सावधान रहना भक्तों के, राष्ट्रभक्ति के गानों से !
बड़ी बड़ी गाडी में घूमें झंडा लगा गुमानों का
मूर्ख बनी है जनता कबसे खादी के शैतानों से
चर्बी चढ़ी है गद्दारों को, नोट कमाने निकले हैं
भारत माँ को खतरा ऐसे, राष्ट्रभक्त हनुमानों से !
राष्ट्रभक्ति से अरबपति, बन बैठे हैं आसानी से
कानों को न सुनाई पड़ता, स्पर्धा धनवानों से !
खद्दरधारी दीमक सुर में, देशभक्ति का गान करें,
देश हमारा शर्मिन्दा है, दसलक्खा परिधानों से !
इनसे ज्यादा खतरनाक
ReplyDeleteइनके मोहर लगे चमचे हैं
जो हमारे आपके चारों ओर
गहरा खूँटा गाड़ कर बैठे हैं
लड़ने में आमादा हर किसी को
देश के दुश्मन का नाम दे बैठे हैं
वो कर रहे हैं मनचाहा सभी कुछ
करे धरे के ऊपर इन्ही की
बड़ी बड़ी फोटो लगा रहे हैं ।
बड़ी बड़ी गाडी में घूमें झंडा लगा गुमानों का
ReplyDeleteमूर्ख बनी है जनता कबसे खादी के शैतानों से
चर्बी चढ़ी है गद्दारों को,नोट कमाने निकले हैं
भारत माँ को खतरा ऐसे,राष्ट्रभक्त हनुमानों से
...
जागरूक कराती सार्थक ,सटीक गंभीर चिंतन कराती प्रस्तुति ..
बहुत खूब ! इन्हे ही सफेदपोश कहते हैं ...
ReplyDelete
ReplyDeleteबेईमानी कर,चर्बी चढ़ा बेसुध सोये हैं ,काहे सोबत निन्दिया जगाय--चेतना जगाती सुन्दर गीत
इन दीमकों से छुटकारा पाना बहुत ज़रूरी है - आवेशपूर्ण सोद्दश्य कविता !
ReplyDeleteबहुत खूब ... ऐसे सफेदपोश लोगों से सावधान रहने की जरूरत है ...
ReplyDeleteसार्थक रचना है ...