Saturday, June 28, 2014
7 comments:
एक निवेदन !
आपके दिए गए कमेंट्स बेहद महत्वपूर्ण हो सकते हैं, कई बार पोस्ट से बेहतर जागरूक पाठकों के कमेंट्स लगते हैं,प्रतिक्रिया देते समय कृपया ध्यान रखें कि जो आप लिख रहे हैं, उसमें बेहद शक्ति होती है,लोग अपनी अपनी श्रद्धा अनुसार पढेंगे, और तदनुसार आचरण भी कर सकते हैं , अतः आवश्यकता है कि आप नाज़ुक विषयों पर, प्रतिक्रिया देते समय, लेखन को पढ़ अवश्य लें और आपकी प्रतिक्रिया समाज व देश के लिए ईमानदार हो, यही आशा है !
- सतीश सक्सेना
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है भी पक्का है ना कोई है
ReplyDeleteऔर बुढ़ापा अभी कहाँ
अभी तो आपके खेलने
कूदने के दिन है
लिखते रहिये
इसी तरह बहुत सुंदर
सुंदर गजलें :)
खूबसूरत ग़ज़ल...हर शेर असरदार...
ReplyDeleteखूबसूरत ग़ज़ल...
ReplyDeleteBeautiful. This is only the inspiration which leads to such questions. Regards.
ReplyDeleteबहुत बढ़िया
ReplyDeleteआपको तो, काफिरों से इश्क है !
ReplyDeleteवर्ना इनको मुंह लगाता कौन है ?
चाँद की दरियादिली तो देखिये
रात से भी प्यार करता कौन है ?
एकदम बढ़िया
gahre bhav ke sath sundar rachna....
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