Monday, November 22, 2010

तिलयार झील पर ब्लोगर भोज - सतीश सक्सेना

कल तिलयार झील पर ब्लोगर भोज  का आयोजन राज भाटिया ने किया था  ! कुछ याद रखने लायक झलकियाँ  दे रहा हूँ ...

  • बिना किसी अनुरोध के, हमेशा की तरह अजय कुमार झा अपने कैमरे के साथ व्यस्त रहे !शाहनवाज सहगल की मदद से खुशदीप मियां लैपटॉप पर लाइव रिपोर्टिंग का बोरिंग कार्य करते रहे ! अधिकतर ऐसे आयोजन में जब सबका ध्यान  नए लोगों से परिचय और खूबसूरत माहौल में पेश हो रहे ड्रिंक्स,चाय, काफी  और स्नैक्स पर हो ...तब जी टीवी में सीनियर प्रोडयूसर पोस्ट  पर कार्यरत खुशदीप सहगल सब कुछ भूल कर पूरे मिलन काल में लगातार " बड़ी खबर " को सजाने में व्यस्त रहे ! जब भी मैं पनीर पकौड़ा हाथ में लेता खुशदीप भाई ,अजय जी और शाहनवाज इस काम को बखूबी निभाते रहे ! ब्लाग जगत प्रमोशन के प्रति इतना समर्पण भाव दुर्लभ है !
  • विनम्र अंतर सोहिल आयोजक की तरफ से सारा कार्य जिस भावना से कर रहे थे ,अनुकरणीय था ! राज भाटिया खुशकिस्मत हैं कि उन्हें इतना निष्ठावान छोटा भाई मिला हुआ है ! 
  • खुशदीप जी , डॉ दराल के पिता के स्वर्गवास होने के कारण , यह तय कर चुके थे कि इस आयोजन से निकलने के बाद हमें डॉ दराल से मिलने गुडगाँव पंहुचाना है  ! मानवीय गुणों से सरावोर खुशदीप को  नमन !
  • आदरणीया निर्मला कपिला और ज्योतिषाचार्य संगीता पुरी ने वहाँ पंहुच कर, सबको  आश्चर्यमिश्रित प्रसन्नता और महफ़िल को गरिमा प्रदान की !
  • सदाबहार मस्तमौला दम्पति राजीव -संजू तनेजा महफ़िल के आकर्षण थे !    
  • योगेन्द्र मौदगिल के कारण महफ़िल में  ठहाके गूंजते रहे !
  • केवल राम , नीरज जाट ,  नरेश सिंह राठौर  एवं संजय भास्कर अपनी प्रभावशाली प्रविष्टि हर क्षण दर्ज कराते रहे ...बधाई ! 
  • इस खूबसूरत टूरिस्ट काम्प्लेक्स के बारकर्मी  ललित शर्मा और योगेन्द्र मौदगिल के बीच मुझे फंसा देख बेहद खुश हुए थे ! वहाँ बैठकर कुछ ख़ास करने का फैसला किया गया !

53 comments:

  1. बहुत ही बेहतरीन रिपोर्टिंग सतीश भाई.... पढ़कर मज़ा आगया!

    ReplyDelete
  2. ऊपर का चित्र तो ब्लॉग में लगाने लायक है।
    ..संक्षिप्त में सुंदर रिपोर्टिंग।

    ReplyDelete
  3. वाह क्या कम्बीनेशन बनाया है...

    "शाहनवाज सहगल और खुशदीप मियां"


    :-)

    ReplyDelete
  4. जानकारी के लिए धन्यवाद्. दिल्ली वालों को यह अवसर अधिक मिला करते हैं.

    ReplyDelete
  5. ऐसा भोज
    होता रहे
    रोज रोज।
    पर मुझे
    भूल गए
    क्‍यों ?
    बहुत चिंतित है ब्लु लाइन बसे

    ReplyDelete
  6. धन्यवाद सतीश जी, घर बैठे पूरी रिपोर्टिंग पहुँचाने के लिए

    ReplyDelete
  7. झलकियों में ही आनंद आगया ..फिर वहाँ तो सच कितना आनन्द आया होगा ..

