छत पर जाकर पेरापेट और टैरेस के जोड़ में अगर दरारें आ गयी हों तो बेहतरी इसी में हैं कि पूरे जोड़ को खुलवा कर वाटर प्रूफिंग कम्पाउंड मिलाकर, सीमेंट कंक्रीट का गोला बनवा कर, उसे अच्छी तरह से फिनिशिंग दी जाये अन्यथा बरसातों के बाद, उत्पन्न हुई सीपेज के कारण,आपको पूरे घर का पेंट कराना पड़ सकता है !
छत पर किये गए मड -फसका ट्रीटमेंट की दरारों में से अक्सर चींटिया अपना घर बना लेती है ! अगर आपकी छत पर यह खतरा है तो तुरंत उस स्थान पर से टाइलों को हटवा कर, सही तरह से दरारों को जलरोधी उपचार कराएं ! अगर आपने छत खराब हालत में है तो टैरेस ट्रीटमेंट कराना ही ठीक होगा ! जिससे कि बरसातों में किसी भी हालत में पानी, मड फसका अथवा टाइलों के नीचे न जाए !
इसके अलावा यह आवश्यक है कि पूरे साल बंद पड़े रेन-वाटर मेनहोल के ढक्कनों को ठोक पीट कर खोल लिए जाएँ और उनके अन्दर भरा कचरा साफ़ करवा लिया जाये !
पहिले बरखा रानी बरसें त...खाली झलक देखा कर गायब हो जाती हैं...
ReplyDeleteउपयोगी जानकारी !!
ReplyDeleteacchi jankari dee aapne, abhar
ReplyDeleteअच्छी जानकारी मिली आभार
ReplyDeleteउपयोगी और सामयिक।
ReplyDeleteकाम की जानकारी.
ReplyDeleteबहुत सुंदर बात कही आप ने, अगर दरारो मै सिलिकोन भर दिया जाये तो वो सालो साल खराब नही होता गर्मी मै खुद ही फ़ेल जाता है ओर सर्दी मै जगह के हिसाब से सिकुड जाता है, ओर उस मै कीडे मकोडे भी नही घुस सकते
ReplyDeleteघर फ़ोन करके बताता हूँ :)
ReplyDeleteसही समय पर उचित सलाह के लिये आभार
ReplyDeleteप्रणाम स्वीकार करें
उचित समय पर उचित जानकारी
ReplyDeleteबहुत-बहुत धन्यवाद !
hmm..bade kaam ki baat kahi :)
ReplyDeleteअच्छी जानकारी
ReplyDeleteअच्छी जानकारी मिली आभार
ReplyDeleteहमारे पुश्तैनी मकान में भी यही हाल है ...
ReplyDeleteउपयोगी व आम आदमी के काम आने वाली जानकारी देती पोस्ट ..
ReplyDeleteअच्छी जानकारी ..!
ReplyDeleteबरसात में यह डर तो रहता ही है ।
ReplyDeleteलेकिन यहाँ तो ये हाल है कि --
हम तो समझे थे कि बरसात में बरसेगी शराब
आई बरसात तो बरसात ने दिल तोड़ दिया ।
मेरा शेर नहीं है , एक ग़ज़ल रेडियो पर सुनी थी ।
labhdayak post......
ReplyDeleteaabhar.
सुना है कल लखनऊ में कल घनघोर बारिश हुई, आपने अच्छा याद दिलाया समय पर ।
ReplyDeleteआज कल ऐसे जानकारी की बहुत ज़रूरत है...जनसामान्य से जुड़े ऐसी बातों के प्रस्तुतिकरण के लिए धन्यवाद चाचा जी
ReplyDeleteसही है वरना ड्राइंग रूम मे गिलास लोटा बाल्टी रखना पड़ेगा ।
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