँ हैं, अनु के कारण वे बहुत उत्साहित थी लगता था जीवन का एक सहारा मिल गया था !
अनु को लंच में तीन चार तरह का सामान पैक करना रोज का काम था ...
ये दोनों सास बहू एक दुसरे को अथाह प्यार करने लगीं थी ....
मैं नहीं समझ पाता कि उनके आँसू कैसे पोंछे जाएँ ,
वे अपने आपको बहुत अकेला पाएंगी ...
शायद तुमसे मिलकर वे बहुत रोयेंगी !
आज अनु का अस्थि विसर्जन किया उसकी छोटी छोटी अस्थियाँ बीनते समय सामने पेड़ की डाल पर मुस्कराती अनु बैठी दिखी मुझे....
यहाँ आते समय एक बात याद रखना कि तुमने वायदा किया था कि विपरीत परिस्थितियों में तुम घबराओगी नहीं
आज वही दिन है ..
यही जीवन है बेटा , मैं तुम्हे एअरपोर्ट पर मिलूंगा मगर अनु मेरे साथ नहीं होगी ...
रोना मत !
अंकल
http://timesofindia.indiatimes.com/city/noida/Reacting-to-car-crash-cops-start-putting-traffic-in-order/articleshow/15286169.cms
http://timesofindia.indiatimes.com/city/noida/Noida-car-accident-Cops-await-drivers-release-from-hospital/articleshow/15284904.cms
http://timesofindia.indiatimes.com/city/noida/Noida-car-crash-The-couple-had-married-only-last-year/articleshow/15263286.cms
http://timesofindia.indiatimes.com/topic/Anupriya-Nagarajan/quotes
http://indiatoday.intoday.in/story/car-collision-in-noida-kills-pregnant-woman/1/210920.html
http://articles.timesofindia.indiatimes.com/2012-08-06/noida/33064238_1_noida-cops-raju-lnjpn












