-प्रभावशाली समीर लाल जी के बहुआयामी सरल व्यक्तित्व से मिलकर ब्लागिंग करना सार्थक महसूस हुआ ! समीर लाल जी को मैंने उनके द्वारा, शुरुआत के दिनों में, लगातार प्रोत्साहित करने के प्रति अपनी कृतज्ञता अर्पित की !
-समीर लाल जी द्वारा मुझे धन्यवाद देने पर, मैंने कहा कि अगर वे मेरी कुछ मदद करना चाहते हैं तो कृपया एक बार ताऊ से अवश्य मिलवा दें ! पूरे ब्लाग जगत को हंसते हँसते बेवकूफ बना कर, अपने प्रोडक्ट बेचने वाली इस शख्शियत से अवश्य मिलना चाहता हूँ कि यह चीज क्या है !जिस पर उन्होंने ताऊ को पटा कर, मुझे मिलाने के लिए अपनी कोशिश करने का भरोसा दिलाया !
- पूरे समय के दौरान स्मार्ट और विनम्र अजय झा शांत भाव से फोटोग्राफी में व्यस्त रहे !
- सरल स्वभाव एम् वर्मा जी सदा की तरह सबको अपना परिचय देते हुए कैमरे का सदुपयोग करते रहे !
- शांत और गंभीर पद्मसिंह ने मुझे इंदु माँ के निमंत्रण याद दिलाया , और साथ ही मेरे प्रति अनुराग भी तब मुझे लगा कि मैं इन दोनों के समक्ष कितना छोटा हूँ ...इंदु पुरी के प्यारे व्यक्तित्व से घबराए ,भाई पद्मसिंह को मनाने में थोडा समय लगा कि वे इन्दु मां के निमंत्रण के सम्बन्ध में मुझे बचाने के साथ साथ, मेरी मदद भी करें ! इस ममतामयी के स्नेह से से हम दोनों का डर स्वाभाविक ही है !
-बिना पगड़ी रतन सिंह शेखावत को पहचानने का कोई सवाल ही पैदा नहीं होता ...मगर अपनी गंभीरता और राजस्थानी भाषा से वे अपनी उपस्थिति दर्ज कराने में सफल थे !
- दीपक बाबा अपनी पूरी मस्ती के साथ मौजूद थे उन्हें देख मुझे संजय ( मो सम कौन )की कमी खलती रही !
- मैंने राजीव और संजू तनेजा जैसे दम्पति नहीं देखे जो कि इस प्रकार के आयोजन में सदाबहार मुस्कान के साथ बढचढ कर हिस्सा लेते रहे हैं ! वे हमेशा ऐसी महफ़िलों कि रौनक रहे हैं !
- मैंने राजीव और संजू तनेजा जैसे दम्पति नहीं देखे जो कि इस प्रकार के आयोजन में सदाबहार मुस्कान के साथ बढचढ कर हिस्सा लेते रहे हैं ! वे हमेशा ऐसी महफ़िलों कि रौनक रहे हैं !
मुझे लगता है कि ब्लागर मिलन के जरिये, आपस में एक दूसरे विचारों के प्रति बेहतरीन समन्वय संभव हो सकता है ! अतः कोई भी बहाना क्यों न हो इस प्रकार के आयोजन होने ही चाहिए और मैं इसके लिए अविनाश वाचस्पति और उनके हाथ में एक रहस्यमय थैले के प्रति आभारी हूँ !
यह सम्मलेन कब हुआ? मुझे तो खबर ही नहीं लगी..
ReplyDeleteअगली बार जब भी हो तो बताएं.. हम भी यहीं के निवासी हैं फिलहाल..
आभार
चलिए अब ब्लाग जगत आभासी दुनिया से निकलकर वास्तविक दुनिया में आ गया है। बधाई।
ReplyDeleteऔर लोगों से भी तो मिले उन पर भी तफसरा पेश किया जाय !
ReplyDeleteइस सम्मेलन में उपस्थित ना रहने का अफसोस रहेगा जी
ReplyDeleteहो सकता है ताऊ जी भी आपसे मिलने को बेकरार हों
आशा है 21को ताऊजी सबको खुश कर देंगें
प्रणाम
ताऊ से मिलने की मेरी भी इच्छा है .. मिलते ही उनका पता प्रेषित कर दें.
