सारा जीवन किया समर्पित परमारथ में नारी ही ने , विधि ने ऐसा धीरज लिखा केवल भाग्य तुम्हारे ही में !उठो चुनौती लेकर बेटी, शक्तिमयी सी तुम्ही दिखोगी !!
दृढ़ता हो, सावित्री जैसी ,
सहनशीलता हो सीता सी !
सरस्वती सी, महिमा मंडित
कार्य साधिनी अपने पति की !
अन्नपूर्णा बनो, सदा ही
घर की शोभा तुम्हीं रहोगी !
सहनशीलता हो सीता सी !
सरस्वती सी, महिमा मंडित
कार्य साधिनी अपने पति की !
अन्नपूर्णा बनो, सदा ही
घर की शोभा तुम्हीं रहोगी !
पहल करोगी अगर नंदिनी, घर की रानी तुम्हीं रहोगी !
नारी के सुंदर चेहरे पर,
क्रोध कभी न आने पाये !
क्षमा, दया और ममता बेटी
सदा विजेता होते आये !
गुस्सा कभी पास न आये ,
रजनीगंधा सी महकोगी !
पहल करोगी अगर नंदिनी घर की रानी तुम्हीं रहोगी !
स्वागत मेहमानों का करने
दरवाजे पर हंसती आये !
नारी के सुंदर चेहरे पर,
क्रोध कभी न आने पाये !
क्षमा, दया और ममता बेटी
सदा विजेता होते आये !
गुस्सा कभी पास न आये ,
रजनीगंधा सी महकोगी !
पहल करोगी अगर नंदिनी घर की रानी तुम्हीं रहोगी !
स्वागत मेहमानों का करने
दरवाजे पर हंसती आये !
घर के दरवाजे से पुत्री ,
याचक कभी न खाली जाए !
मान करोगी अगर मानिनी,
महिमामयी तुम्हीं दीखोगी !
महिमामयी तुम्हीं दीखोगी !
पहल करोगी अगर नंदिनी, घर की रानी तुम्हीं रहोगी !
नर नारी में परम त्याग की
शिक्षा देती, सारे जग को !
शिक्षा देती, सारे जग को !
माता, पिता, सहोदर भाई
और छोड़ती है, निज घर को !
भूल पुराने घर को अपने
नयी रौशनी लानी होगी !
नयी रौशनी लानी होगी !
पहल करोगी अगर नंदिनी घर की रानी तुम्हीं रहोगी
सारा जीवन किया समर्पित
परमारथ में , नारी ही ने !
विधि ने ऐसा धीरज लिखा
केवल भाग्य, तुम्हारे ही में !
उठो चुनौती लेकर बेटी ,
शक्तिमयी सी तुम्हीं दिखोगी !
शक्तिमयी सी तुम्हीं दिखोगी !
पहल करोगी अगर नंदिनी, घर की रानी तुम्हीं रहोगी !
Next http://satish-saxena.blogspot.in/2008/08/blog-post.html
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उठो चुनौती लेकर बेटी , शक्तिमयी सी तुम्ही दिखोगी !
ReplyDeleteपहल करोगी अगर नंदिनी घर की रानी तुम्ही रहोगी
--bahut umda!
kya kahne hain...satish sir!! bahut pyari rachna...dil ko chhuti hui:)
ReplyDeleteजैसी माता और पुत्री है और जैसी है पत्नी सुन्दर
Deleteनारी की काया छाया से जग में होता पग पग सुन्दर
वाह...बहुत सुन्दर और सार्थक अभिव्यक्ति...
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