भारतीय महिलाओं में स्वर्ण मोह विश्व में सबसे अधिक पाया जाता है ! कुछ दिन पहले मेरी धर्मपत्नी अपनी गले की चेन को साफ़ कराने की जिद कर रही थीं अतः मैंने उनसे तनिष्क पर जाने की सलाह दी क्योंकि टाटा कंपनी होने के कारण यह विश्वसनीय अधिक थी ! मगर साफ़ कराने के कुछ दिनों में ही उसके जोड़ जगह जगह पर काले पड़ गए और पूरी चेन ही बदरंग हो जाने के कारण कुछ दिनों में ही उसे बेचना पड़ा ! बहुत पछतावा हुआ कि ज्वेलर के पास साफ़ कराने के लिए ले जाने की क्या आवश्यकता थी ! अक्सर सुनार से साफ़ कराने में विभिन्न तरह के कैमिकल उपयोग किये जाते हैं जिनकी प्रतिक्रिया स्वरुप सोने की सफाई के साथ साथ सोना भी साफ़ हो जाता है ,जिसका अंदाज़ा बहुत बाद में होता है !
अक्सर प्राकृतिक स्किन आयल ,पसीना ,साबुन, क्रीम आदि लगने से स्वर्ण और हीरे आदि के आभूषण अपनी स्वाभाविक चमक खो देते हैं साथ ही वातावरण में उपलब्ध धूल जमने के साथ ही वे बेहद ख़राब लगने लगते हैं !अतः सबसे पहले इनसे धूल और चिकनाई हटानी आवश्यक होती है! ध्यान रखें कि सोने का रंग कभी ख़राब नहीं होता अतः उसको घर पर ही साफ़ करना आसान होता है !
-स्वर्ण आभूषणों को साफ़ करने के लिए ,गरम पानी में थोडा शैम्पू या अन्य कोई सोफ्ट डेटरजेंट मिला कर उसमें अपने गंदे और पुराने आभूषणों को एक मिनट के लिए डाल दें !थोडा ठंडा होने पर उसे टूथब्रश से साफ़ कर ,स्वच्छ पानी में धो लें ! आपकी ज्वेलरी चमक उठेगी !
-चाँदी पर वातावरण का असर बहुत जल्दी होता है अतः शीघ्र ही बदरंग होने का खतरा होता है ! एक बार बदरंग होने के बाद इनको साफ़ करना आसान नहीं होता , बाज़ार से सिल्वर पोलिश लेकर उसको एक स्पोंज में लगा कर धीरे धीरे रगड़ने से सिल्वर में पुरानी चमक बापस आ जाती है !
-डायमंड इयर रिंग साफ़ करने के लिए, गरम पानी में थोडा घर में प्रयुक्त होने वाला ग्लास क्लीनर मिला दीजिये और आभूषण इसमें लगभग २ मिनट के लिए डाल दें ,गन्दगी और चिकनाई हटाने के लिए सोफ्ट टूथब्रश का प्रयोग कर साफ़ पानी से धो लें !
Sunday, September 26, 2010
19 comments:
एक निवेदन !
आपके दिए गए कमेंट्स बेहद महत्वपूर्ण हो सकते हैं, कई बार पोस्ट से बेहतर जागरूक पाठकों के कमेंट्स लगते हैं,प्रतिक्रिया देते समय कृपया ध्यान रखें कि जो आप लिख रहे हैं, उसमें बेहद शक्ति होती है,लोग अपनी अपनी श्रद्धा अनुसार पढेंगे, और तदनुसार आचरण भी कर सकते हैं , अतः आवश्यकता है कि आप नाज़ुक विषयों पर, प्रतिक्रिया देते समय, लेखन को पढ़ अवश्य लें और आपकी प्रतिक्रिया समाज व देश के लिए ईमानदार हो, यही आशा है !
- सतीश सक्सेना
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बढ़िया जानकारी दी है ...पर तनिष्क पर भी धोखाधड़ी ???????
ReplyDeleteसुन्दर जानकारी पर धोने के लिये आभूषण कहाँ से आयेंगे।
ReplyDelete.
ReplyDelete.
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अच्छी उपयोगी जानकारी !
पर अपने किस काम की... :(
आप ने याद दिलाया तो याद आया कि शादी के दिन ससुर जी ने दाहिने हाथ की अनामिका में एक अंगूठी तो पहनाई थी... पर मैं कलाई घड़ी के अतिरिक्त कुछ नहीं पहनता हाथों या गले में...
श्रीमती जी को लिंक भेज देता हूँ... :)
आभार!
...