ReplyDeleteधन्यवाद
इस जीवंत रिपोर्टिंग के लिए बधाई एवं हम तक जानकारी पहुंचाने के लिए आभार।
ReplyDelete---------
जानिए गायब होने का सूत्र।
….ये है तस्लीम की 100वीं पहेली।
अनकही से परिचित हो गए।
ReplyDeleteआपसे मिलकर हमें भी बहुत अच्छा लगा...
ReplyDeleteऐसे आयोजन लगातार होते रहने चाहिए ...
आज मेरठ से दिल्ली तक के सफर में आपको और अधिक जानने का मौक़ा मिला
बेहद अच्छी रही ये छोटी सी रिपोर्ट :)
ReplyDeleteअजय भईया तो फोटोग्राफी में व्यस्त थे ये तो उनके फेसबुक एल्बम से ही पता चल रहा था :)
हम भी वहां रहते काश :)
एक बेहद सफल ब्लॉगिंग समारोह था जिसमें सभी बड़े और नामचीन ब्लॉगर्स उपस्थित थे सबसे बड़ी बात यह भी थी की सभी श्रेष्ट ब्लॉगर्स ही नही बल्कि एक नेक दिल इंसान भी है..बहुत ही अच्छा लगा आप सब से मिलकर...
ReplyDeleteसमीर जी के बारे में जितना कुछ सुना था उससे कहीं कुछ बढ़ कर निकले वो...उनके साथ गेस्टहाउस तक की वार्तालाप नें हमें बहुत कुछ सिखाया.....एक महान और प्रेरणादायक शक्स....
बहुत ही सफल रही यह ब्लॉगर्स सम्मेलन इसके लिए बालेंदु जी एवं अविनाश जी का बहुत बहुत आभार..साथ ही साथ उपस्थित सभी ब्लॉगर्स को भी धन्यवाद..
एक और विस्तृत विवरण के लिए आभार.
ReplyDeleteसच ऐसे सम्मलेन होते ही रहने चाहिए.
- विजय तिवारी ' किसलय'
यह मेरा दुर्भाग्य रहा कि आमंत्रण के उपरांत भी शहर में न होने के कारण इस समारोह में उपस्थिति दर्ज कराने से वंचित रह गया..
ReplyDelete
ReplyDeleteग्रेट !
हम यह वृताँत पूरी दिलचस्पी से पढ़े और आनन्दित हो लिये,
क्योंकि मेरे सम्मुख यही एक विकल्प है । सबकुछ सिम्पली ग्रेट है, जी !
आभार आपका ।
अविवादित ब्लॉगर सम्मलेन के अनसुने लम्हों के लिए आभार !
ReplyDelete.
ReplyDeleteग्रेट !
हम यह वृताँत पूरी दिलचस्पी से पढ़े और आनन्दित हो लिये,
क्योंकि मेरे सम्मुख यही एक विकल्प है । सबकुछ सिम्पली ग्रेट है, जी !
आभार आपका ।
Kindly consider the above comment as mine also.
.
भगवान करे, यह माहौल बना रहे।
ReplyDelete@ डॉ अमर कुमार एवं जील,
ReplyDeleteऔर विकल्प न खुलें और आप लोगों का कम से कम इतना स्नेह बना रहे, तो अच्छा लगेगा ! :-)
हार्दिक आभार !
बहुत बढिया सर अच्छी रिपोर्ट है ।
ReplyDeleteसर ऐसे सम्मेलनों में मुझे अपने कैमरे की आंखें और अपने कान खुले रखने ही पडते हैं
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ReplyDeleteसतीश भाई ,
ReplyDeleteरिपोर्टिंग में आपकी विनम्रता की खुश्बू महसूस कर रहा हूं ! सभी ब्लागर्स के बारे कितना बेहतर कह जाते हैं आप ! ईश्वर आप पर आशीष बनाये रखे !
आप पर इतना प्रसन्न हुआ कि एक ही कमेंट तीन बार क्लिक कर डाला ! खैर दो तो डिलीट किये पर एक और स्वीकारिये :)
ReplyDeleteसक्सेना साहब,
ReplyDeleteआभार कि आपने याद किया। नौकरी और व्यक्तिगत व्यस्तताओं के चलते ये शानदार मौका मैंने मिस किया। आजतक किसी ब्लॉगर से रूबरू नहीं हुआ, और यहाँ एक साथ ऐसी ऐसी हस्तियाँ उपस्थित थीं। बस थोड़ा समय और, फ़िर तो आप कहोगे कि यार, यहाँ भी आ गये:)
काश मैं भी आप लोगों के दर्शन लाभ ले पाता......................शानदार प्रोग्राम की जानदार प्रस्तुति! धन्यवाद !