    ReplyDelete
  8. रिपोर्टिंग पढ़कर अच्छा लगा...शुभकामनाएं।

    ReplyDelete
  9. भाई सतीश जी ,आपकी ये पहली पोस्ट है वैसे खुशदीप जी द्वारा किया गया सीधा प्रसारण इस कैटेगरी में नहीं है |पिकासा पर आपके द्वारा अपलोड की गयी सभी तस्वीरों के लिये धन्यवाद | बिना एजेंडे की एक सार्थक बैठक |

    ReplyDelete
  10. पूरे ब्लॉगर मिलन में २ ही चीज़े सब से ज्यादा मस्त लगी .... एक तो अजय कुमार झा जी का गज़नी लुक और दूसरा आपका सोलिड कैमरा !

    ReplyDelete
  11. मुबारक हो सतीश भाई। हमारा ध्‍यान तो अब आपकी रिपोर्ट की अंतिम पंक्ति पर है। इंतजार है।

    ReplyDelete
  12. हा..हा...हा...हा...
    बड़ी तेज नज़र है राजेश भाई !
    मगर वहां क्या फैसला हुआ ...याद ही नहीं रहा :-))

    ReplyDelete
  13. SAtish sir, me bhi Delhi se hoon, aise mahan blogger se milna agar chahun to kya karna parega...:)

    ReplyDelete
  14. badiya reporting...........
    kuch khaas se tatpary..........?

    ReplyDelete
  15. आपकी टिप्पणियों ने चित्रों की कमी पूरी कर दी। पढ़कर आनन्द आ गया।

    ReplyDelete
  16. @ प्रवीण भाई ,
    धन्यवाद ...आप खुद प्रेरणाश्रोत हैं !
    सादर
    @ मुकेश कुमार सिन्हा ,
    केवल खुशदीप जी अथवा आयोजन कर्ताओं के संपर्क में रहें ...हर आयोजन से पहले कई लेख लिख कर हर किसी को बुलाया जाता है ! आप क्यों नहीं आये ?? मैं भी आपसे मिलना चाहता था !

    ReplyDelete
  17. oopar panorama ka kamaal dikh raha hai shayad sir, niyat kharab ho rahi hai... camera par.. :)

    ReplyDelete
  18. बेहतरीन रिपोर्टिंग सतीश जी
    ...........मज़ा आ गया!

    ReplyDelete
  19. खूबसूरत झलकियां……………मज़ा आ गया।

    ReplyDelete
  20. बहुत सुन्दर
    आपकी रिपोर्टिंग के क्या कहने

    ReplyDelete
  21. सतीश जी,
    आंखों देखे हाल के लिए तहेदिल से शुक्रिया।

    ReplyDelete
  22. मुझे तो आप लोगों पर हँसी आ रही है, अरे कोई भी सम्‍मेलन हमारे बिना कैसे सार्थक हो सकता है? आप लोग निश्चित रूप से बोर हुए होंगे। हा हा हाहा। शुभकामनाएं।

    ReplyDelete
  23. सतीश भाई , आप लोगों के स्नेह और सम्मान से अभिभूत हूँ । जानता हूँ , शुक्रिया अदा करने की ज़रुरत नहीं है ।

    ReplyDelete
  24. शाहनवाज सहगल और खुशदीप मियां"
    हा हा हा.
    बहुत अच्छी झलकियाँ हैं ,आभार.

    ReplyDelete
  25. आप सब से मिल कर अच्छा लगा

    ReplyDelete
  26. सक्सेना जी,
    सच कहूं तो मेरा ध्यान मीट में कम था, खाने में ज्यादा। अभी तक तारीफ कर रहा हूं और हां, अभी तक फुल हूं।

    ReplyDelete
  27. इस खूबसूरत टूरिस्ट काम्प्लेक्स के बारकर्मी ललित शर्मा और योगेन्द्र मौदगिल के बीच मुझे फंसा देख बेहद खुश हुए थे ! वहाँ बैठकर कुछ ख़ास करने का फैसला किया गया !


