Sunday, September 26, 2010

आपके स्वर्ण आभूषण और उनका रख रखाव - सतीश सक्सेना

भारतीय महिलाओं में स्वर्ण मोह विश्व में सबसे अधिक पाया जाता है ! कुछ दिन पहले मेरी धर्मपत्नी अपनी गले की चेन को साफ़ कराने की जिद कर रही थीं अतः मैंने उनसे तनिष्क पर जाने की सलाह दी क्योंकि टाटा कंपनी होने के कारण यह विश्वसनीय अधिक थी ! मगर साफ़ कराने के कुछ दिनों में ही उसके जोड़ जगह जगह पर काले पड़ गए और पूरी चेन ही बदरंग हो जाने के कारण कुछ दिनों में ही उसे बेचना पड़ा ! बहुत पछतावा हुआ कि ज्वेलर के पास साफ़ कराने के लिए ले जाने की क्या आवश्यकता थी ! अक्सर सुनार से साफ़ कराने में विभिन्न तरह के कैमिकल उपयोग किये जाते हैं जिनकी प्रतिक्रिया स्वरुप सोने की सफाई के साथ साथ सोना भी साफ़ हो जाता है ,जिसका अंदाज़ा बहुत बाद में होता है ! 
अक्सर प्राकृतिक स्किन आयल ,पसीना ,साबुन, क्रीम आदि लगने से स्वर्ण और हीरे आदि के आभूषण अपनी स्वाभाविक चमक खो देते हैं साथ ही वातावरण में उपलब्ध धूल जमने के साथ ही वे बेहद ख़राब लगने लगते हैं !अतः सबसे पहले इनसे धूल और चिकनाई हटानी आवश्यक होती है! ध्यान रखें कि सोने का रंग कभी ख़राब नहीं होता अतः उसको घर पर ही साफ़ करना आसान होता है  ! 
-स्वर्ण आभूषणों को साफ़ करने के लिए ,गरम पानी में थोडा शैम्पू या अन्य कोई सोफ्ट डेटरजेंट मिला कर उसमें अपने गंदे और पुराने आभूषणों को एक मिनट के लिए डाल दें !थोडा ठंडा होने पर उसे टूथब्रश से साफ़ कर ,स्वच्छ पानी में धो लें  ! आपकी ज्वेलरी चमक उठेगी !
-चाँदी पर वातावरण का असर बहुत जल्दी होता है अतः शीघ्र ही बदरंग होने का खतरा होता है ! एक बार बदरंग होने के बाद इनको साफ़ करना आसान नहीं होता , बाज़ार से सिल्वर पोलिश लेकर उसको एक स्पोंज में लगा कर धीरे धीरे रगड़ने से  सिल्वर में पुरानी चमक बापस आ जाती है !  
-डायमंड इयर रिंग साफ़ करने के लिए, गरम पानी में थोडा घर में प्रयुक्त होने वाला ग्लास क्लीनर मिला दीजिये और आभूषण इसमें लगभग २ मिनट के लिए डाल दें ,गन्दगी और चिकनाई हटाने के लिए सोफ्ट टूथब्रश का प्रयोग कर साफ़ पानी से धो लें !  

19 comments:

  1. बढ़िया जानकारी दी है ...पर तनिष्क पर भी धोखाधड़ी ???????

    ReplyDelete
  2. सुन्दर जानकारी पर धोने के लिये आभूषण कहाँ से आयेंगे।

    ReplyDelete
  3. .
    .
    .
    अच्छी उपयोगी जानकारी !

    पर अपने किस काम की... :(

    आप ने याद दिलाया तो याद आया कि शादी के दिन ससुर जी ने दाहिने हाथ की अनामिका में एक अंगूठी तो पहनाई थी... पर मैं कलाई घड़ी के अतिरिक्त कुछ नहीं पहनता हाथों या गले में...

    श्रीमती जी को लिंक भेज देता हूँ... :)

    आभार!


    ...

    ReplyDelete
  4. प्रिय बंधुवर सतीश सक्सेना जी
    नमस्कार !

    क्यों हमारे भाई बंधुओं को बेरोजगार करने पर तुले हैं ? करने दीजिए न थोड़ी बहुत उन्हें भी मज़ूरी !
    :)
    अच्छी जानकारी देने का प्रयास किया है आपने ।
    लेकिन एक कहावत भी ध्यान रहे -
    जाको कम उसी को साजे
    ब्लॉगर भाईचारे के कारण कह रहा हूं ,
    जड़ाऊ आभूषणों में आपका तरीका काम लिया तो लेने के देने भी पड़ सकते हैं …

    शुभकामनाओं सहित
    - राजेन्द्र स्वर्णकार

    ReplyDelete
  5. भैया जी , आज तक आभूषण ही नहीं खरीदे तो साफ क्या कराएँ ।
    कभी ज़रुरत भी महसूस नहीं हुई ।
    वैसे जानकारी अच्छी है ।

    ReplyDelete
  6. वाह ये जानकारी भी रखते हैं आप ...पढ़ कर आश्चर्य हुआ. लेकिन हम महिलाओं के लिए अच्छी जानकारी.

