Monday, February 8, 2010

दिल्ली ब्लागर मिलन में राज भाटिया ,खुशदीप के साथ विनीत कुमार को सुनना !-सतीश सक्सेना


                 मैं अगर अपनी पसंद की बात कहूं तो शांत राज भाटिया और अविनाश वाचस्पति के साथ बैठ कर विनीत कुमार को सुनना, सुखकर और आनंद दायक लगा, टीवी मिडिया जैसे विषय पर गहरी पकड़, स्पष्ट अभिव्यक्ति और आत्मविश्वास, उनकी प्रतिभा को, अन्य लोगों से साफ़ साफ़ अलग कर रही थी !

               मुझे लगता है कि आने वाले समय में विनीत अपनी विशिष्ट जगह बनाने में कामयाब होंगे ! इससे पूर्व, मुझे इनके किसी भी लेख को, पढने का सौभाग्य नहीं मिला था !

खुशदीप सहगल, समाज और हिंदी ब्लाग को बहुत कुछ देंगे, ऐसा मेरा विश्वास है , उनके निष्छल मन को समझ पाना किसी के लिए भी आसान है !

चिकित्सा क्षेत्र के लोग साहित्य,समाज :-) और कला से कम ही वास्ता रखते हैं , मगर अपने व्यस्त समय को भूल , फक्कड़ों और मस्तमौलों के बीच ,पूरी रूचि के और मुस्कान के साथ डॉ टी एस दराल लगातार सबको बांधे रहे ! उन्होंने चिकित्सा क्षेत्र के बारे में अपने कुछ अमूल्य नुस्खे ब्लॉग जगत को देते रहने का वायदा किया है !

एक बेहतरीन दिल के मालिक विनोद पाण्डेय से पहली बार मिलने पर ऐसा नहीं लगा कि इन्हें पहले से नहीं जनता हूँ , इतनी गहरी आत्मीयता ईश्वर बहुत कम लोगों को ही देते हैं !
क्रमश .....

13 comments:

  1. bahut umda post....abhi aur padne ki aas lagaye baithe hei

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  2. बढ़िया।
    लेकिन अगर आपने ब्लॉग जगत और ब्लॉग्स पर केंद्रित विनीत के पोस्ट अब तक नहीं पढ़ें है तो निवेदन करुंगा कि जरुर पढ़ें, ढूंढ कर पढ़ें।

    आपके इस कथन से सौ फीसदी सहमत हूं कि " मुझे लगता है कि आने वाले समय में विनीत अपनी विशिष्ट जगह बनाने में कामयाब होंगे !"

    दर-असल ब्लॉग लिखना और ब्लॉग जगत के अंतस को महसूस कर उस पर लिखना दो अलग-अलग बातें हैं और ऐसा बहुत कम लोग कर पाते हैं। मेरी नजर में विनीत ऐसे ही लोगों में से एक हैं। यह भी कह दूं कि ऐसे ब्लॉगजगत के अंतस को महसूस कर बेबाकी से लिखने वाले लोग ब्लॉगजगत में कम ही नजर आते हैं।
    उन्हें और आपको, शुभकामनाएं।

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  3. अच्छा परिचय दिया आपने. डॉ दराल से तो मैं व्यक्तिगत रुप से मिल चुका हूँ एवं बाकी सबकी लेखनी से गहरा परिचय है.

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  4. सतीश जी आज इस ब्लॉगर्स सम्मेलन से पहले मैं आपको बिल्कुल नही जानता था और अब ऐसा लगता है की बहुत दिनों से परिचित हो ..आपके व्यक्तित्व और मिशन को मैं तहे दिल से नमन करता हूँ....बस अपना स्नेह ऐसे ही बना रहा..और आप बड़ों का आशीर्वाद भी हम पर बना रहे..प्रणाम

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  5. बहुत ही शानदार पोस्ट..... सतीश जी....कृपया अपना नंबर मेरे ईमेल पर मेल करियेगा...

    @

    mailtomahfooz@gmail.com

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  6. ब्लॉगर्स सम्मेलन के अपने अनुभव का सुन्दर प्रस्तुतिकरण आभार

    regards

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  7. आपके नजरिये से इन ब्लागर बंधुओं को जानना अच्छा लगा, शेष लोगों के बारे मे भी जानने की इच्छा है. अत: आपकी आगामी कडियों की प्रतिक्षा कर रहे हैं.

    रामराम.

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  8. बस किसी की नजर न लगे. यूं ही भविष्य में भी मिलें तो अच्छा है..

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  9. वाह सर बहुत सुंदर मजा आ रहा है आपकी रिपोर्ट पढ के और रही बात मुलाकात की तो उसे शब्दों में नहीं ढाल सकता बस दिल में सहेज कर रख लिया है
    अजय कुमार झा

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  10. यही बात इन महानुभावो के बारे में मै कहता हूँ
    सादर
    प्रवीण पथिक
    9971969084

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  11. आपलोग हमें इतना सम्मान देते हैं और बेबाक ढंग से लिखते रहने के लिए उत्साहित करते हैं,इसके लिए आपलोगों का शुक्रिया।..

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एक निवेदन !
आपके दिए गए कमेंट्स बेहद महत्वपूर्ण हो सकते हैं, कई बार पोस्ट से बेहतर जागरूक पाठकों के कमेंट्स लगते हैं,प्रतिक्रिया देते समय कृपया ध्यान रखें कि जो आप लिख रहे हैं, उसमें बेहद शक्ति होती है,लोग अपनी अपनी श्रद्धा अनुसार पढेंगे, और तदनुसार आचरण भी कर सकते हैं , अतः आवश्यकता है कि आप नाज़ुक विषयों पर, प्रतिक्रिया देते समय, लेखन को पढ़ अवश्य लें और आपकी प्रतिक्रिया समाज व देश के लिए ईमानदार हो, यही आशा है !


- सतीश सक्सेना

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