    अच्छा अच्छा हम भी कहें कि खाली सब ओर आम आम बातें ही हो रही हैं अब पता चला कि खास करने का फ़ैसला आपने बीच में फ़ंसने के बाद लिया था अब एक ओर भाई ललित जी और दूसरी ओर योगेन्द्र मौदगिल जी ...समझा जा सकता है ..हा हा हा

    ReplyDelete
  28. सर जी आपकी फ़ोटोग्राफ़ी का तो पहले ही कायल था अब तो घायल भी हो गया ...

    ReplyDelete
  29. क्या कहें... ये वृत्तांत पढ़कर खुशी हुई...
    या सच कह दें, की वहां उपस्थित लोगों से जलन हो रही है...
    दोनों... मिला-जुला असर...
    पर सच... पहुंचे नहीं तो क्या हुआ, आँखों देखा हाल बताने हेतु धन्यवाद...

    ReplyDelete
  30. This comment has been removed by a blog administrator.

    ReplyDelete
  31. This comment has been removed by a blog administrator.

    ReplyDelete
  32. बहुत ही बढ़िया रिपोर्टिंग
    कभी यहाँ भी आइये
    www.deepti09sharma.blogspot.com

    ReplyDelete
  33. सतीश भाई ,
    यूं तो पूरी रपट बेहद खूबसूरत है , बस एक हिस्से पर एक सवाल :)

    @ इस खूबसूरत टूरिस्ट काम्प्लेक्स के "बारकर्मी ललित शर्मा और योगेन्द्र मौदगिल"...

    तो क्या ये दोनों ब्लागर नहीं हैं :)

    ReplyDelete
  34. बेहतरीन रिपोर्टिंग .....धन्यवाद सतीश जी

    ReplyDelete
  35. वाह रिपोर्टिंग पढ़कर आनंद आ गया।

    ReplyDelete
  36. @ अली भाई ,
    इस खूबसूरत टूरिस्ट काम्प्लेक्स के "बारकर्मी ललित शर्मा और योगेन्द्र मौदगिल"..

    हा... हा...वाक्यों में एक कोमा की गलती क्या गज़ब ढा सकती है यह आपकी तेज निगाह से छिप न सका ! आभार आपका ...मैं इसे जल्दी से ठीक करता हूँ नहीं तो यह दोनों " वार कर्मी " एक असली हथियार धारक है ! यह दाढ़ी और मूंछ वाकई घातक हो सकती है !

    :-)

    ReplyDelete
  37. सतीश भाई,
    आपके साथ 21 नवंबर को पूरा दिन बताने के बाद आपको और नज़दीक से जाना...बस इतना कहूंगा कि नोएडा आने के बाद पिछले सात-आठ साल से शिद्दत के साथ जिस अपनेपन को ढूंढ रहा था, वो मुझे मिल गया...

    जय हिंद...

    ReplyDelete
  38. सतीश भाई ... सब से मिलकर बहुत ख़ुशी हुई ...पर आप मेरे साथ फोटो खींचने का काम बखूबी करते रहे ..ललित भाई तो कमाल के है उनके बारे में क्या कहूँ ?..सच में आप सबके स्नेह ने अभिभूत कर दिया ...सुंदर रिपोर्ट ..शुक्रिया

    ReplyDelete
  39. meeting mae kin vishyo par charcha hui ??? agar bataa dae to abhar hogaa

    ReplyDelete
  40. रचना ,
    वहां किसी विषय पर चर्चा नहीं की गयी, केवल सबने अपना परिचय और अपनी खुशदीप सहगल के अनुरोध पर अपनी कमजोरियों का जिक्र किया था ! यह एक पिकनिक मात्र थी

    ReplyDelete
  41. सतीश जी आज ही वापिस आयी हूँ और आते ही रोहतक की रिपोर्टिन्ग की पोस्ट पढ रही हूँ। बहुत अच्छा लगा सब से मिल कर। आपके दुआरा भेजी गयी तस्वीरें मैने भी पिकासा पर लगा ली हैं। धन्यवाद।

    ReplyDelete
  42. देरी के लिए खेद है........