प्रिय बंधुवर सतीश सक्सेना जी
ReplyDeleteनमस्कार !
क्यों हमारे भाई बंधुओं को बेरोजगार करने पर तुले हैं ? करने दीजिए न थोड़ी बहुत उन्हें भी मज़ूरी !
:)
अच्छी जानकारी देने का प्रयास किया है आपने ।
लेकिन एक कहावत भी ध्यान रहे -
जाको कम उसी को साजे
ब्लॉगर भाईचारे के कारण कह रहा हूं ,
जड़ाऊ आभूषणों में आपका तरीका काम लिया तो लेने के देने भी पड़ सकते हैं …
शुभकामनाओं सहित
- राजेन्द्र स्वर्णकार
भैया जी , आज तक आभूषण ही नहीं खरीदे तो साफ क्या कराएँ ।
ReplyDeleteकभी ज़रुरत भी महसूस नहीं हुई ।
वैसे जानकारी अच्छी है ।
वाह ये जानकारी भी रखते हैं आप ...पढ़ कर आश्चर्य हुआ. लेकिन हम महिलाओं के लिए अच्छी जानकारी.
ReplyDeleteकाश आपकी लगायी फोटो में से कोई एक आभूषण मुझे मिल जाता...हा.हा.हा.(नारी की आभुशानो की लालच कभी नहीं जाती :))
और शुक्रिया राजेंदर जी का भी आगाह करने का.
बहुत सुंदर, वेसे मै यही करता हू, क्योकि यहां कोई भारतिया सुनार नही, ओर यह गोरे साले बहुत पेसा मांगते है, वेसे यहां की भारतिया नारियां आभूषण बनवाती तो है बहुत हे, लेकिन पहनती बहुत कम है, इस लिये गहनो की चमक कई सालो तक खराब नही होती
ReplyDeleteजिस तरह से सोने के दाम में इज़ाफा होता जा रहा है..उसे देख कर यही लगता है की सोने को सुरक्षित रूप से संभालना बहुत ज़रूरी है..बहुत बढ़िया ढंग से आपने इसके रखरखाव का तरीका बतलाया...धन्यवाद चाचा जी
ReplyDeleteयह स्वर्णकार जी की पोस्ट तो नहीं मार लाये ..
ReplyDeleteखैर अपुन को तो पढने से मतलब -हालमार्क पोस्ट है !
आप भी हरफनमौला हैं !
और हाँ राज खोल ही देता हूँ ...प्रवीण शाह के नाम से मेरा ही ब्लॉग है ..
प्रमाण -मैं भी कोई आभूषण नहीं पहनता -नात रिश्तेदार मुझे दरिद्र मानते हैं !
:)
ReplyDelete:)
@ प्रवीण पाण्डेय,
ReplyDeleteआभूषण तो बनवाने की पड़ेंगे भैया आज नहीं तो कल आओगे रास्ते पर :-)
@ राजेंद्र स्वर्णकार,
जडाऊ गहनों पर चेतावनी देने के लिए आभार इस विषय पर बहुत कम लिखा गया है स्वर्णकार लिखने ही नहीं देते :-)))
आशा है एक दिन आप लोगों को इस रहस्यमय दुनिया से परिचय कराने आयेंगे !
@ अनामिका ...
यह मुक्त ह्रदय टिप्पणी बहुत अच्छी लगी :-)
धन्यवाद
अच्छी जानकारी.
ReplyDeleteये बहुमूल्य आभूषणों के फ़ोटो हमें ललचा रहे हैं .
ReplyDeletebadhiya jaankari.........:)
ReplyDeleteवाह सतीश भाई, कोई तो क्षेत्र छोड़ दो, सभी में प्रवीणता? बढिया जानकारी, अवश्य आजमाएंगे। लेकिन आभूषण तो उपलब्ध करा देते, तभी तो अपनाएंगे।
ReplyDeleteयह तो बडी जनोपयोगी जानकारी दी जी आपने, हार्दिक आभार
ReplyDeleteप्रणाम स्वीकार करें
बहुत उपयोगी जानकारी है। बुकमार्क कर ली पोस्ट। धन्यवाद। वैसे जेवर जुवर तो पहनते नही सोचा बच्चों के काम आयेगी।
ReplyDeleteचिंता न करें स्वर्णकार जी,टिप्पणियां देखें किसी के पास धोने योग्य भी सोना नहिं है।
ReplyDeleteसतीश जी,
अगली पोस्ट सोना साफ़(!) :) करने पर लिखें
@ सुज्ञ ,
ReplyDeleteधन्यवाद बंधुवर :-)