Wednesday, March 21, 2018

दूरियों को नमन कर के, धीमे धीमे दौड़िये -सतीश सक्सेना

अधिकतर हार्ट अटैक का कारण, शारीरिक एक्टिविटी का कम होना, अधिक उम्र में बढ़ा हुआ तनाव ,हाइपरटेंशन ,डायबिटीज एवं बढ़ा हुआ वजन मुख्य तौर पर दोषी हैं और अधिकतर केस 50 वर्ष के आसपास ही पाए जाते हैं !
इस उम्र के लोग अधिकतर परिपक्व बुद्धि के मालिक होते हैं और आसानी से अपनी दिनचर्या में बदलाव के लिए ध्यान नहीं देते उनका अधिकतर समय मान सम्मान, प्रभामंडल को सँवारने में बीतता है जिसमें फेसबुक एवं व्हाट्सएप्प से मिलती हुई फ़र्ज़ी वाहवाही का बहुत बड़ा रोल है ! खुद की तारीफ़ सुनने का यह नशा न केवल एडक्टिव है बल्कि आजकल स्वास्थ्य के लिए सबसे हानिकारक भी है !
मोटापा, डायबिटीज एवं हृदय रोगों से बचाव के लिए रनिंग से बेहतरीन कोई एक्सरसाइज नहीं है मगर अधिकतर लोग दौड़ना बिना सीखे हुए दौड़ने का प्रयत्न करते हैं और कुछ दिन में ही वह बंद हो जाता है ! दौड़ने का पहला मंत्र धीमे धीमे बिना हांफे लम्बी दूरी तक दौड़ना है और यह धीरे धीरे ही
होगा !
इसी मंत्र की बदौलत जीवन के साठ वर्ष 10 कदम भी न दौड़ पाने वाला मैं , आज बिना रुके लगातार 3 घंटे तक दौड़ता हूँ और बढ़ा हुआ ब्लड प्रेशर कब का नार्मल हो चुका है !
मैं दिखावे की मित्रता नहीं करता अपने मित्रों से इकतरफा मन से जुड़ा होता हूँ वे महसूस करें इसका प्रयत्न भी नहीं करता सो अपने ऊपर किये प्रयोगों को उनके ऊपर भी लागू होते देखना चाहता हूँ और अक्सर मित्रों को कहता भी रहता हूँ और दिल से कहता हूँ कि कायाकल्प आसान है एक बार संकल्प भर लेना है बस ....
अपने हृदय और इम्यून सिस्टम को सही करने के लिए
- खूब नींद लीजिये कम से कम 8 घंटा, यह पहला नियम
-रोज सुबह हलके हलके दौड़िये और बिना हांफे लंबा दौड़ने का अभ्यास करें इससे डायबिटीज लेवल एवं स्ट्रेस ठीक होगा
- रोज शाम लंबा टहलने जाएँ
-रात का भोजन हल्का करें या न करें अगर वे पूरे दिन घर पर रहते हैं !
खूब मस्त रहें और अकेले भी खुश रहना सीखें !
साथ कोई दे, न दे , पर धीमे धीमे दौड़िये !
अखंडित विश्वास लेकर धीमे धीमे दौड़िये !
दर्द सारे ही भुलाकर,हिमालय से हृदय में
नियंत्रित तूफ़ान लेकर, धीमे धीमे दौड़िये!
जोश आएगा दुबारा , बुझ गए से हृदय में
प्रज्वलित संकल्प लेकर धीमे धीमे दौड़िये!
तोड़ सीमायें सड़ी ,संकीर्ण मन विस्तृत करें
विश्व ही अपना समझकर धीमे धीमे दौड़िये!
समय ऐसा आएगा जब फासले थक जाएंगे
दूरियों को नमन कर के, धीमे धीमे दौड़िये !

2 comments:

  1. गर्व है आपके जैसे मित्र भी हैं हमारे। अभी आपके दौड़ने से प्रभावित होकर सोच में दौड़ रहे हैं। लगता है वो दिन आयेगा जो हमे भी दौड़ा ले जायेगा :)

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  2. प्रेरणादायक पोस्ट..

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- सतीश सक्सेना

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