    काश आपकी लगायी फोटो में से कोई एक आभूषण मुझे मिल जाता...हा.हा.हा.(नारी की आभुशानो की लालच कभी नहीं जाती :))

    और शुक्रिया राजेंदर जी का भी आगाह करने का.

    ReplyDelete
  7. बहुत सुंदर, वेसे मै यही करता हू, क्योकि यहां कोई भारतिया सुनार नही, ओर यह गोरे साले बहुत पेसा मांगते है, वेसे यहां की भारतिया नारियां आभूषण बनवाती तो है बहुत हे, लेकिन पहनती बहुत कम है, इस लिये गहनो की चमक कई सालो तक खराब नही होती

    ReplyDelete
  8. जिस तरह से सोने के दाम में इज़ाफा होता जा रहा है..उसे देख कर यही लगता है की सोने को सुरक्षित रूप से संभालना बहुत ज़रूरी है..बहुत बढ़िया ढंग से आपने इसके रखरखाव का तरीका बतलाया...धन्यवाद चाचा जी

    ReplyDelete
  9. यह स्वर्णकार जी की पोस्ट तो नहीं मार लाये ..
    खैर अपुन को तो पढने से मतलब -हालमार्क पोस्ट है !
    आप भी हरफनमौला हैं !
    और हाँ राज खोल ही देता हूँ ...प्रवीण शाह के नाम से मेरा ही ब्लॉग है ..
    प्रमाण -मैं भी कोई आभूषण नहीं पहनता -नात रिश्तेदार मुझे दरिद्र मानते हैं !

    ReplyDelete
  10. @ प्रवीण पाण्डेय,
    आभूषण तो बनवाने की पड़ेंगे भैया आज नहीं तो कल आओगे रास्ते पर :-)
    @ राजेंद्र स्वर्णकार,
    जडाऊ गहनों पर चेतावनी देने के लिए आभार इस विषय पर बहुत कम लिखा गया है स्वर्णकार लिखने ही नहीं देते :-)))
    आशा है एक दिन आप लोगों को इस रहस्यमय दुनिया से परिचय कराने आयेंगे !
    @ अनामिका ...
    यह मुक्त ह्रदय टिप्पणी बहुत अच्छी लगी :-)
    धन्यवाद

    ReplyDelete
  11. अच्छी जानकारी.

    ReplyDelete
  12. ये बहुमूल्य आभूषणों के फ़ोटो हमें ललचा रहे हैं .

    ReplyDelete
  13. वाह सतीश भाई, कोई तो क्षेत्र छोड़ दो, सभी में प्रवीणता? बढिया जानकारी, अवश्‍य आजमाएंगे। लेकिन आभूषण तो उपलब्‍ध करा देते, तभी तो अपनाएंगे।

    ReplyDelete
  14. यह तो बडी जनोपयोगी जानकारी दी जी आपने, हार्दिक आभार

    प्रणाम स्वीकार करें

    ReplyDelete
  15. बहुत उपयोगी जानकारी है। बुकमार्क कर ली पोस्ट। धन्यवाद। वैसे जेवर जुवर तो पहनते नही सोचा बच्चों के काम आयेगी।

    ReplyDelete
  16. चिंता न करें स्वर्णकार जी,टिप्पणियां देखें किसी के पास धोने योग्य भी सोना नहिं है।

    सतीश जी,
    अगली पोस्ट सोना साफ़(!) :) करने पर लिखें

    ReplyDelete
  17. @ सुज्ञ ,
    धन्यवाद बंधुवर :-)

    ReplyDelete

एक निवेदन !
आपके दिए गए कमेंट्स बेहद महत्वपूर्ण हो सकते हैं, कई बार पोस्ट से बेहतर जागरूक पाठकों के कमेंट्स लगते हैं,प्रतिक्रिया देते समय कृपया ध्यान रखें कि जो आप लिख रहे हैं, उसमें बेहद शक्ति होती है,लोग अपनी अपनी श्रद्धा अनुसार पढेंगे, और तदनुसार आचरण भी कर सकते हैं , अतः आवश्यकता है कि आप नाज़ुक विषयों पर, प्रतिक्रिया देते समय, लेखन को पढ़ अवश्य लें और आपकी प्रतिक्रिया समाज व देश के लिए ईमानदार हो, यही आशा है !


- सतीश सक्सेना

Related Posts Plugin for Blogger,