हमने तो दोस्ती में जान देना सीखा है और वह भी बिना कहे बिना अहसान , अहसास दिलाये , ऐसे लोग हमें नहीं मिले ! खैर अब आगे दोस्ती ही नहीं करना सिर्फ हेलो कैसे हैं , से आगे नहीं जाना, यही संकल्प है अगले कुछ दिन या वर्षों के लिए , जो भी हाथ में हों !
आप सब से ऐसी शुभकामनायें चाहिए कि अगले साल "हमें समझ जाने वाले" और "हमारी असलियत जानने वाले" समझदार, कम से कम टकरायें :-)), और कुछ भले और ईमानदार लोगों से भेंट हो तो इन लेखों का लिखना सार्थक हो ! सबसे अंत में ईश्वर से प्रार्थना है कि मेरे पास इतना धन और शक्ति जरूर बचाए रखे कि वक्त आने पर, मेरे दरवाजे से , कोई मायूस होकर, वापस न लौट जाए !किसी का एक आंसू , बिना उस पर अहसान किये, पोंछ सका, तो अगले वर्ष, अपना मन संतुष्ट मान लूँगा ...
आप सब, नववर्ष पर उन्मुक्त नजरें मिलाकर, खुलकर हंसें और हंसाएं , यही कामना है !
जी नमस्ते ,
ReplyDeleteआपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा कल शनिवार (०२-०१-२०२१) को 'जीवन को चलना ही है' (चर्चा अंक- ३९३४) पर भी होगी।
आप भी सादर आमंत्रित है
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अनीता सैनी
बहुत बढ़िया कहा आपने। बाकी आपको भी नववर्ष की हार्दिक शुभकामनाएं 🌻♥️
ReplyDeleteनववर्ष मंगलमय हो सपरिवार। आपकी मनॉकामना पूरी हो हम खुल के हंस सकें :) :)
ReplyDeleteअगले साल "हमें समझ जाने वाले" और "हमारी असलियत जानने वाले" समझदार, कम से कम टकरायें 😀 👩⚖️
ReplyDeleteवाह करारा व्यंग्य ... बढ़िया
🙏नववर्ष 2021 आपको सपरिवार शुभऔर मंगलमय हो 🙏
ReplyDeleteबहुत सुंदर। अंग्रेज़ी नववर्ष की ढेर सारी शुभकामनाएं।
ReplyDeleteउन्मुक्त नजरें मिलकर, खुलकर हंसें और हंसाएं , प्रभावशाली लेखन - - नूतन वर्ष की असीम शुभकामनाएं।
ReplyDeleteप्रेरक और सकारात्मकता से परिपूर्ण सृजन सर।
ReplyDeleteसादर।
जीवन मन्त्र है जो आपने दिया है नव वर्ष के दिन ... बहुत बधाई नव वर्ष की ...
ReplyDeleteहमें समझ जाने वाले" और "हमारी असलियत जानने वाले" समझदार, कम से कम टकरायें :-)),💐✨
ReplyDeleteनववर्ष की ऐसी शुभकामनाओं के साथ ।
सादर।
भूल ही तो जीवन का सुंदर फूल है जिसकी खुशबू से अच्छे-अच्छों की पहचान होती है । हार्दिक शुभकामनाएँ ।
ReplyDeleteकिसी का एक आंसू , बिना उस पर अहसान किये, पोंछ सका, तो अगले वर्ष, अपना मन संतुष्ट मान लूँगा।
ReplyDeleteइससे बढ़िया विचार कोई हो ही नहीं सकता।
बहुत बहुत सुन्दर
ReplyDeleteनववर्ष की असीम शुभकामनायें आपको ... शानदार लेखन
ReplyDeleteसार्थक पोस्ट। नववर्ष मंगलमय हो!
ReplyDeleteबहुत सुन्दर
ReplyDeleteकिसी का एक आंसू , बिना उस पर अहसान किये, पोंछ सका, तो अगले वर्ष, अपना मन संतुष्ट मान लूँगा ...बहुत सही, यही तो बहुत लोग सोच बना ले तो फिर काहे का रोना होगा ज़माने में
ReplyDeleteआपको नववर्ष की हार्दिक शुभकामनाएं!
ज़िंदगी में सीखने के लिए सकारात्मक लोग जितने ज़रूरी है
ReplyDeleteउतने ही नकारात्मक लोग भी ज़रूरी है !