ReplyDeleteमिश्राजी अगर "तफसरा" का मतलब समझा दे तो हमारे ज्ञान में वृद्धि हो जाये................................खोजने पर भी पता नहीं चल पाया है..............इसके दो निकटवर्ती शब्द जरूर मिले है, शायद यह उन्ही के समकक्ष हो---------
ReplyDelete१. तफ़सीर ----- किसी क्लिष्ट गहन या दुरूह पद या वाक्य का सरल शब्दों में किया हुआ विवेचन या स्पष्टीकरण ।
२. तफसील----- विस्तृत वर्णन। २. कैफियत। विवरण। ३. कठिन पदों, वाक्यों आदि की टीका या स्पष्टीकरण। ४. ब्योरेवार बनाई हुई तालिका। सूची।
sundar varnan......
ReplyDeletepranam.
@ अमित शर्मा,
ReplyDeleteयह शाही शब्दों में शाही आदेश है और शहंशाह के शब्दों से आम लोगों को गलतियाँ नहीं ढूंढना चाहिए .सो मैं यह गुस्ताखी नहीं कर सकता हालाँकि यह शाही आदेश मैं मानने वाला नहीं :-)
इस प्रकार के आयोजन से जान पहचान बढ़ती है | और वो जान पहचान परेशानी मुसीबत के समय काम आती है| इस प्रकार के आयोजन हिन्दी बलोगिंग को एक नयी दिशा भी प्रदान करते है|
ReplyDeleteमेरे पास ब्लाग रजिस्ट्रेशन में मदद करने के उद्देश्य से श्री आशीषजी खंडेलवाल के मेल आ रहे थे । उनके एक लेख में ताऊ के जीवन्त योगदान की चर्चा देखकर व उनके इन्दौर निवासी होने की जानकारी देखकर मैंने भी श्री ताऊ से मिलने की इच्छा व्यक्त कर दी । बस, नतीजतन फिर श्री आशीषजी खंडेलवाल के मेल मिलना भी मुझे बन्द हो गये । तो ऐसी रहस्यमयी है श्री ताऊ की शख्सियत । मेरी ओर से भी ऐसे सभी दिग्गजों को शत-शत नमन...
ReplyDeleteRahasyamay Thaila ya Pyar bhari Thali.
ReplyDeleteवाह बेहतरीन रपट
ReplyDeleteब्लाग4वार्ता :83 लिंक्स
मिसफ़िट पर बेडरूमम
सतीश जी, आज फिर फुर्सत से पढा, तो आपको बधाई दिये रह न सका।
ReplyDelete---------
गायब होने का सूत्र।
क्या आप सच्चे देशभक्त हैं?
सतीश सर,
ReplyDeleteकई लोगों ने रिपोर्ट प्रस्तुत की... पर आपकी अदा निराली दिखाई दे रही है.....
बहुत बढिया...
मुझे लगता है कि ब्लागर मिलन के जरिये, आपस में एक दूसरे विचारों के प्रति बेहतरीन समन्वय संभव हो सकता है ! अतः कोई भी बहाना क्यों न हो इस प्रकार के आयोजन होने ही चाहिए.
ReplyDeleteसहमत
बहुत अच्छा लगा सब जानकर..... उम्दा प्रस्तुतीकरण
ReplyDeleteबहुत बढिया सर अच्छी रिपोर्ट है ।
ReplyDeleteसतीश जी पहले तो आपको बधाई इस सम्मेलन में शरीक होने का स्वर्णिम अवसर आपको मिला । हमें इसके बारे में कोई जानकारी नही थी । अगर हम जैसे नये लोगों को भी कभी अवसर दें तो हमारा भी कुछ ज्ञान बढ जाये
ReplyDeleteइस मुलाकात की रिपोर्ट पढ़कर अच्छा लगा.
ReplyDeleteसुंदर चित्र....ताऊ में मिलाने का वादा..! थैली...!
ReplyDelete..शानदार पोस्ट।
thanks sateesh jee
ReplyDeletemy contact address is
Aprna Tripathi
101 LIG Barra-2
kanpur-208027
and email id is
aprnatripathi@gmail.com
बहुत अच्छा लगा इस सम्मेलन की जानकारी प्राप्त कर ।
ReplyDeleteKash main bhi ismein sharik ho pata.Apvastav mein khusnaseeb hain.
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