मेहनत करते जीवन बीता,मेहनत करते रहो ,किसानों !
अच्छे दिन भी आते होंगे ,हर हर मोदी बोल किसानों !
रखो भरोसा नेताओं पर , क्यों हताश होकर मरते हो,
बेटी की शादी में तुमको, लाला देगा, कर्ज किसानों !
अफ्रीका में खेत दाल के, लगते सुंदर बहुत किसानों !
दाल उगाएं वे, हम खाएं , हर हर गंगे बोल किसानों !
बेटी की शादी में तुमको, लाला देगा, कर्ज किसानों !
अफ्रीका में खेत दाल के, लगते सुंदर बहुत किसानों !
दाल उगाएं वे, हम खाएं , हर हर गंगे बोल किसानों !
कांग्रेस,मीडिया,कचहरी और भी गम हैं,बहुत किसानों !
आज तो कईयों को लपेट लिया आपने ... बहुत लाजवाब लिखा है आपने ... सच है खुद ही किसानों को उठाना होगा अपने हक़ के लिए ...
ReplyDeleteखुद ही लड़नी है जंग किसान भाइयों को।
ReplyDeleteबहुत सटीक
जय जय और जयकारों से
ReplyDeleteभरें पेट अब सबके हवा हवा से
खेत छोड़ खुले आसमान को
जा कर कहीं खोदो किसानो ।
बहुत सुन्दर :)
छोरी की शादी में तुमको, लाला देगा कर्ज किसानों..
ReplyDeleteनमन इन पंक्तियों के रचयिता को।
लाज़वाब सटीक प्रस्तुति...
ReplyDeleteबहुत खूब
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