हर मोड़ पर खोये हुए ईमान मिलेंगे !
चेहरा लगाए संत का शैतान मिलेंगे !
शुरुआत में ऐसे बड़े भुगतान मिलेंगे
धनवानों के भेजे हुए तूफ़ान मिलेंगे !
नाले में आ गये हो ज़रा देखभाल के
चारो ही ओर, खूंख्वार श्वान मिलेंगे !
बेईमान लालची ही, तुम्हें लोग कहेंगे
सारे पढ़े लिखों से,यह प्रमाण मिलेंगे !
धनवान,मीडिया दलाल साथ साथ हैं,
चोरों के शहर में बड़े,अपमान मिलेंगे !
चेहरा लगाए संत का शैतान मिलेंगे !
शुरुआत में ऐसे बड़े भुगतान मिलेंगे
धनवानों के भेजे हुए तूफ़ान मिलेंगे !
नाले में आ गये हो ज़रा देखभाल के
चारो ही ओर, खूंख्वार श्वान मिलेंगे !
बेईमान लालची ही, तुम्हें लोग कहेंगे
सारे पढ़े लिखों से,यह प्रमाण मिलेंगे !
धनवान,मीडिया दलाल साथ साथ हैं,
चोरों के शहर में बड़े,अपमान मिलेंगे !
बहुत खूब कहा है सक्सेना जी
ReplyDeleteसही चेतावनी अरविंद केजरीवाल जी को। शिखर पर कोई दोस्त कहां होता है।
ReplyDeleteसही कहा
ReplyDeleteशायद आने वाला समय बतायेगा कौन सच कौन झूठ ... पर आपकी लाजवाब कलम से कमाल का गीत निकला है सतीश जी ... बधाई ...
ReplyDeleteये तो आने वाला वक्त बतायेगा कौन सच्चा है कौन झूठा ... पर आपकी लाजवाब कलम से कमाल का गीत निकला है ... बधाई सतीश जी ...
ReplyDeleteसही चेताया है ....
ReplyDeleteसही चेताया है ....
ReplyDeleteधनवान,मीडिया दलाल साथ साथ हैं
ReplyDeleteचोरों के देश में बड़े अपमान मिलेंगे !
...बिलकुल सही कहा है...बहुत सुन्दर और सटीक ....
अगर अन्यथा न ले तो मेरा ऐसा मानना है कि दूसरे के गलत होने से अधिक उनपर किया गया हमारा विश्वास गलत होने का अधिक दुःख देता है हमें सो कभी कभी हमारे विश्वास को भी टटोलना जरुरी हो जाता है सतीश जी, सभी पढ़े लिखे गलत भी नहीं हो सकते :) !
ReplyDeleteजहाँ सौ में से निन्यानवें "क्या फ़ायदा" वाक्य को चलते फिरते, बच्चों के साथ रोज उपयोग करते हों , वहां काव्य का यह अविश्वास , विश्सनीय है ! अगर समय मिले तो पढियेगा !
Deletehttp://satish-saxena.blogspot.in/2014/12/blog-post_29.html
सच है इंसान बेईमान श्वान ही बनते हैं ,नहीं तो श्वान भला बेईमान--क्या शानदार अभिव्यक्ति।
ReplyDeleteबहुत ही सुंदर अभिव्यक्ति द्वारा सुंदर कटाक्ष.
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