    दारू तो २ घंटे में उतर गयी थी लेकिन उस मिलन का खुमार अब तक भी नहीं उतरा मज़ा आ गया आप सब से मिल कर......


    भाई जी वो फोटो का लिंक भी भेज दो तो बात बन जाए...

    ReplyDelete
  43. एक रपट अलग सी ....

    ReplyDelete
  44. एक रपट अलग सी ....

    ReplyDelete
  45. आप आदरणीय हैं की आपने यह मुद्दा उठाया / वर्तमान मैं हिंदी ,हिंदी नहीं बल्कि हिंदी ओर ऊर्दू का मिश्रण हैं / आज की पीढ़ी ऊर्दू के बिना हिंदी नहीं जान सकती / हिंदी ओर ऊर्दू एक दुसरे के पूरक हैं / फिल्म जगत हो ,मीडिया हो या रोजमर्रा के क्रियाकलाप हों सभी वर्तमान मैं ऊर्दू के बिना नामुमकिन हैं / ऊर्दू के जानने वालों का तो यहाँ स्वागत होना ही चाहिए

    ReplyDelete
  46. सर गलती से ऊपर वाले के कमेंट्स यहाँ दे दिया

    ReplyDelete
  47. मुझे खुशी होती अगर आप अमित हुसैन या ऐसा ही कुछ मेरे लिये भी नाम रख देते।
    आप सबसे मिलकर बहुत खुशी हुई
    आशा है इसी प्रकार हम बार-बार मिल बैठेंगें।

    प्रणाम

    ReplyDelete
  48. तिलयार झील पर ब्लोगर मीट मे कितने ब्लॉगर थे और क्या क्या खाया गया ये तो आपसब पढ़ और देख ही चुके हैं । अब देखिये इस पोस्ट मे आये कमेन्ट को जो मानसिक खालीपन और जहालत से लबालब हैं , ये सन्दर्भ जिस मे द्विअर्थी संवाद किसको लेकर किया जा रहा हैं ये साफ़ दिख रहा हैं। बड़े बड़े महान ब्लॉगर वहाँ कमेन्ट मे हजारी बजा रहे हैं ।

    ReplyDelete
  49. satish bhai, ham to abhi tak apni duty me lage hain,

    lalit sabse dil se milta hai aur dil bhi deta hai.

    log milte hain tab janate hai.

    shubhakamnayen........

    ReplyDelete
  50. अरे सतीश बचुआ हम त तुमका बहुते समझदार समझी रही पर तुम लोगन मे मिलन का पहले ना तो अमाजी को परणाम किया ना याद किया। कोई बात नाही का करे ई घोर कल्जुग आगवा लगत है। फ़िर भी हमरा आशीर्वाद है सब लोगन का लिये। जुग जुग जीवो।

    ReplyDelete

एक निवेदन !
आपके दिए गए कमेंट्स बेहद महत्वपूर्ण हो सकते हैं, कई बार पोस्ट से बेहतर जागरूक पाठकों के कमेंट्स लगते हैं,प्रतिक्रिया देते समय कृपया ध्यान रखें कि जो आप लिख रहे हैं, उसमें बेहद शक्ति होती है,लोग अपनी अपनी श्रद्धा अनुसार पढेंगे, और तदनुसार आचरण भी कर सकते हैं , अतः आवश्यकता है कि आप नाज़ुक विषयों पर, प्रतिक्रिया देते समय, लेखन को पढ़ अवश्य लें और आपकी प्रतिक्रिया समाज व देश के लिए ईमानदार हो, यही आशा है !


- सतीश सक्सेना

Related Posts Plugin for Blogger,