Saturday, July 19, 2014

दरवाजे पर कौन खड़ा है,इतनी रात बधाई को ! - सतीश सक्सेना

अदब कायदा रखिए भाई,देख कुएं औ खाई को
गिरना है, वो गिर के रहेगा, देगा दोष खुदाई को ! 

सारे फ़र्ज़ निभाए हमने, अब जाने का वक्त हुआ !   
दरवाजे पर कौन खड़ा है, इतनी रात बधाई को !

घर मे कीचड़ से खेले हो, गर्वीले दिन भूल गए,     
आसानी से दाग़ न जाएँ , करते रहो पुताई को !

लेना देना, रस्म रिवाजों से ही , घर का नाश करें 
बहू तो कब से इंतज़ार में बैठी मुंह दिखलाई को !

प्रतिरोपण के लिए वृक्ष की कोमल शाखा दूर हुई, 
बरगद की  झुर्रियां बताएं , कैसे सहा विदाई को !

22 comments:

  1. बहुत सुंदर

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  2. अदब कायदा खूब सिखाओ शेख कुएं औ खाई को !
    गिरना है वो गिर के रहेगा , देगा दोष खुदाई को !

    बहुत खूब भावपूर्ण सर आभार

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  3. अदब कायदा खूब सिखाओ शेख कुएं औ खाई को !
    गिरना है वो गिर के रहेगा , देगा दोष खुदाई को !

    वाह ! जिसको जो होना होता है वह वही होता है

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  4. जबसे बिटिया चली गयी है बाबुल के दरवाजे से
    बरगद की झुर्रियां बताएं, कैसे सहा विदाई को !..
    वाह ... दिल को छूता हुआ गुज़र गया ये बंध.... बहुत ही संवेदनशील ...

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  5. सुंदर प्रस्तुति , आप की ये रचना चर्चामंच के लिए चुनी गई है , सोमवार दिनांक - 21 . 7 . 2014 को आपकी रचना का लिंक चर्चामंच पर होगा , कृपया पधारें धन्यवाद !

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  6. अनुपम भाव संयोजन ..... उत्‍कृष्‍ट प्रस्‍तुति

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  7. देख भी लिजिये ना क्या पता खुदा ही हो दरवाजे पर :)
    बहुत सुंदर ।

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  8. Sateesh ji, atyany manbhati likte hai....ye prakhar, prabhavi kavita ki savita teri hai....nirmal, uddat, katu teekshnn vyang ki sarita teri hai.. ...purv ki bhanti sashakt sarthak rachna dene hetu sadhuwad....

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  9. बहुत सुंदर! सभी शेर एक से बढ़कर एक! सुंदर और सटीक!

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  10. बहुत नाज़ुक भावों की अभिव्यक्ति |
    कर्मफल |

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  11. बहुत गहराई से अनुभव किया गया प्रभावशाली कथ्य होता है आपका -साधु !

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  12. अदब कायदा खूब सिखाओ शेख कुएं औ खाई को !
    गिरना है वो गिर के रहेगा , देगा दोष खुदाई को !
    बिलकुल सही कहा है, सभी सार्थक लगे शेर !

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  13. भावपूर्ण अभिव्यक्ति..................

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  14. वाह बहुत सुंदर!

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  15. बहुत खूब...

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  16. प्रशंसनीय प्रस्तुति ।

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  17. बहुत ही सुंदर रचना.

    रामराम.

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  18. kya bhavpurn rachna...wah

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- सतीश सक्सेना

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