Saturday, December 6, 2014
15 comments:
एक निवेदन !
आपके दिए गए कमेंट्स बेहद महत्वपूर्ण हो सकते हैं, कई बार पोस्ट से बेहतर जागरूक पाठकों के कमेंट्स लगते हैं,प्रतिक्रिया देते समय कृपया ध्यान रखें कि जो आप लिख रहे हैं, उसमें बेहद शक्ति होती है,लोग अपनी अपनी श्रद्धा अनुसार पढेंगे, और तदनुसार आचरण भी कर सकते हैं , अतः आवश्यकता है कि आप नाज़ुक विषयों पर, प्रतिक्रिया देते समय, लेखन को पढ़ अवश्य लें और आपकी प्रतिक्रिया समाज व देश के लिए ईमानदार हो, यही आशा है !
- सतीश सक्सेना
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एक दिन माँ से मिलाना चाहिए,
ReplyDeleteचाँद को काजल लगाना चाहिए !
वाह! वाह! बहुत खूब कहा है यह शेर.!!
वक्त कम है काम बाकी है पड़े,
ReplyDeleteनींद से,उसको जगाना चाहिए !
...बहुत बढ़िया ..सोने वालों को जगाने का अपना फ़र्ज़ नहीं भूलना चाहिए ..
Positive thought.
ReplyDeleteआपको सब कैसे
ReplyDeleteपता चल जाता है
दर्द भी है किसी के
और कोई मुस्कुराना
भी चाहता है
:)
चाँद को काजल--क्या खूबसूरत और अनूठी सोच--सन्देश देती रचना
ReplyDeleteबढिया.. अब जरा इसे कव्वाली की तर्ज में सुनाईये ....
ReplyDeleteचाँद को मेरी नज़र लग जाएगी
ReplyDeleteचाँद को काजल लगाना चाहिये!
लोग कहते हैं मैं बूढा हो चला,
मुझको अब माँ से मिलाना चाहिये!
/
देखिये बड़े भाई आपकी इस ख़ूबसूरत गज़ल के मक्ते में से मैंने दो शे'र निकाल दिये! आप्की ग़ज़ल होती ही इतनी सुन्दर कि अपने लफ्ज़ भी फड़कने लगते हैं!!
बहुत सुंदर.
ReplyDeleteदर्द जब जब, आसमां छूने लगे
ReplyDeleteगम भुला,हंसना हंसाना चाहिए !
सबसे नायाब नुस्खा,सुन्दर
बहुत सुन्दर गीत
ReplyDeleteकष्ट में भी , मुस्कराना चाहिए !
ReplyDeleteहौले हौले गुनगुनाना चाहिए !
सही कहा है सरल सुन्दर भाव !
गागर में सागर...छोटी छोटी पंक्तियों में सार्थक संदेश..
ReplyDeleteइस ग़ज़ल के क्या कहने ...हर शेर लाजवाब....बधाई स्वीकार करें....
ReplyDeleteमुकेश की याद में@जिस दिल में बसा था प्यार तेरा
Good, a light - hearted verve. Congratulations.
ReplyDeleteक्या खूब वर्णन किया है ...
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